औषधि नियंत्रक संगठन कोटा की टीम ने छापामार कार्रवाई करते हुए नकली मेंहन्दी के कारोबार का भंडाफोड़ किया है। एक फर्म के नाम पर 3 अलग अलग लोग बिना लाइसेंस के कारोबार संचालित कर रहे थे। विभाग की टीम ने पुलिस के साथ मौके से जाकर तीन जगहों से डेढ़ लाख कीमत की कॉस्मेटिक मेहंदी के कोन, उपकरण, पैकिंग मैटेरियल रैपर, बॉक्सेस को जब्त किया है।औषधि नियंत्रक राजस्थान जयपुर अजय पाठक के निर्देश पर कोटा बूंदी की टीम ने कार्रवाई को अंजाम दिया है। बताया जा रहा है कि पिछले 3 साल से ये गोरखधंधा चल रहा था।
केमिकल का कर रहे थे इस्तेमाल
सहायक औषधि नियंत्रक कोटा प्रह्लाद मीणा ने बताया कि मेहंदी का कलर लाने के लिए मेहंदी की जगह पिक्रिक एसिड केमिकल का उपयोग किए जाने की शिकायत मिली थी। पिक्रिक एसिड केमिकल से त्वचा में विभिन्न प्रकार के रोग एवं स्किन डिजीज के रोग होते है। पिक्रिक एसिड में कार्सिनोजेनिक प्रॉपर्टी कैंसर पैदा करने वाले कारक तत्व होते हैं। लंबे समय तक इसका उपयोग करने पर कैंसर होने की संभावना होती है।
शिकायत पर कार्रवाई
प्रह्लाद मीणा ने बताया कि नकली कॉस्मेटिक बनाने की अवैध फैक्ट्री/ कारखाना की शिकायत मिली थी। शिकायत में बताया था कि साजिदेहड़ा में मोहम्मद यूसुफ, किशोरपुरा ईदगाह के पास रसीद अखबार वाले की गली, संजय कॉलोनी हाजी अब्दुल रहीम और कैथूनीपोल थाने के पीछे साबरमती कॉलोनी रोड में वसीम पुत्र हाजी अब्दुल रहीम के द्वारा अवैध रूप से बिना कोई लाइसेंस व परमिशन के बिना, हाथों में रचने वाली मेहंदी 'सजनी व सुनहरी' मेहंदी के कोन का बनाए जा रहे थे।
टीम में ये रहे शामिल
छापामार कार्रवाई में कोटा-बूंदी की टीम में रोहिताश नागर ,उमेश मुखिया, नरेंद्र राठौर, ओम प्रकाश चौधरी, आसाराम मीणा औषधि नियंत्रण अधिकारी मौजूद रहे। टीम ने मौके से सैम्पल लिए है।
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