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मेड़ता किसान संघर्ष समिति के तत्वावधान में गुरुवार को केंद्र सरकार की ओर से लाए गए कृषि कानून के विरुद्ध ट्रैक्टर रैली निकालकर विरोध जताया गया। राष्ट्रपति के नाम एसडीएम के आसान व पुलिस उप अधीक्षक विक्रम सिंह भाटी को ज्ञापन पेश किया। केंद्र सरकार के विरुद्ध नारेबाजी की गई।
ट्रैक्टर रैली संघर्ष समिति के हरिराम कमेड़िया के नेतृत्व में सौ से अधिक से ट्रैक्टर कृषि उपज मंडी के सामने से रवाना होकर नागौर चौकी, नगर पालिका, गांधी चौक, बस स्टैंड, पब्लिक पार्क होते हुए कचहरी परिसर के सामने पहुंचे। जहां एसडीएम के.आर चौहान को ज्ञापन दिया गया। ज्ञापन में बताया कि कृषि सुधार के नाम पर तीन कानून पास किए हैं। जिनको वापस लेना चाहिए। उन्होंने कहा कि कृषक उत्पाद व्यापार एवं वाणिज्य कानून, किसान मूल्य आश्वासन समझौता एवं कृषि सेवा अधिनियम, आवश्यक वस्तु कानून लागू किए है। यह किसानों के हित में नहीं है। इससे कृषि मंडियों का अस्तित्व समाप्त हो जाएगा। न्यूनतम समर्थन मूल्य पर व्यापार होगा। समस्या देश के छोटे-छोटे किसानों को बड़े कॉरपोरेट जगत का मात्र मजदूर बना कर रख देंगे।
ज्ञापन में कहा कि एक तरफ प्राकृतिक आपदा से एक चौथाई उत्पादन होना, दूसरी तरफ समर्थन मूल्य खरीद केंद्र कागजों की खानापूर्ति कर सरकार किसानों के साथ धोखा कर रही है। इस दौरान पूर्व विधायक रामचंद्र जारोड़ा, पूर्व प्रधान कैलाश मंडा, कृषि उपज मंडी पूर्व अध्यक्ष बाबूलाल खदाव, सुखाराम लूनियावास, हरिराम कमेडिया, पूर्व उप प्रधान चेतन प्रसाद जाजड़ा, पुरखाराम भंवरिया, प्रेमसुख, कमरुद्दीन, पुखराज बेड़ा, ओमप्रकाश तेतरवाल, रामेश्वर पुनिया, धन्नाराम, एडवोकेट दीनाराम चौधरी, रामजीवन, सुगनाराम, जितेंद्र कमेडिया, सुरजन, महेंद्र खदाव, आसाराम, रामजीवन, किसनाराम, रवि, रेवतराम, घासीराम, रामलाल, सुलेमान लुहार, माणक सेन, लाला राम नायक, उर्जाराम, जवरीलाल दाधीच सहित अनेक किसान मौजूद रहे।
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