पीएम नरेंद्र मोदी के एलान के बाद संसद के विंटर सेशन के पहले दिन ही तीनों कृषि कानून वापसी बिल दोनों सदनों में पास हो चुके है। अब RLP सुप्रीमो और नागौर सांसद हनुमान बेनीवाल ने बुधवार को लोकसभा के शून्यकाल के दौरान संसद में बोलते हुए केंद्र सरकार से किसान आंदोलन के दौरान जान गंवाने वाले 700 से ज्यादा किसानों के परिजनों को आर्थिक मुआवजा देने और आंदोलन के दौरान विभिन्न राज्य सरकारों के द्वारा किसानों के खिलाफ दर्ज किये गए मुकदमों को वापस लेने की मांग की।
नागौर सांसद हनुमान बेनीवाल ने कहा कि आंदोलन के चलते उनकी पार्टी RLP सहित एनडीए सरकार से अलग हुई कई पार्टियों के दबाव के चलते केंद्र सरकार को झुकना पड़ा है। तीनों कृषि कानून वापस लेने को मजबूर होना पड़ा। उन्होंने आंदोलन के दौरान मारे गए 700 से ज्यादा किसानों को शहीद बताते हुए केंद्र सरकार से जल्द ही उनके परिजनों को आर्थिक पैकेज देने और देश भर में किसानों के खिलाफ दर्ज हुए मुकदमे वापस लेने की मांग भी रखी।
किसान आंदोलन के समर्थन में एनडीए से हो गए थे अलग
RLP के इकलौते सांसद और पार्टी सुप्रीमो हनुमान बेनीवाल पहले बतौर एनडीए सहयोगी केंद्र सरकार में शामिल थे। तीनों कृषि कानून आने के बाद दिसंबर 2020 में उन्होंने एक ट्वीट कर किसान आंदोलन के समर्थन में केंद्र सरकार से अपना नाता तोड़ लिया था। इसके बाद उन्होंने अपने समर्थकों के साथ आंदोलन स्थल पर भी कूच किया था। अब तीनों कृषि कानून वापसी के बाद भी नागौर सांसद हनुमान बेनीवाल के तेवर नहीं बदले है और उन्होंने एनडीए में दुबारा शामिल होने से इंकार किया है।
Copyright © 2022-23 DB Corp ltd., All Rights Reserved
This website follows the DNPA Code of Ethics.