राजस्थान के CM और गुजरात चुनाव में कांग्रेस के सीनियर ऑब्जर्वर अशोक गहलोत वहां कांग्रेस के प्रभारी रघु शर्मा के साथ गुजरात के मोरबी पहुंचे। इससे पहले अहमदाबाद एयरपोर्ट पर मीडिया से रूबरू होकर गहलोत ने कहा अभी-अभी खबर मिली है मोरबी में 190 लाशें मिल चुकी हैं। मीडिया में जो खबरें मिल रही हैं उससे और ज्यादा लाशें मिलने की सम्भावना है। बहुत दुखद घटना है। मुआवजा अपर्याप्त है। इसमें कैलेमिटी नहीं है, प्राकृतिक प्रकोप नहीं है। ये तो लापरवाही का नमूना है। लापरवाही किस स्तर पर हुई है ये अलग बात है। लापरवाही का नमूना है तो उसी ढंग से सरकार को अधिकतम मदद करनी चाहिए। प्रधानमंत्री रिलीफ फंड से भी अलग से मदद मिलनी चाहिए। अभी सुना है कि 4 लाख रुपए राज्य सरकार, 2 लाख रुपए पीएम रिलीफ फंड से आ रहे हैं, जो बहुत ही अपर्याप्त हैं। कम से कम 10 लाख रुपए राज्य सरकार और 5 लाख रुपए पीएम रिलीफ फंड से मिलने चाहिए। इसके अलावा और भी मदद मिले, वो भी कम है। क्योंकि इन लोगों की कोई गलती या दोष नहीं है। जो हादसे में हताहत हुए हैं। ये प्राकृतिक प्रकोप नहीं है। सरकार को तत्काल कार्रवाई करनी चाहिए।
गहलोत ने कहा- SDRF की टीमों को हादसे के बाद मौके पर आने में देरी हो गई। लेकिन स्थानीय लोगों ने कोई कमी नहीं रखी। वो धन्यवाद के पात्र हैं। सवाल यह भी है कि लोकल ऑथोरिटी ने परमिशन नहीं दी तो ब्रिज पर लोगों को अलाऊ क्यों किया। ठेकेदार तो पैसा कमाने में लग जाता है। ऑथोरिटी को ध्यान रखना चाहिए था जब तक परमिशन नहीं थी, तब तक ब्रिज पर लोगों को अलाऊ नहीं करना चाहिए था। बहुत बड़ा हादसा हुआ है। पूरे देश के लोग चिन्तित हैं बहुत लोगों को आघात लगा है।
गहलोत ने मच्छु नदी पर गिरा पुल और राहत-बचाव कार्य देखा
मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने सोमवार को गुजरात के मोरबी का दौरा कर पुल हादसे में मृतकों के परिजनों से मुलाकात की। गहलोत ने डॉ रघु शर्मा के साथ सिविल हॉस्पिटल जाकर घायलों से मिलकर कुशलक्षेम पूछी। उन्होंने मृतकों को श्रद्धांजलि देने के लिए रखी गई प्रार्थना सभा में भी हिस्सा लिया। गहलोत ने मच्छु नदी पर बने मोरबी केबल पुल के टूटने से हुए हादसे में जान गंवाने वाले लोगों के परिजनों से मुलाकात कर उन्हें सांत्वना दी। गहलोत ने कहा कि मोरबी की घटना बड़ी लापरवाही का उदाहरण है। इतने बड़े हादसे की जल्द जांच होनी चाहिए और दोषियों के खिलाफ कानूनी कार्रवाई होनी चाहिए। मुख्यमंत्री ने कहा कि पीड़ितों को उचित मुआवजा मिलने के साथ-साथ लापरवाही के जिम्मेदारों को कड़ी सजा मिलनी चाहिए। इतनी बड़ी संख्या में लोगों की जान लेने वाला यह घोटाला पूरी तरह सामने आए और पीड़ितों को न्याय मिले, हम यह चाहते हैं। गहलोत ने मोरबी में घटनास्थल पर पहुंचकर हादसे की पूरी जानकारी ली। उन्होंने राहत और बचाव कार्यों में लगे बचाव दल के सदस्यों को लोगों की जान बचाने के लिए धन्यवाद दिया।
रेवेन्यु कमाने को बिना सर्टिफिकेट ब्रिज शुरू किया
गहलोत ने कहा- तमाम फैसले तत्काल होने चाहिए। कल कोई कमेटी बनी है, उससे काम नहीं चलेगा। कम से कम हाईकोर्ट के सिटिंग जज से टाइम बाउंड इन्क्वायरी होनी चाहिए। ताकि टाइमली लोगों को मालूम पड़े कि क्या दोष था। लापरवाहों को पनिशमेंट मिल सके। ये जो कंपनी मैनेजमेंट कर रही थी हमने सुना है जल्दबाजी में बिना कोई सर्टिफिकेट लिए ही ब्रिज को शुरू कर दिया। मेन हादसे का कारण वो भी हो सकता है। इसकी जांच होगी तो मालूम चलेगा। उस कंपनी के खिलाफ क्रिमिनल केस होना चाहिए। रेवेन्यु जल्दी कमाने के चक्कर में उसने ब्रिज की शुरुआत कर दी। जिससे बहुत बड़ी त्रासदी हो गई है।
मच्छु नदी में केबल ब्रिज टूटने से लोग नदी में गिरे
मोरबी में रविवार रात मच्छु नदी में बना केबल ब्रिज अचानक टूट जाने से कई लोग नदी में गिर गए। जिससे बड़ी संख्या में लोगों की मौतें हुई हैं। लाशों को ढूंढने का काम अभी भी नदी के मटमैले पानी में जारी है। हादसे के वक्त पुल पर 400 से 500 लोग मौजूद थे। जिनमें से ज्यादातर स्थानीय लोग थे। रविवार की छुट्टी होने पर ब्रिज पर घूमने पहुंचे थे। मौके पर रेस्क्यू ऑपरेशन चल रहा है। राहत और बचाव कार्यों में तीनों सेनाएं भी जुटी हैं। आर्मी, नेवी, एयरफोर्स के अलावा एनडीआरएफ, एसडीआरएफ, फायर ब्रिगेड और एंबुलेंस तैनात की गुई हैं। अब तक 177 से ज्यादा लोगों को रेस्क्यु किया जा चुका है। बताया जा रहा है कि इस हादसे में राजकोट से बीजेपी सांसद मोहनभाई कल्याणजी कुंदारिया के 12 रिश्तेदारों की भी मौत हो गई है।
पुल का मेंटीनेंस करने वाली एजेंसी के खिलाफ क्रिमिनल केस
गुजरात के सूत्रों के मुताबिक मोरबी हादसे में पुल रखरखाव करने वाली एजेंसी के खिलाफ 304, 308 और 114 के तहत क्रिमिनल केस दर्ज किया गया है, आज से ही जांच शुरू की गई है।
केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह बोले-प्रशासन को घायलों को तुरंत उपचार देने के निर्देश दिए हैं
केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने दुख जताते हुए कहा है कि मोरबी में हादसे में जो जानें गई हैं,वह दुर्भाग्यपूर्ण है। हादसे में जान गंवाने वाले सभी लोगों के परिवारजनों के प्रति मेरी संवेदनाएं व्यक्त करता हूं और सभी मृतकों के प्रति प्रार्थना करता हूं कि इनकी आत्मा को चिर शांति मिले। शाह ने ट्वीट कर कहा- मोरबी में हुए हादसे से बहुत दुखी हूँ। गुजरात के गृहराज्यमंत्री हर्ष संघवी और अधिकारियों से बात की है। स्थानीय प्रशासन पूरी मुस्तैदी से रिलीफ वर्क में जुटा है। प्रशासन को घायलों को जल्द उपचार देने के निर्देश दिए हैं।
मोरबी सस्पेंशन पुल हादसे की जांच करेगी अफसरों की 5 सदस्यीय कमेटी
गुजरात के गृहमंत्री हर्ष संघवी ने कहा कि मोरबी में बहुत दुखद और दुर्भाग्यपूर्ण घटना हुई है। मोरबी सस्पेंशन पुल घटना की जांच के लिए 5 सदस्यीय कमेटी बनाई है। जिसमें सचिव आर एंड बी संदीप वसावा, आईएएस राजकुमार बेनीवाल, आईएएस सुभाष त्रिवेदी, चीफ इंजीनियर क्वालिटी कंट्रोल केएम पटेल और स्ट्रक्चरल इंजीनियरिंग के एचओडी डॉ गोपाल टैंक शामिल हैं।
कल शाम 6.30 बजे झूलता हुआ पुल टूटने से हादसा हुआ। रविवार को लोग वहां परिवार के साथ घूमने आए हुए थे। उस वक्त हादसा हो गया। फायर ब्रिगेड की टीम, एंबुलेंस, प्रशासन, डॉक्टरों की टीम तुरंत मौके पर पहुंच गई। स्थानीय लोगों ने भी रेस्क्यू में मदद की है। घायलों को अस्पताल पहुंचाया गया है। मुख्यमंत्री भूपेंद्र पटेल और प्रशासन भी मौके पर पहुंचा है। पूरी रात रेस्क्यू अभियान चलाया गया। मृतकों के परिजनों और घायलों को मदद पहुंचने का काम किया जा रहा है। आर्मी, नेवी, एयरफोर्स, एनडीआरएफ, एसडीआरएफ की टीमों ने रातभर रेस्क्यू काम किया है। रेस्क्यू अभियान का निरीक्षण पीएम मोदी और सीएम ने किया है। गृह मंत्री अमित शाह ने भी पूरी रात रेस्क्यू अभियान की जानकारी ली है।
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