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शहर को साफ रखने और पाॅल्यूशन का स्तर कम करने के लिए अब राजस्थान पाॅल्यूशन कंट्राेल बाेर्ड भी नगर निगम का साथ देगा। पाॅल्यूशन कंट्राेल बाेर्ड सफाई व्यवस्था काे हाईटेक करने तथा संसाधन खरीदने के लिए 54 कराेड़ रुपए देगा। दाेनाें नगर निगमों काे 27-27 कराेड़ रुपए मिलेंगे।
इस राशि का उपयाेग किस तरह से किया जाएगा, इसके लिए पाॅल्यूशन कंट्राेल बाेर्ड द्वारा मंगलवार काे मीटिंग बुलाई गई है। इससे पहले भी पाॅल्यूशन कंट्राेल बाेर्ड द्वारा 3 कराेड़ रुपए की राशि दी गई थी। जिससे सफाई के संसाधन खरीदने की प्रक्रिया चल रही है।
शहर में साफ सफाई का काम अब अब हाईटेक मशीनों द्वारा किया जाएगा। साथ ही चंबल नदी काे प्रदूषित कर रहे शहर के नालाें काे टेप करके उनका पानी ट्रीट किया जाएगा। इसके लिए पाॅल्यूशन कंट्रोल बोर्ड राशि देगा। पाॅल्यूशन कंट्राेल बोर्ड काम कर रहा है, लेकिन उनके पास इतना स्टाफ नहीं है, जिससे वह शहर की आबाेहवा सुधारने के लिए फील्ड में उतर सके। इसलिए अब नगर निगम के साथ शहर के वातावरण को सुधारने की पहल की है।
निगम की बजट की कमी दूर हाेगी
नगर निगम के पास फंड की कमी थी। जिसके चलते हाईटेक मशीनें नहीं खरीद पा रहा था। पाॅल्यूशन कंट्राेल बोर्ड द्वारा आर्थिक मदद करने से नगर निगम के पास फंड की कमी दूर हाे जाएगी। सफाई के आधुनिक संसाधन खरीदने के लिए राशि वहां से आ जाएगी। नगर निगम काे इससे पहले सफाई संसाधन खरीदने के लिए स्मार्ट सिटी प्राेजेक्ट से भी 12 कराेड़ रुपए मिल चुके हैं।
जिससे जेसीबी, टिपर व सीवरेज मशीन खरीदी गई है। अभी कुछ मशीनें खरीदने की प्रक्रिया अभी भी चल रही है। दाेनाें नगर निगम कुल मिलाकर अपने बजट में से सफाई व्यवस्था पर साल में 50 से 60 कराेड़ रुपए खर्च करते हैं वाे ताे केवल सफाई कर्मचारियाें के वेतन-भत्ते, ठेके के सफाई कर्मचारी अाैर टिपर चलवाने में ही पूरे हाे जाते हैं।
पॉजिटिव- आप प्रत्येक कार्य को उचित तथा सुचारु रूप से करने में सक्षम रहेंगे। सिर्फ कोई भी कार्य करने से पहले उसकी रूपरेखा अवश्य बना लें। आपके इन गुणों की वजह से आज आपको कोई विशेष उपलब्धि भी हासिल होगी।...
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