कोरोना के चलते 2 साल से गांव-शहर से बाहर नहीं निकल पाए बुजुर्ग तीर्थयात्रा पर जाने को लेकर बड़े उत्साहित है। राज्य सरकार द्वारा करवाई जाने वाली 21 तीर्थ स्थलों की यात्रा को लेकर रोजाना 2 हजार से ज्यादा आवेदन प्रदेशभर से प्राप्त हो रहे हैं।
चौंकाने वाली स्थिति यह है कि 16 जून से शुरू हुई ऑनलाइन आवेदन प्रक्रिया के तहत 18 दिनों में ही प्रदेश से 35 हजार 518 आवेदन प्राप्त हो गए, जबकि लक्ष्य मात्र 20 हजार का ही है। ऐसे में 10 जुलाई तक चलने वाली ऑनलाइन प्रक्रिया के तहत प्रतिदिन 2 हजार के हिसाब से शेष बचे 7 दिनों में आवेदनों की संख्या साढ़े 50 हजार से पार कर सकती है।
ऐसे में चयन लॉटरी प्रक्रिया के तहत होने से सीटों से 30 हजार ज्यादा आवेदन आने की स्थिति में यह बुजुर्ग बाहर होकर तीर्थयात्रा से वंचित रहे सकते हैं। हालांकि आवेदनों की संख्या को देखते हुए सरकार को सीटें बढ़ाने की जरूरत हैं।
दरअसल, सरकार की वरिष्ठजन तीर्थयात्रा योजना में देवस्थान विभाग की वेबसाइट पर 10 जुलाई तक ऑनलाइन आवेदन किए जा सकते हैं।देवस्थान विभाग की वेबसाइट के अनुसार प्रदेश में सीटों के मुकाबले 182 फीसदी आवेदन आ चुके हैं। वहीं नागौर जिले में 18 दिनों में 291 सीटों पर 849 आवेदन आ चुके हैं। ऐसे में इस बार संख्या तय आंकड़े से कई गुना ज्यादा रहेगी।
प्रावधान : 60 साल या ऊपर के बुजुर्ग देशभर के 21 तीर्थ स्थलों पर जाने 10 जुलाई तक कर सकेंगे आवेदन
यात्रा के लिए वरिष्ठजन का राजस्थान का मूल निवासी और इसी साल 1 अप्रैल को उम्र 60 वर्ष या अधिक होना चाहिए। यात्राएं सितंबर-अक्टूबर में होगी।
इसमें 70 साल या इससे अधिक उम्र के वरिष्ठ नागरिक अपने साथ सहायक भी ले जा सकते हैं। हवाई यात्रा में जीवन साथी के अलावा अन्य सहायक नहीं मिलेगा। वृद्धाश्रम के बुजुर्ग और दिव्यांग भी आवेदन कर सकते हैं।
यात्रा: 20 तीर्थ स्थलों पर ट्रेन से, 1 स्थल पर हवाई जहाज से कर सकेंगे यात्रा
इस बार रामेश्वरम, मदुरई, जगन्नाथपुरी, तिरुपति, द्वारकापुरी, सोमनाथ, वैष्णोदेवी, अमृतसर, प्रयागराज, वाराणसी, मथुरा-वृंदावन, सम्मेदशिखर, पावापुरी, उज्जैन, ओंकारेशवर, गंगासागर, कामाख्या, हरिद्वार-ऋषिकेश, बिहार शरीफ व वेलनकानी चर्च (तमिलनाडु) रेल से तथा पशुपतिनाथ (काठमांडू) की यात्रा प्लेन से करवाई जाएगी।
यात्रा का रुझान बढ़ने का कारण ये : कोरोना संक्रमण और लॉकडाउन के चलते 2019-20 से निशुल्क तीर्थ यात्रा पर ब्रेक लग गया था। अब सामान्य स्थिति में जब हर उम्र वर्ग के लोग घूमने बाहर निकल रहे हैं।
खासकर गर्मियों की छुट्टियों में बड़ी संख्या में लोग परिवार सहित घूमने निकले। इसे देखते हुए अब बुजुर्ग भी योजना वापस शुरू होने से उत्साहित है। जो दो तीन साल से इंतजार में भी बैठे हैं।
ये नियम ध्यान में रखें : दोनों डोज लगने का प्रमाण जरूरी
यात्रा पूर्व स्वास्थ्य संबंधी चिकित्सकीय प्रमाण-पत्र पेश करना होगा। आवेदक ने पूर्व में तीर्थ यात्रा योजना का लाभ नहीं लिया हो।
संक्रामक रोग जैसे टीबी, कांजेस्टिव, कार्डियक, श्वास में अवरोध, कोरोनरी अपर्याप्तता, कोरोनरी थ्रोम्बोसिस, मानसिक व्याधि, कुष्ठ रोग से ग्रसित न हो। कोविड टीकाकरण की दोनों डोज लगी होने के साथ स्वास्थ्य उपयुक्तता आवश्यक है। जिनकी उम्र 70 से अधिक है और जीवनसाथी साथ में नहीं हैं। वे सहायक ले जा सकेंगे
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