मारवाड़ मूंडवा हमारी संस्कृति में प्राचीनकाल से ही पेड़ और प्रकृति के संरक्षण को लेकर अनेक परंपराएं प्रचलित है। यहां कण कण में भगवान मानकर उसको पूजा गया है। तहसील के ईनाणा ग्राम पंचायत के ग्राम खेंण के मेघवाल समाज के लोगों द्वारा पीपल पूर्णिमा के अवसर पर गवाड में पीपल का विवाह बड़ी धूमधाम से बरगद के साथ सम्पन्न करवाया गया।
महिलाओं ने गाए मंगलगीत
एक सामान्य लड़के और लड़की के विवाह में जो रस्में होती है। वह सभी इस विवाह में भी देखने को मिली। जिनमें बारात का आना, यज्ञ मंडप पूर्ण वैदिक मंत्रोंचार के साथ सात फेरों का होना, मायरा भरना, वधू पक्ष द्वारा समठावणी करना, कन्यादान करना, दहेज के रूप में वस्त्र बर्तन सोने और चांदी के आभूषण आदि दिए गए। महिलाओं ने विवाह के मंग गीत गाए। पंडित दीपक ने यह विवाह सम्पन्न करवाया।
विवाह स्थल को सजाया
दूल्हे बरगद, दुल्हन पीपल और वैवाहिक स्थल को आकर्षक सजावट कर सजाया गया। बैंड बाजे के साथ बारात रामदेवजी मन्दिर से रवाना होकर समाज के साथ बारहपुरी बाबा चौक खातियों का मोहल्ला व मुख्य मार्गों से होते हुए वैवाहिक स्थल पर पंहुची। यज्ञ में मांगीलाल, भीकाराम, जस्साराम, रामकरण, कंवरीलाल, शैतानराम, नरसीराम सहित अनेक लोगों ने यज्ञ में आहुतियां दी।
सामूहिक प्रीतिभोज का आयोजन
विवाह में सामूहिक प्रीतिभोज का अयोजन भी किया गया। समाज में बुज़ुर्ग लोगों की देखरेख में युवाओं द्वारा यह गांव में अनोखी पहल है। जिसमें युवा धन्नाराम, धारूराम, सहदेवराम के साथ ही समाज के युवाओं ने बढ़ चढ़ कर भाग लिया और सहयोग भी किया।
आपसी सद्भाव का दिया संदेश
इस विवाह में सम्मिलित होने वाले सभी ग्रामीणों ने पौधों के संरक्षण, सुरक्षा और देखरेख की जिम्मेदारी भी ली। वैवाहिक स्थल पर मेघवाल समाज के लोगों के साथ सर्वधर्म के लोग मौजूद रहे। इससे आपसी सामाजिक सद्भाव का संदेश भी इस आयोजन के माध्यम से दिया गया।
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