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बारां के पूर्व कलेक्टर और आईएएस इंद्रसिंह राव को भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो (एसीबी) ने गुरुवार को कोटा की डीजे कोर्ट में पेश किया गया। कोर्ट ने इंद्र सिंह राव को एक दिन की एसीबी की रिमांड पर भेजा है। ऐसे में एसीबी कल फिर उन्हें कोर्ट में पेश करेगी। इंद्रसिंह को बुधवार शाम को 1.40 लाख रुपए की रिश्वत मामले में एसीबी ने जयपुर से गिरफ्तार किया था।
एसीबी दोपहर साढ़े तीन बजे इंद्र सिंह राव को कोटा की डीजे कोर्ट में लेकर पहुंची। यहां योगेंद्र पुरोहित की कोर्ट में एसीबी ने उनको पेश किया। इस दौरान एसीबी ने इंद्रसिंह राव की रिमांड मांगी। कोर्ट ने एक दिन की रिमांड मंजूर कर दी। करीब 20 मिनट में ही एसीबी की टीम उनको कोर्ट से लेकर निकल गई।
कोर्ट रूम में क्या-क्या हुआ:
बता दें कि 9 दिसंबर को एसीबी ने बारां कलेक्टर रहे इंद्र सिंह राव के पीए महावीर नागर को 1.40 लाख की रिश्वत लेते रंगे हाथ गिरफ्तार किया था। पूछताछ में पीए ने कहा था कि पेट्रोल पंप को एनओसी जारी करने के एवज में यह रिश्वत कलेक्टर के कहने पर ली है। एसीबी ने मामले की जांच के लिए एडिशनल एसपी चंद्रशेखर शर्मा, उप अधीक्षक सचिन शर्मा और पुलिस निरीक्षक महेश तिवारी की टीम को लगाया है।
मीडिया से बातचीत में महावीर ने बड़ा खुलासा किया था। महावीर ने कबूला है कि इतने पैसे छोटा कर्मचारी ले सकता है क्या? उच्चाधिकारी के कहने पर पैसे लिए जाते थे। जो रकम ली गई है वो पूरी ही कलेक्टर को देनी थी।शुरुआती जांच से ही एसीबी ने कलेक्टर की भूमिका को संदिग्ध माना था।
ट्रैप की कार्रवाई के बाद टीम ने बारां कलेक्टर इंद्र सिंह राव से करीब 10 घंटे की पूछताछ की थी। एसीबी टीम ने पूरे तथ्य जुटाए थे। एसीबी ने पूछताछ के बाद कलेक्टर के मोबाइल को जब्त किया था। FIR में इंद्र सिंह राव को नामजद किया था। एसीबी की पूछताछ में PA ने बताया था कि रिश्वत की रकम में कुछ हिस्सा बाबुओं था, बाकी कलेक्टर का था।
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