मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को चिट्ठी लिखकर कोरोना से मरने वालों के परिजनों को 4 लाख रुपए देने की मांग उठाई है। पीएम को चिट्ठी लिखने के बाद सीएम गहलोत ने कहा- जिन परिवारों में कोरोना की वजह से मौत हुई है, उन्हें 4 लाख रुपए मिलने चाहिए। राहुल गांधी भी यही मांग कर रहे हैं। भारत सरकार की खुद की भी मंशा पहले यह थी, आदेश निकला, लेकिन विड्राे करने की बात समझ में नहीं आ रही है। उसके बाद सुप्रीम कोर्ट में आप कह रहे हो केवल 50 हजार देंगे।
गहलोत ने कहा- प्रधानमंत्री मोदी को अब इस पूरे मामले को देखना चाहिए। केंद्र चार लाख की घोषणा तो करे ही, राजस्थान सरकार की तरह पैकेज दे। राजस्थान सरकार कोरोना से मरने वालों के बच्चों को 18 साल का होने पर 5 लाख रुपए दे रही है। उनके लिए दूसरी योजनाओं का फायदा दे रहे हैं। जब राज्य सरकार पैकेज दे सकती है तो केंद्र के लिए तो पैकेज देना आसान है। ऐसे वक्त में राजनीति नहीं करें। चार लाख के साथ पैकेज तो दे ही।
गहलोत ने कहा- कोरोना से मरने वालों में गरीब परिवारों के लोग भी होंगे। देश में हालत बहुत खराब है। कोरोना से जो मौतें हुई हैं, उसके आंकड़ों को लेकर विवाद पैदा हो रहा है। भारत सरकार को खुद चाहिए कि ऐसा कोई सिस्टम डेवलप करे, जिससे उस गरीब घर तक पहुंच सकें, जहां पर कोरोना से मौत हुई है और बताई नहीं गई है। कई राज्यों के बारे में बहुत आरोप लगे हैं। मेरा मानना है कि चाहे सब राज्यों को ही क्यों नहीं लें हम लोग, सच्चाई सामने आने से आगे फ्यूचर में केंद्र और राज्य को तैयारी करने में आसानी होगी।
गहलोत ने कहा- सच्चाई सामने नहीं आएगी तो हम गफलत में रहेंगे। खुदा-न-खास्ता तीसरी लहर आ गई और वो नए वैरिएंट के साथ में आ गई, तो पता ही नहीं पड़ेगा कि कितना खतरनाक होगा। उस वक्त में अगर सच्चाई सामने अभी नहीं आएगी, उस वक्त हम लोग राहत देने में असफल रहेंगे। मेरा मानना है हमेशा जो आंकड़े आते हैं, चाहे कोई संस्थाओं के हों, चाहे कोई सर्वे के हों, उनको हमें गंभीरता से लेना चाहिए। इसके लिए जरूरी है कि केंद्र सरकार एक आदेश जारी करे। सब राज्यों के ऊपर कोई सिस्टम डेवलप करे, जिससे कि सच्चाई देश के सामने आ सके कि वास्तव में कितने लोगों की मौत हुई है।
Copyright © 2022-23 DB Corp ltd., All Rights Reserved
This website follows the DNPA Code of Ethics.