जिले के इटावा कस्बा निवासी मंजूर अली दिवान का तीसरी बार RAS में चयन हुआ है। इस बार उनकी 212 वीं रैंक बनी है। मंजूर पिछले 10 साल से दिल्ली में नौकरी कर रहे हैं। वो रक्षा मंत्रालय में सेक्शन ऑफिसर है। दिल्ली में नौकरी के दौरान उनके सहकर्मी जब RAS, IRS बने। तो उनके मन में भी RAS बनने की इच्छा जागी। वो सुबह 9 से शाम 6 बजे तक नौकरी करते हुए RAS की तैयारी में लग गए। नौकरी के साथ साथ रोज 8 से 10 घण्टे पढ़ाई की। सेल्फ स्टडी से कोटा के लाल ने कमाल कर दिया।
मंजूर अली दिवान का परिवार इटावा में रहता है। पिता रिटायर्ड टीचर है। दो भाई व एक बहिन में है। मंजूर के बड़े भाई हकीम दिवान भी सरकारी टीचर है। मंजूर अली दिवान ने बताया कि स्कूल कॉलेज टाइम में जब SDM ऑफिस जाते थे तो उनका रुतबा, कार्यशैली देखकर उनके जैसे बनने की इच्छा होती थी। लेकिन परिवार की आर्थिक स्थिति ऐसी नही थी कि RAS की कोचिंग के लिए कहीं भेज सकें।
साल 2011 में दिल्ली में नौकरी लगी। नौकरी के दौरान कुछ सहकर्मी सेल्फ स्टडी करके RAS व IRS बने। उन्होंने मोटिवेट किया कि बिना कोचिंग के भी एग्जाम फाइट किया जा सकता है। बस मेहनत व लगन होनी चाहिए। मंजूर ने बताया कि यही बात उनके बड़े भाई हकीम ने भी कहीं। जिसके बाद से ही उन्होंने RAS में चयनित होने का लक्ष्य बनाया।
साल 2012 RAS एग्जाम में 686 वीं रैंक हासिल की। वो सहकारी निरीक्षक पद पर चयनित हुए। लेकिन ज्वॉइन नही किया। उन्होंने दुबारा तैयारी शुरू की। साल 2013 RAS एग्जाम में 643 वीं रैंक हासिल हुई। उन्हें सामाजिक सुरक्षा अधिकारी की पोस्ट मिली। लेकिन फिर उन्होंने ज्वाइन नही किया। साल 2016 में उनका मूड ऑफ हो गया।उन्होंने तैयारी नही की। तीसरी बार साल 2018 RAS एग्जाम की तैयारी की। इसी साल उनकी शादी भी हुई। मेन एग्जाम के समय उन्होंने पत्नी व 3 माह की बेटी को भी संभाला। कड़ी मेहनत से 212 वीं रैंक हासिल की। मंजूर के 3 साल की बेटी व 2 माह का बेटा है।
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