खरनाल स्थित वीर तेजाजी का मंदिर तेजाणा मजबूती से बनाया जाए इसलिए जमीन में 25 फीट गहराई तक जांच की जा रही है। मंदिर निर्माण कार्य की प्रोसेस शुरू हो चुकी है। बुधवार को जोधपुर के एमबीएम इंजीनियरिंग विश्वविद्यालय की टीम ने खरनाल पहुंचकर मशीनरी से मंदिर निर्माण की जगह की जांच की।
यहां चार प्वाइंट पर अलग-अलग जगह 11 फीट, 18 फीट व 25 फीट तक जेसीबी से खड्डे खोदे गए। इस बाद मशीनरी लगाकर मिट्टी की मजबूती, तह आदि की जांच के लिए नमूने लिए गए। उल्लेखनीय है कि खरनाल में चार सौ करोड़ से निज मंदिर सहित तेजाणा निर्माण किया जाना प्रस्तावित है। मंदिर संस्था के राष्ट्रीय अध्यक्ष सुखराम खुड़खुड़िया ने बताया कि इसके लिए जेजेपी अध्यक्ष अजयसिंह चौटाला ने दस जून को कार्य को हरी झंडी दी थी।
मिट्टी के लिए नमूने, सात दिन में आएगी रिपोर्ट
पूर्व छात्र संघ अध्यक्ष रणजीत धोलिया ने बताया कि एमबीएम की टीम से आए हेड महेंद्र सिंह राजपूत, अरुण पुरोहित, दिनेश जाट, पुखराज देवासी ने मिट्टी के नमूने लिए। इसकी रिपोर्ट सात दिन बाद आएगी। इस बाद आगे का काम होगा।
उन्होंने बताया कि जहां तेजाणा निर्माण शुरू किया गया है, वहां पर मिट्टी धंसने, खोखली होने जैसी स्थिति नहीं हो इसलिए निर्माण टीम ने जांच कराई है ताकि तेजाजी का मंदिर मजबूती से खड़ा किया जा सके। इसलिए इंजीनियरिंग विश्वविद्यालय की टीम से जांच करवाई जा रही है। मंदिर निर्माण में एक प्रतिशत भी लापरवाही नहीं बरती जाएगी ताकि कई युगों तक मंदिर का इतिहास बना रहे।
मिट्टी जांच के लिए जेएनवीयू डीन से मिले थे प्रतिनिधि
मंदिर निर्माण के लिए जेएनवीयू में डीन सुनील शर्मा से मंदिर निर्माण समिति के प्रतिनिधिमंडल ने मूलाकात कर मिट्टी जांच की स्वीकृति ली थी। इस दौरान हरियाणा के बिट्टू नैण, एक्सईएन मेहरसिंह गोयल, प्रेमसुख धोलिया, तरसेम शर्मा, अर्जुनराम जाजड़ा, देवीलाल जाखड़ ने अनुमति पत्र लिया। वहीं बुधवार को जांच कार्य के दौरान भोपाजी दरियाव धोलिया, राजपाल धोलिया, अमित नैण, रामपाल, सुरेंद्र, सीताराम, लाखाराम, सुरेश मौजूद रहे।
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