जयपुर के महारानी कॉलेज में राजस्थान यूनिवर्सिटी अध्यक्ष निर्मल चौधरी को थप्पड़ मारने का विवाद थमने के बजाय बढ़ता जा रहा है। महासचिव अरविंद जाजड़ा और निर्मल के समर्थकों के बीच अब भी तनाव है। दोनों एक-दूसरे को लेकर आरोप लगा रहे हैं।
भास्कर ने मामले की पड़ताल की कि महारानी कॉलेज में छात्रसंघ ऑफिस उद्घाटन कार्यक्रम में हुई मारपीट की असल वजह क्या थी?
सामने आया कि अध्यक्ष निर्मल और महासचिव जाजड़ा में महीने भर से तनाव चल रहा था। दोनों के समर्थक रह-रह कर यूनिवर्सिटी में आमने-सामने भी हो रहे थे। उद्घाटन कार्यक्रम में पहली बार ये विवाद खुलकर सामने आ गया।
घटना में पुलिस की भी लापरवाही सामने आई है। पुलिस को पहले से पता था निर्मल और अरविंद के बीच तनाव है। इसके बावजूद मामले को हल्के में लिया गया।
यहां तक कि कॉलेज की ओर से दर्ज कराई गई FIR में न महासचिव अरविंद जाजड़ा का नाम है और न ही थप्पड़कांड का कोई जिक्र।
सिलसिलेवार पढ़िए- कैसे अध्यक्ष और महासचिव का विवाद थप्पड़ तक पहुंच गया...।
सबसे पहले थप्पड़कांड के बाद दोनों का पहला इंटरव्यू
महासचिव अरविंद जाजड़ा से बातचीत
भास्कर : आपने पहले से निर्मल पर हमले की प्लानिंग कर रखी थी?
अरविंद : मंच पर जो हुआ, वो एकदम से हुआ। कोई प्री-प्लानिंग नहीं थी। हालांकि अध्यक्ष निर्मल और उसके समर्थकों द्वारा लगातार उकसाया जा रहा था। मेरे समर्थकों से मारपीट भी की थी। कार्यालय पर तोड़फोड़ कर चोरी की। हमने पुलिस में शिकायत दी। अब तक कोई कार्रवाई नहीं हुई।
भास्कर : मंच पर थप्पड़ क्यों, किस घटना का जवाब था?
अरविंद : इन घटनाओं को लेकर जवाब देने की तो तैयारी थी, लेकिन ये सब उस दिन होगा, ये तय नहीं था। अगर ऐसा होता तो हिस्ट्रीशीटर और गुंडों की भीड़ के साथ आए अध्यक्ष को अकेले ही थोड़े थप्पड़ मार देता। प्लांड होता तो मैं भी जाब्ते से रहता।
भास्कर : तो फिर आपने हाथ क्यों उठाया?
अरविंद : दरअसल उस दिन अध्यक्ष उस प्रोग्राम में इनवाइट ही नहीं था। मैं भी अतिथि सम्मान कर मंच से नीचे आने वाला था। अध्यक्ष निर्मल वहां आ भी गया तो उसे मंच से अपने नाम पुकारे जाने का इन्तजार कर लेना था। भारी भीड़ और लड़कों को लेकर ऊपर चढ़ने का क्या मतलब था? काले कपडे़ और काली स्याही किस मकसद से लाए थे ? मैंने उन्हें रोकना चाहा तो उसके साथ आए कुछ लड़कों ने गालियां दीं और बस अगले ही पल मैंने आपा खो दिया था। गाली नहीं सुन सकता था।
भास्कर : हाल ही में महाराजा कॉलेज में कार्यक्रम में सचिन पायलट के आने पर आपको नहीं बुलाया गया, क्या उसको लेकर नाराजगी चल रही थी ?
अरविंद : ये सब कुछ बकवास है। वो कार्यक्रम छात्र शक्ति का था। मैं वहां इनवाइट था या नहीं, ये वहां के आयोजक के साथ मुझे और मेरे समर्थकों को मालूम है। विचारधारा परिवार का कार्यकर्ता हूं, ऐसे में वहां नहीं गया था। निर्मल को भी अपनी विचारधारा का ध्यान रखना चाहिए था और बिना-बुलाए महारानी कॉलेज के कार्यक्रम में नहीं पहुंचना चाहिए था।
खबर में आगे बढ़ने से पहले नीचे दिए गए पोल में हिस्सा लेकर आप अपनी राय व्यक्त कर सकते हैं।
अब RU अध्यक्ष निर्मल चौधरी से बातचीत....
भास्कर : मारपीट की घटना को लेकर आप क्या कदम उठा रहे हैं?
निर्मल : घटना को लेकर मैंने मामला दर्ज करवा दिया है। अब कानून अपना काम करे। जो भी इस घटना के लिए दोषी हो, उसे जल्द से जल्द सजा दी जाए।
भास्कर : महासचिव अरविंद जाजड़ा ने भी आप पर कई आरोप लगाए हैं?
निर्मल : महासचिव के आरोपों पर मुझे कुछ नहीं बोलना है। अगर कुछ हुआ था तो पुलिस में शिकायत देते और कानून अपने आप दोषी को सजा देता।
भास्कर : आप दोनों के बीच क्या विवाद है?
निर्मल : मुझसे जो बात करता है, मिलना चाहता है, उससे मिलता हूं। उन्हें बढ़िया लगे तो मुझे नमस्कार करो और नहीं लगता है तो मत करो। अगर कोई अपने ही रास्ते पर है तो मैं भी मेरे रास्ते पर अलग राह बना लेता हूं। छात्र हितों के लिए काम करने का जो मेरा मकसद है, उसे पूरा करने में लगा हूं। महासचिव और उनके समर्थकों को समझना चाहिए कि छोटी सोच रख के ऐसी घटना को अंजाम देने से कुछ नहीं होगा। आपको भी छात्र शक्ति ने अहम जिम्मेदारी दी है। इसलिए उनके दिए इस मजबूत मंच से छात्रों की उम्मीद और आशाओं को पूरी करते हुए छात्र हित में काम करें। गुंडा-बदमाश बनने से कुछ भला नहीं होगा।
भास्कर : अब आप आगे क्या करेंगे?
निर्मल : अब मामले में ज्यादा बोलना और बात नहीं करना चाहता हूं। कानूनी कार्रवाई कर दी है, जो होगा, मंजूर होगा। समर्थकों से भी शांत रहने और उसे ज्यादा भाव नहीं देने को कहा है। छात्र हितों के लिए संघर्ष करते-करते ही यहां तक पहुंचा हूं और आगे भी संघर्ष जारी रहेगा।
थप्पड़कांड के जड़ में ये 2 विवाद
विवाद 1 : यूनिवर्सिटी में डिजिटल लाइब्रेरी का उद्घाटन
अलग-अलग विचारधारा का समर्थन करने वाले राजस्थान यूनिवर्सिटी छात्र संघ अध्यक्ष निर्मल चौधरी और महासचिव अरविन्द जाजड़ा दोनों नागौर के रहने वाले हैं। यूनिवर्सिटी में डिजिटल लाइब्रेरी शुरू कराने को लेकर दोनों ही अपने-अपने लेवल पर संघर्ष कर रहे थे। 16 नवंबर 2022 को यूनिवर्सिटी प्रशासन ने CM अशोक गहलोत के हाथों इस डिजिटल लाइब्रेरी का उद्घाटन करवा दिया। इसके तुरंत बाद ही इस लाइब्रेरी को ताला लगा दिया गया।
जाजड़ा ने आरोप लगाए कि डिजिटल लाइब्रेरी में घोटाला किया गया है। अध्यक्ष निर्मल ने यूनिवर्सिटी प्रशासन से मिलीभगत कर श्रेय लेने के चक्कर में जल्दबाजी में उद्घाटन करवा दिया है। लाइब्रेरी डिजिटल सुविधाओं से लैस ही नहीं है। इसके बाद उन्होंने लाइब्रेरी को जल्द खोलने और शुरू करने को लेकर विरोध-प्रदर्शन भी किए। ABVP के बैनर तले 15 दिसंबर को जाजड़ा ने यूनिवर्सिटी के दोनों गेट बंद कर लाइब्रेरी की छत पर चढ़कर विरोध जताया।
विवाद 2 : महासचिव जाजड़ा के कार्यालय में तोड़फोड़
27 दिसंबर 2022 को राजस्थान यूनिवर्सिटी कैंपस स्थित महासचिव जाजड़ा के कार्यालय में तोड़फोड़ की गई और लैपटॉप सहित कुछ सामान चोरी हो गए। इस दौरान वहां गोपाल कृष्ण नाम का कार्यालय कर्मी और आशुतोष शर्मा नाम का स्टूडेंट मौजूद था। गोपाल ने गांधीनगर थाना पुलिस को दी गई शिकायत में बताया था कि 15-16 लड़के अचानक आए और बाहर पड़े गमले उठाकर महासचिव कार्यालय के गेट के कांच तोड़े और अंदर घुस गए। वहां हमसे मारपीट करते हुए लैपटॉप और नकदी लेकर भाग गए। जाते-जाते धमकियां भी दीं। जाजड़ा ने आरोप लगाया था कि ये घटना निर्मल ने बाहरी गुंडों को लेकर अंजाम दिया है। फिलहाल इस मामले की जांच चल रही है।
भास्कर पड़ताल में सामने आए 2 चौंकाने वाले सच...
अरविंद जाजड़ा की पिटाई के नाम से वायरल हो रहे VIDEO का सच
भास्कर की पड़ताल में सामने आया कि महारानी कॉलेज में हुए बवाल के दौरान जैसे ही महासचिव जाजड़ा ने अध्यक्ष निर्मल चौधरी को थप्पड़ मारा और मंच से धक्का दिया तभी निर्मल के पीछे चल रहे उसके साथी जाजड़ा पर टूट पड़े। जाजड़ा के साथियों और केंद्रीय मंत्री शेखावत के सुरक्षाकर्मियों ने उसे बचा लिया और वो वहां से निकल गया। इस दौरान निर्मल के समर्थकों ने जाजड़ा के एक कार्यकर्ता को पकड़ लिया और पुलिस के सामने ही उसको पीट दिया। जिसकी पिटाई हुई, वो कार्यकर्ता भी नागौर का ही रहने वाला था। इसका वीडियो भी वायरल हुआ। कई लोगों ने सोशल मीडिया पर इसे अरविंद जाजड़ा की पिटाई का वीडियो बताते हुए शेयर किया है, जबकि वीडियो में मार खाता दिख रहा लड़का जायल तहसील के बोड़वा गांव का रहने वाला लोकेश गोदारा है।
FIR में न महासचिव का नाम, न थप्पड़ का जिक्र
महारानी कॉलेज में 23 जनवरी को हुए इस बवाल को लेकर महारानी कॉलेज के चीफ प्रॉक्टर डॉक्टर पूराराम ने अशोक नगर थाने में अज्ञात के खिलाफ मामला दर्ज करवाया है। महारानी कॉलेज की प्रिंसिपल मुक्ता अग्रवाल की अनुमति से दर्ज कराई गई FIR में उन्होंने बताया कि कॉलेज के छात्रसंघ कार्यालय के उद्घाटन के दौरान केंद्रीय मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत व अन्य विशिष्ट अतिथि मंचासीन थे और कार्यक्रम चल रहा था।
सभी भाषण पूरे हो गए थे और केंद्रीय मंत्री शेखावत वहां से जाने वाले ही थे कि निर्मल चौधरी मंच पर पहुंचे। उसी समय कुछ दूसरे छात्र भी मंच पर आ गए। वहां लड़ाई-झगड़ा शुरू हो गया। ऐसे में केंद्रीय मंत्री व अन्य अतिथियों को तुरंत प्रिंसिपल ऑफिस में सुरक्षित ले जाया गया। इस दौरान हुए बवाल में टेंट का काफी सामन तोड़ दिया गया। इस मामले में जाजड़ा का नाम ही नहीं है और न ही थप्पड़ का जिक्र है।
निर्मल ने अरविन्द और उसके साथियों पर कराया मुकदमा
मामले को लेकर निर्मल चौधरी ने जाजड़ा और उसके साथियों पर उनसे मारपीट का मामला दर्ज करवाया है। अशोक नगर SHO विक्रम सिंह ने बताया कि निर्मल चौधरी ने शिकायत दी है कि वह महारानी कॉलेज के छत्रसंघ कार्यालय उद्घाटन समारोह में शिरकत करने पहुंचे थे। उन्हें आमंत्रित किया गया था। जैसे ही वह मंच पर पहुंचे तो वहां पर पहले से खड़े RU महासचिव अरविन्द जाजड़ा और उसके साथियों ने मारपीट शुरू कर दी। इस दौरान वहां केंद्रीय मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत व अन्य लोग भी मौजूद थे।
SHO विक्रम सिंह ने बताया कि इस मामले को लेकर दर्ज हुए मामलों की जांच की जा रही है। कई वीडियो भी सामने आ रहे हैं। उन्हें भी देखा जा रहा है। जल्द ही कार्रवाई की जाएगी।
इधर, ABVP इकाई अध्यक्ष बोले, निर्मल के साथ एक हिस्ट्रीशीटर भी था
मामले को लेकर ABVP की यूनिवर्सिटी इकाई अध्यक्ष भरत भूषण का कहना है कि महासचिव अरविंद और अध्यक्ष निर्मल के बीच 1 महीने से टकराव चल रहा था। निर्मल ने अरविंद के कार्यालय के कांच भी तोड़े थे। निर्मल के कार्यकर्ताओं ने जनता स्टोर पर छात्राओं के साथ बदतमीजी भी की और वो आए दिन टीचर्स के साथ गलत व्यवहार करता रहा है।
उन्होंने कहा कि महारानी कॉलेज में हुई घटना के दौरान अध्यक्ष निर्मल के साथ जो लोग मंच पर चढ़ रहे थे, उनमें से एक लाल कोठी क्षेत्र का बदमाश और हिस्ट्रीशीटर था। एक झालाना क्षेत्र का हिस्ट्रीशीटर था।
केंद्रीय मंत्री बालियान से मिले राजस्थान यूनिवर्सिटी अध्यक्ष चौधरी
घटना के बाद निर्मल चौधरी ने 25 जनवरी को सोशल मीडिया पर केंद्रीय मंत्री संजीव बालियान के साथ मुलाकात की फोटो सोशल मीडिया पर शेयर की।
उन्होंने ट्वीट करते हुए लिखा कि केंद्रीय मंत्री भारत सरकार एवं लोकसभा सांसद मुजफ्फरनगर उत्तर प्रदेश डॉ. संजीव बालियान से आत्मीय मुलाकात हुई। आपने अपने छात्र राजनीति से संसद तक के सफर में किए संघर्ष के अनुभव साझा कर अपार स्नेह और प्यार दिया। साथ ही गांव, देहात, देश एवं प्रदेश के राजनीतिक व युवा हितों के मुद्दों पर चर्चा हुई। इस ट्वीट को केंद्रीय मंत्री बालियान ने भी रीट्वीट किया है। हालंकि निर्मल निर्दलीय ही यूनिवर्सिटी अध्यक्ष का चुनाव जीते थे, लेकिन थप्पड़कांड के बाद इस मुलाकात के कई तरह के मायने निकाले जा रहे हैं।
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महारानी कॉलेज के छात्रसंघ कार्यालय उद्घाटन कार्यक्रम में बड़ा बवाल हो गया। कार्यक्रम में राजस्थान यूनिवर्सिटी के अध्यक्ष निर्मल चौधरी को महासचिव अरविंद जाजड़ा ने थप्पड़ मार दिया। इसके बाद मंच पर ही दोनों के समर्थक आपस में भिड़ गए। बता दें कि इस दौरान मंच पर केंद्रीय जलशक्ति मंत्री गजेंद्र सिंह भी मौके पर मौजूद थे। घटना सोमवार दोपहर की है। (यहां पढ़ें पूरी खबर)
2.3 दिन पहले ही चेताया था- RU अध्यक्ष को मारूंगा:महारानी कॉलेज की संयुक्त सचिव बोली- महासचिव ने कहा था, निर्मल स्टेज पर चढ़ा तो जूते मारूंगा
जयपुर के महारानी कॉलेज में छात्रसंघ ऑफिस उद्घाटन कार्यक्रम में हुई मारपीट को लेकर सभी पक्ष अपने-अपने दावे कर रहे हैं।
वहीं, कॉलेज की छात्रसंघ संयुक्त सचिव शहनाज बानो ने भास्कर को बताया कि अरविंद जाजड़ा ने 3 दिन पहले ही निर्मल को मारने की चेतावनी दी थी।
उन्होंने कहा था- अगर निर्मल स्टेज पर चढ़ गया तो मैं उसके जूते मारूंगा। अरविंद का कहना है कि निर्मल और उसके समर्थक केंद्रीय मंत्री को काले झंडे दिखाकर स्याही फेंकना चाहते थे।
मैंने उन्हें रोकने की कोशिश की। इसके बाद विवाद बढ़ गया और हाथापाई की नौबत आ गई थी।
वहीं, इस पूरे मामले पर निर्मल चौधरी ने भी अपना पक्ष रखा है। उनका कहा- अगर मैं काली स्याही झंडे लेकर गया था तो क्या उन्हें मंत्री जी ने कहा था कि तू जाकर इसे ठोक।
अगर मैं गुंडा बदमाश हूं, तो आपको यह अधिकार किसने दिया कि आप मेरे साथ लड़ाई झगड़ा करें। वह भी एक सार्वजनिक मंच पर, क्या उन्हें कानून पर भरोसा नहीं है। (यहां पढ़ें पूरी खबर)
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