'गहलोत को कुछ शब्दों का इस्तेमाल नहीं करना था':जयराम बोले- मुख्यमंत्री के शब्द अप्रत्याशित थे; व्यक्ति आते-जाते रहते, संगठन सबसे ऊपर

जयपुर/ इंदौर6 महीने पहले
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मुख्यमंत्री अशोक गहलोत और सचिन पायलट खेमों के बीच जारी खींचतान राजस्थान से बाहर भी कांग्रेस में चर्चा का विषय बनी हुई है। गहलोत के पायलट को गद्दार कहने से शुरू हुआ विवाद बढ़ता ही जा रहा है। राहुल गांधी की भारत जोड़ो यात्रा में भी गद्दार शब्द की गूंज सुनाई दे रही है।

इंदौर में रविवार को भारत जोड़ो की प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान कांग्रेस के राष्ट्रीय महासचिव और कम्युनिकेशन सेल के चीफ जयराम रमेश ने गहलोत- पायलट विवाद पर फिर बयान देते हुए मतभेद की बात मानी है।

जयराम रमेश ने कहा- मैंने पहले भी कहा- मुख्यमंत्री के शब्द अप्रत्याशित (अनएक्सपेक्टेड) थे। मुख्यमंत्री को कुछ शब्दों का इस्तेमाल नहीं करना चाहिए था। शब्दों का जो इस्तेमाल किया, वे मेरे लिए अप्रत्याशित हैं। मुझे काफी आश्चर्य हुआ।

कुछ मतभेद हैं
जयराम रमेश ने कहा- राजस्थान के मुद्दे पर मैंने तीन बार बयान दिए हैं। अब चौथी बार दोहरा रहा हूं। गहलोत हमारी पार्टी के वरिष्ठ और अनुभवी नेता हैं। सचिन पायलट हमारी पार्टी के युवा, लोकप्रिय और ऊर्जावान नेता हैं। दोनों की हमारी पार्टी को जरूरत हैं । कुछ मतभेद हैं। जो शब्द मुख्यमंत्री की ओर से इस्तेमाल किए गए, जो अप्रत्याशित थे। मुझे भी आश्चर्य हुआ।

राजस्थान के मामले में नेतृत्व के स्तर पर सोच​ विचार हो रहा है
जयराम रमेश ने कहा- व्यक्ति का महत्व नहीं है। व्यक्ति आते जाते रहते हैं। वरिष्ठ नेता हैं, युवा नेता हैं, बुजुर्ग नेता हैं, इससे कुछ नहीं। संगठन सबसे ऊपर है। संगठन को जो मजबूत करेगा, नेतृत्व की ओर से वही हल निकाला जाएगा।

राजस्थान में जरूरत पड़ी तो कठोर निर्णय लिए जाएंगे
राजस्थान पर फैसला करने की समय सीमा के सवाल पर जयराम रमेश ने कहा- राजस्थान के बारे में जितना कहना था, कह दिया। मैं कोई समय सीमा तय नहीं कर सकता हूं। वह कांग्रेस नेतृत्व तय करेगा। मैं सिद्धांत बता सकता हूं। मैंने सिद्धांत बताया वो एक ही है,अगर कोई फैसला करने से संगठन मजबूत होगा या कमजोर। वही चुना जाएगा, जो कांग्रेस संगठन को मजबूत करे। अगर कठोर निर्णय लेने हैं तो लिए जाएंगे। समझौता करवाना है तो करवाया जाएगा। मैंने पहले ही कहा है एक तरफ एक वरिष्ठ और अनुभवी नेता हैं। जो राज्य और केंद्र के स्तर पर कई पदों पर रह चुके हैं। दूसरी तरफ युवा, लोकप्रिय, सक्रिय ओर नौजवान नेता है। हमें दोनों की ही जरूरत है।

राजस्थान में हर नेता चाहता है यात्रा सफल हो
जयराम रमेश ने कहा- राजस्थान में भारत जोड़ो यात्रा सफल होगी,राजस्थान का हर नेता और कार्यकर्ता चाहता है कि भारत जोड़ो यात्रा सफल हो। बयानबाजी तो चलती रहती है।

गहलोत ने क्या बोला था
तीन दिन पहले 23 सितंबर को मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने सचिन पायलट पर अब तक का सबसे बड़ा हमला बोलते हुए कहा था कि पायलट को कैसे CM बना सकते हैं। जिस आदमी के पास 10 विधायक नहीं हैं, जिसने ​​बगावत की हो, जिसे गद्दार नाम दिया गया है, उसे लोग कैसे स्वीकार कर सकते हैं।

गहलोत ने कहा कि जिसके कारण 34 दिन होटलों में बैठे रहे, ये सरकार गिरा रहे थे, अमित शाह भी शामिल थे। धर्मेंद्र प्रधान भी शामिल थे। गहलोत ने NDTV न्यूज चैनल को दिए इंटरव्यू में यह बातें कहीं।

गहलोत कैंप के द्वारा पायलट को स्वीकार नहीं करने के सवाल पर गहलोत ने कहा- जो आदमी गद्दारी कर चुका है, उसे हमारे MLA और मैंने खुद भुगता है, होटलों में रहे हैं, उनको वे कैसे स्वीकार करेंगे?

आज तो मैं ही CM, मुझे हाईकमान से कोई संकेत नहीं
CM रहने के सवाल पर गहलोत ने कहा था- आज तो मैं ही हूं यहां पर। हाईकमान की तरफ से इशारे के सवाल पर कहा- हाईकमान के इशारे की छोड़ो, मुझे तो कोई इंडिकेशन नहीं है। मैं हाईकमान के साथ हूं। पायलट को कोई स्वीकार ही नहीं करेगा।

गहलोत ने कहा था- हाईकमान राजस्थान के साथ न्याय करेगा। सितंबर की बातें हैं। अजय माकन और हाईकमान को अपनी फीलिंग बता चुका हूं। राजस्थान में सरकार आना जरूरी है। मैं तीन बार CM रह चुका। मेरे लिए CM रहना जरूरी नहीं है। आप सर्वे करवा लीजिए कि मेरे मुख्यमंत्री रहने से सरकार आ सकती है तो मुझे रखिए। अगर दूसरे चेहरे से सरकार आ सकती है तो उसे बनाइए।

गहलोत के बाद क्या बोले थे पायलट
गहलोत के हमले पर प्रतिक्रिया देते हुए सचिन पायलट ने कहा था कि वे पहले भी मुझे नाकारा, निकम्मा और गद्दार कह चुके हैं, उन्होंने मुझ पर जो आरोप लगाए हैं, वे बेबुनियाद हैं। ये समय भाजपा से लड़ने का है, ऐसे झूठे आरोप लगाने की जरूरत नहीं है। उन्होंने कहा कि वे पार्टी के अनुभवी नेता हैं, उन्हें इतना असुरक्षित नहीं होना चाहिए। हम आज किसी पद पर है, तो जरूरी नहीं है कि हमेशा रहे। पता नहीं कौन मुख्यमंत्री को ऐसी सलाह दे रहा है।

दो बार हारने के बावजूद गहलोत को तीसरी बार सीएम बनाया, हमने फैसला माना
पायलट ने कहा था- राजस्थान में हमने बीजेपी को विपक्ष में रहते हुए लगातार चुनौती देकर पराजित किया। इसके बाद हमारी सरकार बनी। गहलोत के सीएम रहते दो बार सरकार गई, लेकिन फिर भी तीसरी बार उन्हें सीएम बनाया तो हमने हाईकमान के फैसले को स्वीकार किया। आज हमारी प्राथमिकता सरकार रिपीट करने पर हो।

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