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सूर्य के मकर राशि में प्रवेश करने का पर्व मकर सक्रांति 14 जनवरी को मनाई जाएगी। सुबह 8.15 बजे सूर्य मकर राशि में प्रवेश करेंगे। मकर संक्रांति का पुण्यकाल सूर्योदय से पूरे दिन सूर्यास्त तक रहेगा। सूर्योदय प्रातः 7.21 पर तथा सूर्यास्त सायंकाल 5.50 पर होगा। ज्योतिषाचार्य ओमप्रकाश गौतम ने बताया कि मकर संक्रांति से सालभर के संवत का फलादेश भी देखा जाता है।
इस बार संक्रांति सिंह पर सवार होकर वैश्य के घर में प्रवेश कर रही है। संक्रांति का उप वाहन हाथी है। नक्षत्र नाम महोदरी होने से असामाजिक तत्वों की वारदातें बढ़ सकती हैं, लेकिन विद्वान लोगों के लिए, वैज्ञानिकों के लिए, शिक्षकों एवं विद्यार्थियों के लिए यह संक्रांति अच्छी रहेगी। धान्य आदि में स्थिरता रहने की संभावना है।
संक्राति पर सूर्य को 3 बार जल अर्पित करें
यह संक्रांति देव जाति की है। शरीर पर कस्तूरी का लेप और सफेद रंग के वस्त्र पुन्नागपुष्प की माला तथा हाथ में भुशुंडि शस्त्र धारण करके सोने के बर्तन में भोजन करती हुई बैठी हुई है। दिन के प्रथम भाग में बालक के रूप में प्रवेश कर रही है। संक्रांति के पुण्य को प्राप्त करने के लिए भगवान सूर्यदेव को जल तीन बार अर्पित करें और 7 बार प्रणाम करें।
इस बार बन रहा है पांच ग्रही योग
ज्योतिषियाेंं के अनुसार सूर्य के राशि प्रवेश के समय बनाने वाली संक्रांति कुंडली से आगामी 30 दिनों के राजनीतिक, सामाजिक और आर्थिक परिवेश के विषय में फलकथन किया जाता है। सूर्य एक वर्ष में 12 राशियों में भ्रमण करते हैैं, लेकिन मकर, मेष, कर्क और तुला राशि में सूर्य के प्रवेश के समय की कुंडली सबसे अधिक महत्वपूर्ण होती है। इस बार सूर्य के मकर राशि में प्रवेश संक्रांति के समय सूर्य सहित चंद्रमा, बुध, गुरु और शनि पांच ग्रही योग बन रहा है।
पॉजिटिव- इस समय ग्रह स्थितियां पूर्णतः अनुकूल है। सम्मानजनक स्थितियां बनेंगी। विद्यार्थियों को कैरियर संबंधी किसी समस्या का समाधान मिलने से उत्साह में वृद्धि होगी। आप अपनी किसी कमजोरी पर भी विजय हासिल...
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