पाएं अपने शहर की ताज़ा ख़बरें और फ्री ई-पेपर
Install AppAds से है परेशान? बिना Ads खबरों के लिए इनस्टॉल करें दैनिक भास्कर ऐप
जिले के पंजीकृत श्रमिकों के लिए अच्छी खबर आई है। श्रम विभाग ने श्रमिकों के परिजनों को लाभांवित करने के लिए श्रमिकों के बच्चों को मेरिट में आने पर एक लाख रुपए की सहायता देने का प्रावधान किया है। इसके अलावा आईएएस प्री पर एक लाख और आरएएस प्री परीक्षा उत्तीर्ण करने पर 50 हजार की मदद मिलेगी।आईआईटी अथवा आईआईएम में प्रवेश मिलने पर ट्यूशन फीस की राशि विभाग की ओर से वहन की जाएगी। श्रम विभाग की ओर से पंजीकृत निर्माण श्रमिकों के कल्याण के लिए विभिन्न योजनाएं संचालित की जा रही है। वर्तमान सरकार की ओर से इस संबंध में कई नवीन योजनाओं की अधिसूचना जारी की गई है। निर्माण श्रमिक शिक्षा व कौशल विकास योजना के तहत पात्र हिताधिकारी के मेधावी पुत्र अथवा पुत्री की ओर से बोर्ड परीक्षा 10वीं व 12वीं की प्रथम 10 की मेरिट में आने वालों को 4 हजार अथवा 6 हजार रुपए दिए जाते थे। श्रम विभाग के अफसरों की गत दिनों हुई बैठक में निर्माण श्रमिक व कौशल विकास योजना में कुछ अहम निर्णय लिए गए। इस निर्णय में अब 10वीं और 12वीं कक्षा में टॉप टेन में स्थान प्राप्त करने पर श्रमिकों के बच्चों को एक लाख रुपए की प्रोत्साहन राशि दी जाएगी। इसके अलावा निर्माण श्रमिक एवं उनके आश्रित बच्चों की ओर से भारतीय प्रशासनिक सेवा के लिए आयोजित प्रारंभिक परीक्षा उत्तीर्ण करने पर प्रोत्साहन योजना में एक लाख रुपए व राजस्थान प्रशासनिक सेवा के लिए आयोजित प्रारंभिक परीक्षा उत्तीर्ण करने पर पचास हजार रुपए देने का निर्णय लिया गया है।
श्रम कल्याण अधिकारी शंकरलाल ने बताया कि निर्माण श्रमिक के बच्चों का आईआईटी अथवा आईआईएम में प्रवेश मिलने पर ट्यूशन फीस की पुनर्भरण योजना में श्रमिक की ओर से जमा करवाई गई ट्यूशन फीस का पुनर्भरण मंडल की ओर से किया जाएगा। वहीं निर्माण श्रमिकों को विदेश में रोजगार के लिए वीजा जारी होने पर होने वाले व्यय का अधिकतम 5 हजार रुपए तक पुनर्भरण का प्रावधान किया गया है। निर्माण श्रमिकों के लिए वित्तीय संस्थाओं की ओर से अधिकतम 5 लाख रुपए तक स्वीकृत ऋण पर ब्याज का पुनर्भरण विभाग की ओर से किया जाएगा।
पॉजिटिव- आज आर्थिक योजनाओं को फलीभूत करने का उचित समय है। पूरे आत्मविश्वास के साथ अपनी क्षमता अनुसार काम करें। भूमि संबंधी खरीद-फरोख्त का काम संपन्न हो सकता है। विद्यार्थियों की करियर संबंधी किसी समस्...
Copyright © 2020-21 DB Corp ltd., All Rights Reserved
This website follows the DNPA Code of Ethics.