शहर में कोचिंग संस्थानों में ऑफलाइन पढ़ाई शुरू करवाने के लिए आंदोलन जारी है। बुधवार को कोचिंग स्टूडेंट्स, हाॅस्टल व्यवसायियों ने काली पट्टी बांधकर प्रदर्शन किया। सभी ने कोचिंग रि-ओपन काे लेकर नारेबाजी की। इस माैके पर सभी ने कहा कि सरकार ने प्रदेश में लगभग सबकुछ खोल दिया है। केवल कोचिंग सेंटर से भेदभाव क्यों है?
कोटा हॉस्टल एसोसिएशन अध्यक्ष नवीन मित्तल ने कहा कि बच्चे भी अब ऑफलाइन क्लासेज पढ़ना चाहते हैं, वे ऑनलाइन क्लासेस से परेशान हो गए हैं। इस दौरान कोटा हॉस्टल एसोसिएशन के महासचिव पंकज जैन, वरिष्ठ उपाध्यक्ष सुनील कटारिया, कोरल हाॅस्टल एसोसिएशन अध्यक्ष सुनील अग्रवाल, न्यू कोटा हॉस्टल एसोसिएशन के जुनैद खान, परविंदर सिंह आदि शामिल हुए।
धारीवाल ने मुख्यमंत्री से कहा- शर्ताें के साथ काेचिंग काे खाेला जाए
प्रदेश के 11 गवर्नमेंट काॅलेजाेें के लाेकार्पण एवं शिलान्यास समाराेह मेें बुधवार काे यूडीएच मिनिस्टर शांति धारीवाल ने काेटा की एजुकेशन काे लेकर पैरवी की। काेचिंग्स ओपन करने की मांग काे सीएम गहलाेत के साथ दमदारी से रखा। उन्हाेंने काेचिंग्स काे शर्ताे के साथ ओपन करने की मांग काे लेकर काेटा का मजबूती से पक्ष रखा। उन्हाेंने वर्चुअल समाराेह में कहा कि काेटा वर्ल्ड फेमस जगह है। यहां से हजाराें स्टूडेंट्स डाॅक्टर, इंजीनियर बन रहे हैं। पड़ाेती राज्याें मध्यप्रदेश और हरियाणा में काेचिंग संस्थान खाेल दिए हैं।
ऐसे में राजस्थान में भी काेचिंग काे सशर्त खाेला जाना चाहिए। उन्हाेंने कहा कि काेटा में काेचिंग संस्थान और स्टूडेंट्स वैक्सीन लगवा रहे हैं। यानी जिन बच्चाें काे पहला या दूसरा टीका लगा लिया है। उन्हीं बच्चाें काे काेचिंग में आने की परमिशन दी जाएगी। पैरेंट्स भी उन्हें परमिशन दे देगा जिनके वैक्सीनेशन लग चुकी है।
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