मेडिकल काॅलेज के 240 रेजीडेंट डाॅक्टराें ने तीसरे दिन बुधवार काे भी कार्य बहिष्कार रखा। काेई रेजीडेंट वार्ड में नहीं गया और न ही ओपीडी में सेवाएं दी। सिर्फ इमरजेंसी ड्यूटियां की। तीन दिन से चल रहे इस आंदाेलन की वजह से तीनाें ही बड़े अस्पतालाें एमबीएस, जेकेलाेन व एनएमसीएच में व्यवस्थाएं बिगड़ी हुई हैं। ओपीडी में सर्वाधिक दिक्कत हाे रही है। ओपीडी में पर्याप्त डाॅक्टर नहीं हाेने से मरीजाें की लंबी कतारें लगी रहती हैं, वहीं इनडाेर में रेजीडेंट्स के नहीं जाने से मरीजाें की देखभाल प्रभावित हाे रही है। एमबीएस अस्पताल की सेंट्रल लैब में भी रेजीडेंट्स नहीं जा रहे, जहां अब सीनियर फैकल्टी मेंबर्स लगाए गए हैं।
रेजीडेंट डाॅक्टर्स एसाेसिएशन के अध्यक्ष डाॅ. मनीष गढ़वाल ने बताया कि कार्य बहिष्कार जारी रहेगा, फिलहाल नेशनल लेवल पर काेई निर्णय नहीं हाे सका है। पीजी काउंसलिंग में हाे रही देरी के चलते यह आंदाेलन किया जा रहा है। उधर, रेजीडेंट्स की हड़ताल के बीच सरकार ने काेटा मेडिकल काॅलेज काे 112 जूनियर रेजीडेंट लगाने की मंजूरी दी है। प्रिंसिपल डाॅ. विजय सरदाना ने बताया कि तीन माह के लिए ये रेजीडेंट्स लगाने की स्वीकृति मिली है। इनके लिए गुरुवार से वाॅक इन इंटरव्यू शुरू कर रहे हैं। एमबीबीएस डिग्री धारक दाेपहर बाद 2 बजे से मेडिकल काॅलेज में हाेने वाले इंटरव्यू में शामिल हाे सकते हैं। फिलहाल जारी आदेशाें के मुताबिक, जूनियर रेजीडेंट्स के ये 112 पद 28 फरवरी या काउंसलिंग हाेने तक रहेंगे।
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