राजस्थान में सब्जी, दूध, किराना और दवा बेचने वालों को पहले कोरोना की वैक्सीन लगाई जाएगी। ऐसा इसलिए ताकि इनके जरिए दूसरे लोगों तक संक्रमण न फैले। दरअसल, राज्य में तेजी से संक्रमण फैल रहा है। इसे देखते हुए सरकार ने पूरे राज्य में 3 मई तक लॉकडाउन लगा दिया है। इसमें सब्जी, दूध, किराना और दवा बेचने वालों को छूट दी है। इसलिए राज्य सरकार ने सबसे पहले इनका वैक्सीनेशन कराने का फैसला लिया है।
45 साल की उम्र का बंधन रहेगा
सरकार के मुताबिक, ऐसे लोग जो फल-सब्जी, दूध, दवाइयां या किराना का सामान बेचते हैं और जिनकी उम्र 45 या उससे ज्यादा है, उन्हें प्राथमिकता से कोरोना की वैक्सीन लगाई जाएगी। 1 मई से जब 18 साल से ज्यादा उम्र के लोगों का वैक्सीनेशन शुरू होगा, तब भी सरकार इन्हें प्राथमिकता से टीका लगवाएगी।
कलेक्टरों को आदेश जारी
चिकित्सा एवं स्वास्थ्य विभाग के सचिव ने प्रदेश के सभी जिला कलेक्टरों को यह आदेश जारी कर दिया है। इसमें कोरोना प्रभावित या हॉटस्पॉट एरिया में काम करने वाले बैंक कर्मचारियों, उद्योगों में काम करने वाले श्रमिकों, फल-सब्जी का ठेला लगाने वाले या दुकानों पर सामान बेचने वाले, दूध, दवाइयां बेचने वाले, अखबार बांटने वाले हॉकर्स और मीडियाकर्मियों को टीका लगाने का निर्देश दिया गया है।
इसके अलावा आदेश में जिन फ्रंट लाइन वर्कर्स (पुलिस, राजस्व विभाग, पानी, बिजली कर्मचारी) ने अब तक टीका नहीं लगवाया है, उन्हें भी जल्द से जल्द टीका लगवाने के निर्देश दिए गए हैं, ताकि इनकी ड्यूटी जब कोरोना संक्रमण से प्रभावित वाले एरिया में लगे तो इनकी जान को खतरा न हो।
अब तक 1.13 करोड़ से ज्यादा डोज लगे
राज्य में टीकाकरण ने एक बार फिर रफ्तार पकड़ी है। सोमवार को प्रदेश में 2.87 लाख लोगाें को कोरोना की वैक्सीन लगाई गई। 16 जनवरी से अब तक 1.13 करोड़ लोगों को डोज लगाई जा चुकी है। इसमें 49.03 लाख तो वे लोग हैं, जिनकी उम्र 60 या उससे ज्यादा है। वहीं 38.73 लाख वे लोग हैं, जिनकी उम्र 45 से 59 साल के बीच है।
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