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लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला के निर्देश के बाद कोटा-बूंदी संसदीय क्षेत्र में एफसीआई, राजफेड, तिलम संघ की ओर से गेहूं खरीद की प्रक्रिया में सुधार आया है। एजेंसियों ने कोटा-बूंदी क्षेत्र में अब तक 21 हजार मीट्रिक टन से अधिक की खरीद कर चुकी हैं। आने वाले दिनों में कई नए केंद्र प्रारंभ होने से खरीद क्षमता में भी इजाफा होगा।
कोटा-बूंदी क्षेत्र में गेहूं खरीद में अव्यवस्थाओं की जानकारी मिलने के बाद लोकसभा अध्यक्ष बिरला ने कोटा व बूंदी कलेक्टर तथा संबंधित विभागों के अधिकारियों की बैठक ली। निर्देश दिए थे कि किसानों को किसी प्रकार की परेशानी नहीं आनी चाहिए। उन्होंने गेहूं खरीद की 120 क्विंटल की सीलिंग को समाप्त कर निर्देश देते हुए कहा था कि किसान जितना गेहूं लाए उतना ही खरीदा जाए।
इसी प्रकार कोटा में राजफेड के 34 कांटों में से 27 पर तुलाई प्रारंभ हो चुकी है। 5 कांटों पर दर या तकनीकी वजहों से खरीद प्रारंभ नहीं हुई है, अधिकारी उसे दूर करने का प्रयास कर रहे हैं। इसके अलावा किसानों की मांग पर 5 नए केंद्र खोलने के लिए भी लोकसभा अध्यक्ष बिरला ने निर्देश दिए हैं।
इन केंद्रों पर खरीद आज से: बूंदी में एफसीआई के सभी 10 केंद्रों पर खरीद प्रक्रिया चल रही है। राजफेड के 17 केंद्रों केंद्रों गुरूवार से तुलाई प्रक्रिया प्रारंभ हो जाएगी। दो अन्य केंद्रों की स्वीकृति भी जल्द आने की संभावना है।
एफसीआई पाेर्टल में आई तकनीकी खामी, नहीं हाे पाया रजिस्ट्रेशन
काेटा, समर्थन मूल्य पर गेहूं खरीदने के लिए किसानों को काफी मारामारी का सामना हाड़ौती में करना पड़ रहा है। अब एक समस्या और उनके सामने आ गई है। जिस पोर्टल पर रजिस्ट्रेशन किसानों को कराना था। एफसीआई की वहीं साइट क्रैश हो गई है। इसके चलते रजिस्ट्रेशन किसान नहीं करवा पा रहे हैं। ऐसे में किसानों का काफी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। किसानों ने बताया कि जब वह रजिस्ट्रेशन नहीं करा पाएंगे, तो उनको टोकन जारी नहीं होगा।
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