राहुल गांधी की भारत जोड़ो यात्रा कोटा जिले में प्रवेश कर चुकी है। 7 दिसंबर को यात्रा जगपुरा पहुंचगे। इसके चलते रोडवेज प्रशासन ने कोटा-झालावाड़ हाइवे से जाने वाली बसों का रूट 2 दिन के लिए डायवर्ट किया है। झालावाड़ को जाने वाली रोड़वेज बसें अब कैथून, देवली, कनवास सांगोद,खानपुर होते हुए झालावाड़ जा रही है। बदले रूट से जाने से रोड़वेज बस को एक तरफ से 50 किमी एक्स्ट्रा चलना पड़ रहा है।
कोटा से झालावाड़ की दूरी 90 किमी है। बदले रूट से ये दूरी करीब 150 किमी पड़ रही है। ये व्यवस्था 6 व 7 तक रहेगी। इधर सुकेत, रामगंजमंडी व चेचट जाने वाले यात्री भी परेशान है। इस रूट पर भी रोड़वेज बसों को 10 से 15 किमी एक्स्ट्रा चक्कर लगाना पड़ रहा है।
यात्री हो रहे परेशान
कोटा होकर रोज 35 -40 बसें झालावाड़ की ओर जाती है। इनमें कोटा, जयपुर, अजमेर,झालावाड़, बूंदी व भीलवाड़ा डिपो की बसें शामिल है। जो सुबह 5 से रात 11 बजे तक यात्री बसों में सवार होकर जाते है। नयापुरा बस स्टैंड से घर आधे घंटे में झालावाड़ की तरफ जाने वाली बस मिल जाती है। लेकिन रूट बदलने से अब एक से डेढ़ घंटे में बसें मिल रही है। बस को लंबा रूट तय करना पड़ रहा है। जिसमें समय ज्यादा लग रहा है। यात्री परेशान हो रह है।
किराया नहीं बढ़ाया, डीजल खपत बढ़ी
रोड़वेज प्रशासन ने बदले रूट से जाने वाली बसों का किराया नहीं बढ़ाया है। झालावाड़ की ओर जाने वाले यात्रियों से 90 किमी का ही किराया लिया जा रहा है। जबकि बसों को 140-150 किमी की दूरी तय करनी पड़ रही है। यानी एक तरफ के चक्कर पर करीब 50 किमी का डीजल एक्स्ट्रा जल रहा है। आने जाने में करीब 100 किमी के लिए एक्सट्रा डीजल के साथ वक्त भी ज्यादा लग रहा है। जिससे रोड़वेज को आर्थिक नुकसान हो रहा है।
रोड़वेज प्रबंधक कोटा अजय मीणा ने बताया कि यात्रा को लेकर रूट डायवर्ट किया है। कोटा डिपो की बसें तो सुबह ही झालावाड़ हाइवे से निकल गई।अन्य डिपो की बसें डायवर्ट रूट से निकल रही है। झालावाड़ आने जाने में 100 किमी का एक्स्ट्रा चक्कर लग रहा है। जिसमें समय भी ज्यादा लग रहा है। यात्रियों का किराया नहीं बढ़ाया है।
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