कोटा में घर की रसोई में घुसा तेंदुआ:4 लोगों को पंजा मारकर घायल किया, कमरे में बंद पति-पत्नी चिल्लाते रहे

कोटा5 महीने पहले
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कोटा के एक घर में शनिवार सुबह तेंदुआ घुस गया। वह किचन में जाकर बैठ गया। रसोई में तेंदुए को देख घर में रहने वाले व्यक्ति और उसकी पत्नी ने खुद को कमरे में बंद कर लिया। वे अपनी जान बचाने के लिए चीखते-चिल्लाते रहे और तेंदुआ किचन में बैठा गुर्राता रहा।

पड़ोसियों की सूचना पर पहुंची वन विभाग की टीम ने काफी मशक्कत के बाद ट्रेंकुलाइज करके तेंदुए को काबू किया। उसे अभेडा बायोलॉजिकल पार्क ले जाया गया। लेकिन, तब तक वह चार लोगों को पंजा मारकर घायल कर चुका था।

घर की रसोई में तेंदुआ करीब तीन घंटे तक बैठा रहा। गैस चूल्हे के पास बैठे तेंदुए को वन विभाग की टीम ने मुश्किल से काबू में किया।
घर की रसोई में तेंदुआ करीब तीन घंटे तक बैठा रहा। गैस चूल्हे के पास बैठे तेंदुए को वन विभाग की टीम ने मुश्किल से काबू में किया।

लोगों का शोर सुनकर छत पर चढ़ गया
स्थानीय लोगों ने बताया- सुबह 5 बजे महावीर नगर कॉलोनी के शिव ज्योति कॉन्वेंट स्कूल के आसपास के इलाके में तेंदुआ देखा गया था। उसने यहां अलग-अलग जगहों पर 4 लोगों पर हमला किया। लोगों का शोर सुनकर वह एक घर की छत पर चढ़ गया था। यहां से सीढ़ियों के सहारे उतरकर घर के किचन में पहुंचा।

किचन से ही वन विभाग की टीम ने काबू किया
वन विभाग की टीम जब मौके पर पहुंची तो तेंदुआ किचन में ही था। टीम ने उसे ट्रेंकुलाइज कर बेहोश किया, इसके बाद डंडे में कपड़ा बांधकर उसकी आंखों के पास ले जाकर यह श्योर किया कि वह बेहोश हो गया है। इसके बाद उसे वहां से ले जाया गया।

गिरजा शंकर और ऊषा नंदवाना के घर से तेंदुए को रेस्क्यू किया गया। दोनों कमरे में करीब ढाई घंटे तक कैद रहे।
गिरजा शंकर और ऊषा नंदवाना के घर से तेंदुए को रेस्क्यू किया गया। दोनों कमरे में करीब ढाई घंटे तक कैद रहे।

मैं काम कर रही थी, तभी गुर्राने की आवाज आई
जिस घर में तेंदुआ घुसा था, उसमें रहने वाली ऊषा नंदवाना ने बताया- हम करीब ढाई घंटे तक कमरे में कैद रहे। मैं घर का काम कर रही थी। पति दूसरे कमरे में थे, तभी गुर्राने की आवाज आई। देखा तो वहां तेंदुआ था। वह सीधा किचन में घुस गया। हम पति-पत्नी एक कमरे में गए और दरवाजा बंद लिया। मदद के लिए आवाज लगाई फिर पड़ोसियों और रिश्तेदारों को फोन किया। ऊषा के पति गिरजा शंकर ने बताया कि सुबह करीब 8 बजे तेंदुआ घुसा था।

घायल रामविलास ने बताया कि उसने मेरे हाथ का पंजा चबा लिया। इसके बाद भी वह लगातार मुझ पर हमले का प्रयास करता रहा।
घायल रामविलास ने बताया कि उसने मेरे हाथ का पंजा चबा लिया। इसके बाद भी वह लगातार मुझ पर हमले का प्रयास करता रहा।

कॉलोनी वालों की आंखों देखी

  • भाजपा नेता देवेंद्र तिवारी ने बताया- उनके दोस्त गोपाल महावर ने गणौर पार्क इलाके में तेंदुआ होने की जानकारी दी। जब उन्होंने बाहर देखा तो तेंदुआ गोपाल महावर की छत पर कूदकर भाग रहा था। इस पर उन्होंने कंट्रोल रूम को सूचना दी।
  • स्थानीय युवक कार्तिक दीक्षित ने बताया कि करीब 7.30 बजे उसने घर के सामने तेंदुआ को बैठे देखा था। कुत्तों ने भौंकना शुरू किया तो वहां से भाग कर दूसरे मकान पर चला गया।
  • टीचर तारा सनाढ्य ने बताया कि लगभग साढ़े 7 बजे की बात है। पूजा करने जा रही थी। उसी समय सड़क पर तेंदुआ दिखाई दिया तो मैं चिल्लाई।
  • स्थानीय निवासी निमेश राठौर ने बताया कि करीब 8 बजे मेरे मकान से होकर तेंदुआ दूसरे मकान पर चढ़ गया। सीढ़ियों से होकर पास वाले मकान में घुस गया। मैंने स्थानीय वार्ड पार्षद व पुलिस के हेल्पलाइन नंबर 100 पर कॉल किया।
घायल वर्मा ने बताया कि तेंदुआ लगातार पंजा मारता रहा। उसके पंजों से शरीर बुरी तरह छिल गया है। उसने मुंह पर भी वार करने की कोशिश की।
घायल वर्मा ने बताया कि तेंदुआ लगातार पंजा मारता रहा। उसके पंजों से शरीर बुरी तरह छिल गया है। उसने मुंह पर भी वार करने की कोशिश की।

हमले की कहानी, घायलों की जुबानी

  • छत पर जाते ही कर दिया हमला: तेंदुए के हमले से घायल हुए रामविलास मीणा (56) ने बताया कि मैं सुबह करीब 7 बजे वॉक से वापस आया और पक्षियों को दाना डालने के लिए जैसे ही छत का दरवाजा खोला, सामने तेंदुआ नजर आया। उसने गुर्राते हुए हमला कर दिया। मैंने उसके दोनों पैरों को पकड़ लिया। वह गर्दन पर लपक कर हमला कर रहा था। वह भागकर पड़ोसी की छत पर कूद गया।
  • घर के बाहर बैठा था तेंदुआ: मयंक मीणा ने बताया कि सुबह 6 बजे घर का गेट खोलने गए थे। उस समय तेंदुआ नीचे बैठा हुआ था। फिर वह ऊपर आ गया और हमला करके भाग गया। दूसरी गली में दो लोगों पर अटैक किया।
  • गर्दन पकड़ी तो पंजे मारने लगा: हरिशंकर वर्मा ने बताया कि सुबह सात बजे छत पर किसी के कूदने की आवाज आई। मुझे लगा कि शायद बंदर होगा। मैं सब्जी लाने के लिए घर से निकला। जैसे ही दरवाजा खोला तो पोर्च में तेंदुआ बैठा था। मुझे देखते ही मेरी तरफ लपका। मैंने दोनों हाथों से उसकी गर्दन पकड़ी और जोर-जोर से चिल्लाने लगा। वह पंजों से वार करने लगा। जैसे-तैसे तेंदुए को धकेलकर अंदर भागा और दरवाजा बंद कर लिया।
गणगौरी पार्क इलाके में तेंदुए को पकड़ने के लिए वन विभाग की टीम ने छत पर जाल लगाया था।
गणगौरी पार्क इलाके में तेंदुए को पकड़ने के लिए वन विभाग की टीम ने छत पर जाल लगाया था।

चंबल के जंगल से आने का शक
ADM सिटी ब्रजमोहन बैरवा ने बताया दो-तीन लोगों पर तेंदुए ने अटैक किया है। उनकी स्थिति गंभीर नहीं है। उन्हें इलाज के लिए मेडिकल कॉलेज में भर्ती कराया गया है। तेंदुआ कहां से आया है। अभी इसकी जानकारी नहीं है। यह इलाका चंबल नदी से नजदीक है। चंबल के किनारे जंगल है। वहीं से तेंदुआ आया होगा। अभी कुछ नहीं कहा जा सकता।

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