5 माह में दूसरी बार जिला मुख्यालय स्थित बाल संप्रेषण गृह से एक बार फिर विधि से संघर्षरत दो बालक आधी रात को चैनल गेट का ताला खोल कर संप्रेषण गृह की छत से कूद कर फरार हो गए। इससे संप्रेषण गृह की कार्यप्रणाली और व्यवस्थाओं पर सवालिया निशान लग गया है। सूचना पर देर रात को ही गश्त पर तैनात थानाधिकारी दिनेश चंद मीना घटनास्थल पर पहुंचे। मामले की शिकायत करौली कोतवाली पुलिस को सौंपी है। बालकों के भागने की घटना सीसीटीवी कैमरे में कैद हो गई है। बाल संप्रेषण गृह से भागे विधि से संघर्षरत बालकों में एक 5 दिन बाद 18 वर्ष पूर्ण करने वाला था।
बलबीर सिंह और दीवान सिंह गार्ड रात 12.15 बजे ड्यूटी पर तैनात थे। इस दौरान संप्रेषण गृह के अन्य बालकों ने घटना की सूचना गार्डों को दी। सूचना में बताया की विधि से संघर्षरत दो बालक फरार हो गए हैं। जब गार्ड ने सीसीटीवी कैमरे खंगाले तो पता लगा कि विधि से संघर्षरत दोनों बालकों ने चाबी से चैनल गेट का ताला खोला। इसके बाद गार्ड की टेबल पर कुर्सी रखकर दोनों संप्रेषण गृह की छत पर चढ़ गए और छत से पहले रोशनदान के छज्जे पर और छज्जे से नीचे कूद कर भाग गए। उच्च अधिकारियों ने पुलिस को शिकायत सौंप कर फरार हुए विधि से संघर्षरत दो को तलाश करने की गुहार लगाई है। विधि से संघर्षरत 1 बालक चोरी और नकबजनी का आरोपी है, जो 11 जून को ही संप्रेषण गृह में आया था। जबकि दूसरा हिंडौन सदर थाना क्षेत्र के गांव निवासी 4 वर्षीय मासूम से दुष्कर्म, हत्या का प्रयास, अपहरण आदि का आरोपी है।
Copyright © 2022-23 DB Corp ltd., All Rights Reserved
This website follows the DNPA Code of Ethics.