शहर में घरेलू बिजली बिलों में एकाएक बढ़ोतरी होने से उपभाेक्ताओं का घरेलू बजट गड़बड़ा गया है। बिजली बिल सुधरवाने के लिए उपभोक्ता बिजली कार्यालय के चक्कर काट रहे हैं। बिजली कार्यालय में घंटों लाइन में खड़े होने के बाद भी लोगों के बिल सही नही हाे रहे हैं।लाॅकडाउन के बाद औसत बिल जमा करने का वितरण विभाग ने सर्कुलर जारी किया, लेकिन अनेक उपभोक्ताओं ने राशि जमा नहीं कराई। ऐसे में अब कई उपभोक्ताओं को रीडिंग होने के बाद बिजली बिल मिल रहे हैं। तीन माह का बिल एक साथ होने से मीटर में खपत भी ज्यादा दिखाई दे रही है। अधिक रीडिंग होने से बिजली दर में भी परिवर्तन हो गया है। कई जगह पर तो अभी भी बिना रीडिंग के बिजली बिल जारी कर दिए हैं। गलत रीडिंग से राशि बढ़ गई है।
5 हजार रुपए आया 200 यूनिट का बिल शहर के चारमूर्ति चौराहा स्थित कार्यालय पर बिल सही करवाने आए कुंजविहार कॉलोनी निवासी पूरणमल ने बताया कि उन्होंने नया बिजली का मीटर लगवाया था। इसके बाद उन्होंने पिछले मीटर की बकाया यूनिट का बिजली बिल भी जमा करवा दिया। इसके बाद इस महीने के बिजली बिल में 200 यूनिट की राशि 5 हजार 86 रुपए आई। पिछले कई दिनों से उनका पुत्र बिजली कार्यालय में बिल सही करवाने के लिए चक्कर काट रहा है, लेकिन अभी तक बिजली का बिल सही नहीं हुआ है।
हर बार पिछला बकाया जुड़कर आ रहा शहर निवासी हेमंत गौतम ने बताया कि पिछले 4-5 महीने से उनके बिल में पिछला बकाया जुड़कर आ रहा है। इस बार भी पिछला बकाया जुड़कर 90 यूनिट का 4 हजार 976 रुपए बिल आया है। 7 दिनों से बिजली कार्यालय के चक्कर लगा रहे हैं।^कोरोनाकाल में बिना रीडिंग लिए बिजली के बिल भेजे गए थे। तकनीक रूप से बिल बढ़कर आ रहे हैं। उपभाेक्ता को परेशानी होने पर बिल कार्यालय में सही करवाया जाता है। आगे समस्या नहीं होगी।- पंकज सक्सेना, एईएन, बिजली विभाग बारां
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