कारगिल युद्ध में शहीद हुए मूलाराम बिडियासर की पत्नी रामेश्वरी को सरकार द्वारा आवंटित पेट्रोल पम्प के बाद शुक्रवार देर शाम को मकान पर भी उसकी पुत्री पूनम चौधरी को न्यायालय के आदेशों पर कब्जा दिलवाया गया। पुलिस एवं प्रशासन के द्वारा न्यायालय के आदेशों की पालना में पूनम को शंकर कॉलोनी स्थित मकान का कब्जा सुपुर्द करवाया गया।
गौरतलब है कि शहीद की पत्नी रामेश्वरी देवी को सरकार द्वारा मूलाराम की शहादत पर पेट्रोल पंप, एक आवासीय मकान एवं एक मुरब्बा आवंटित हुआ था। रामेश्वरी ने चेनाराम से पुर्नविवाह पर उसकी पुत्री अपने ननिहाल में रही। रामेश्वरी देवी की मृत्यु के पश्चात उसके दूसरे पति एवं पूनम के बीच सम्पति को लेकर लम्बे समय तक न्यायालय में मामला लम्बित रहा।
वर्ष नवम्बर 2021 में पेट्रोल पंप पर पूनम को एकमात्र उत्तराधिकारी मानते हुए न्यायालय ने आदेश देकर उसे इसके संचालन की जिम्मेदारी दिलाई। इसके पश्चात मकान पर चेनाराम द्वारा अस्थायी स्थगन आदेश को खारिज कर न्यायालय द्वारा पूनम को इसका कब्जा दिलाने का आदेश दिया। जिसके पश्चात पूनम चौधरी ने पुलिस को न्यायालय के आदेश के आधार पर मकान का कब्जा दिलवाने के लिए प्रार्थना पत्र प्रस्तुत किया। चौकी प्रभारी दशरथ सिंह एवं हेड कांस्टेबल गजेन्द्र सिंह की मौजूदगी में शहीद की पुत्री पूनम को मकान पर कब्जा दिलवाया गया।
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