शहर के कुन्हाड़ी थाना क्षेत्र से एक कोचिंग स्टूडेंट पढ़ाई के तनाव के चलते हॉस्टल से बिना बताए निकल गया। ट्रेन में बैठकर रतलाम पहुंच गया।तलाश करने पर परिजनों को नहीं मिलने पर थाने में गुमशुदगी दर्ज करवाई। पुलिस ने मोबाइल लोकेशन से स्टूडेंट को ट्रेस किया। उसे दस्तयाब कर बाल कल्याण समिति (CWC) के सामने पेश किया। कोचिंग स्टूडेंट 11 वीं में पढ़ता है। और मेडिकल की तैयारी कर रहा है।
बाल कल्याण समिति रोस्टर सदस्य मधुबाला शर्मा ने बताया कि 16 साल का स्टूडेंट बिहार के मोतिहार जिले का निवासी है। पिछले 6 महीने से कुन्हाड़ी इलाके में हॉस्टल में रह रहा है। उसकी मां व बहिन भी साथ रहती है। काउसलिंग में स्टूडेंट ने बताया कि उसकी पढ़ाई अच्छी नहीं चल रही थी। याद नहीं होने से तनाव रहता है। 27 नवंबर को उसका कॉमन टेस्ट था। उसको कुछ भी याद नहीं था।
डिप्रेशन के कारण 500 रूपए व एक जोड़ी कपड़े लेकर बिना बताए हॉस्टल से निकल गया। कोटा रेलवे स्टेशन पर आकर बैठ गया। उसे पता नहीं था कहां जाना था। जो ट्रेन दिखी उसी में बैठ गया। और रतलाम पहुंच गया। इस बीच उसके मोबाइल पर परिजनों के फोन आने शुरू हो गए। उसने फोन रिसीव नहीं किया। रतलाम स्टेशन पर उतरकर दूसरी ट्रेन में बैठ गया और मेघनगर पहुंच गया। वहां पुलिस ने उसे पकड़ लिया। और 28 नवंबर को कोटा पुलिस के हवालें किया। मधुशर्मा ने बताया कि स्टूडेंट्स से काउंसलिंग की जानी है। अभी उसे बाल गृह में अस्थाई आश्रय दिलाया है।
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