भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो(ACB) कोटा की टीम ने शनिवार को वॉर्ड-10 के कांग्रेस पार्षद कमल मीणा(29) को रिश्वत लेते ट्रैप किया। जो सफाई कर्मचारी से घूस लेते पकड़े गए। साथ में पार्षद के प्राइवेट मुंशी सुनील गुर्जर (21) को भी पकड़ा है। पार्षद कमल मीणा ने ड्यूटी पर लेने व सैलरी बनवाने के एवज में सफाई कर्मी से हर माह 5 हजार रुपए बंधी की मांग की थी। ACB डीएसपी हर्षराज खरेड़ा की अगुवाई में टीम ने अनन्तपुरा चौराहे के पास स्थित बस स्टाप से दोनों को घूस लेते रंगे हाथ पकड़ा।
भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो(ACB) के ASP ठाकुर चंद्रशील ने बताया कि परिवादी ने शिकायत दी थी। जिसमें बताया था कि वो नगर निगम कोटा में सफाई कर्मचारी के पद पर कार्यरत है। अगस्त 2019 से जून 2020 तक बीमार होने के कारण मेडिकल पर रहा। सितंबर 2020 में आयुक्त नगर निगम के आदेश से ड्यूटी ज्वाइन की। तब से लगातार 25 जून 2021 तक ड्यूटी की। सेक्टर इंचार्ज जमादार रामलाल ने 26 को ड्यूटी पर लेने से मना कर दिया। उसने कहा कि पार्षद कमल मीणा ने ड्यूटी पर लेने के लिए मना किया है।
जिसके बाद उसने पार्षद कमल से ड्यूटी पर लेने के लिए बोला, तो कमल मीणा ने हर महीने 5 हजार की रिश्वत मांगी। जिस पर परिवादी ने कहा कि उसकी 9 महीने से सैलरी नहीं बनी है,सैलरी बनते ही 5 हजार दे दूंगा। पार्षद ने नगर निगम में जान पहचान होने का हवाला देते हुए सैलरी बनवाने के लिए भी अलग से रिश्वत देने को कहा। पार्षद कमल मीणा के मुंशी सुनील ने 5 हजार के हिसाब से 2 माह के बकाया 10 हजार रुपए 10 जुलाई से पहले देने के लिए कहा।
जिस पर ACB ने सत्यापन करवाया। सत्यापन के दौरान रिश्वत मांगने की पुष्टि हुई। जिस पर आज ACB ने ट्रैप की कार्रवाई की। आरोपी कमल मीणा व मुंशी सुनील गोचर अनन्तपुरा थाना चौराहे पर बस स्टाप पर परिवादी से मिले। पार्षद कमल मीणा ने रिश्वत की रकम अपने मुंशी को दिलवाई। मुंशी ने 5 हजार रुपए लेकर अपनी पेंट के पीछे की जेब मे रखे। इधर इशारा मिलते ही ACB ने दोनों को दबोच लिया।
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