हिमाचल प्रदेश के कुल्लू में कोटा के व्यापारी की महज 1 हजार रुपए के चालान के लिए हत्या कर दी गई। दरअसल, निरमंड थाना क्षेत्र में लगे बूढ़ी दिवाली के मेले में अवैध स्टाल लगाने पर प्रशासन ने चालान काटा था। यह चालान रामेश्वर के साथी का काटा गया था।
इस पर उसने पड़ोसी दुकानदार की भी शिकायत कर दी। विभाग ने उसका भी चालान बनवा दिया। इसी विवाद में दोनों में झगड़ा हो गया। इसी लड़ाई में लकड़ी के डंडे से सिर पर चोट लगने से कोटा के बिजनेसमैन रामेश्वर की मौत हो गई। दोनों पक्षों के कुछ अन्य लोगों को भी चोटें आईं।
हिमाचल पुलिस के अनुसार लोकल प्रशासन को शिकायत मिली थी कि रामेश्वर और उसके साथी अवैध तरीके से स्टॉल संचालित कर रहे हैं। इस पर लोकल प्रशासन ने गैम्बलिंग एक्ट के तहत कार्रवाई की। उनकी दुकान का 3 हजार रुपए का चालान बनाया गया था।
खुद का चालान काटे जाने से रामेश्वर के साथी ने अपने पड़ोसी स्टॉल संचालक प्रवीण पर भी कार्रवाई करने की बात कही। उन पर भी बिना परमिशन के स्टॉल लगाने के आरोप लगाए। ऐसे में टीम ने प्रवीण की स्टॉल का 1 हजार रुपए का चालान बना दिया। इसी बात को लेकर दोनों पक्षों में कहासुनी हुई और फिर मामला मारपीट तक पहुंच गया।
बताया जा रहा है रामेश्वर के साथी ने स्टॉल के लिए सामान्य मंजूरी ले रखी थी, लेकिन उसकी आड़ में रिंग फेंकने वाले खेल की स्टॉल लगा रखी थी। यह गैम्बलिंग एक्ट में आता है। वहीं, उसके पड़ोसी के पास कोई परमिशन नहीं थी। फिर भी उसने दुकान लगा रखी थी।
प्रशासन ने जब दोनों का चालान काटा तो दोनों पक्षों में विवाद हो गया। इसी क्रम में सोमवार शाम को दोनों पक्ष के लोग अपनी-अपनी जगह खाना बना रहे थे। कुछ लोग खाना खा रहे थे तभी रात 8 बजे करीब पड़ोसी दुकान वाले ने झगड़ा शुरू कर दिया। कहासुनी इतनी बढ़ गई कि मारपीट शुरू हो गई। इसी दौरान किसी ने रामेश्वर के सिर पर लकड़ी के डंडे से वार कर दिया। सिर पर गंभीर चोट लगने से उसकी मौत हो गई।
कुल्लू DSP रविंद्र नेगी ने बताया कि दो आरोपियों को सोमवार रात को डिटेन किया गया है। फिर मंगलवार को उन्हें गिरफ्तार कर लिया गया। मृतक का पोस्टमार्टम शिमला में होगा। बुधवार को बॉडी शिमला शिफ्ट की जाएगी। गिरफ्तार किए गए आरोपी प्रवीण व पवन मंडी जिले के निवासी हैं।
कारोबारी का परिवार कोटा के रंगबाड़ी रोड़ स्थित हरिओम नगर बस्ती में रहता है। रामेश्वर मेलों में दुकान लगाते थे। इसके लिए वह 15-20 दिन पहले घर से निकल जाते थे। उसके साथ 15-20 लोगों की टीम भी थी। ये सभी मेले में दुकानें लगाते हैं। साथियों ने रामेश्वर की मौत के बारे में उसके भाई मुकेश को बताया। इसके बाद मुकेश हिमाचल के लिए रवाना हो गए हैं।
उधर, वार्ड-52 के पार्षद प्रतिनिधि दीपक महावर ने बताया कि रामेश्वर का परिवार सहित 20-25 साल से हरिओम नगर में रहते है। वह दो भाइयों में सबसे बड़े थे। उनके दो बच्चे हैं। पत्नी बीजेपी से वार्ड पार्षद का चुनाव लड़ चुकी हैं। वर्तमान में वह बीजेपी एससी मोर्चा की शहर महामंत्री हैं। रामेश्वर की मौत का परिवार वालों को अभी पता नहीं है। केवल छोटे भाई को इसकी जानकारी है। दीपक का कहना है कि रामेश्वर के परिवार की आर्थिक स्थिति ठीक नहीं है। प्रशासन को आर्थिक सहायता देनी चाहिए।
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हिमाचल प्रदेश के कुल्लू जिले के निरमंड में सोमवार शाम को कोटा के एक कारोबारी की पीट-पीटकर हत्या कर दी गई। मृतक रामेश्वर वर्मा कोटा के रंगबाड़ी रोड पर हरिओम मगर बस्ती का रहने वाला था। मेले में फैंसी खिलौनों का कारोबार करता था। रामेश्वर की मौत की सूचना पर उसका भाई हिमाचल के लिए रवाना हुआ है। फिलहाल परिजनों को रामेश्वर की मौत के बारे में जानकारी नहीं है। (पूरी खबर पढ़ें)
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