भीम आर्मी चीफ चंद्रशेखर को राजस्थान पुलिस ने बुधवार रात दिल्ली बॉर्डर पर छोड़ा था, लेकिन वो 24 घंटे के भीतर ही वापस जोधपुर पहुंच गए। दरअसल, भीम आर्मी के चीफ दलित बच्चे के परिवार से मिलना जालोर जाना चाहते हैं, लेकिन माहौल बिगड़ने के डर से उन्हें रोका जा रहा है। इससे संगठन के कार्यकर्ता खासे नाराज थे।
भीनमाल बाईपास पर बैठे भीम आर्मी के कार्यकर्ताओं की पुलिस ने संगठन प्रमुख चंद्रशेखर आजाद उर्फ रावण बात कराई। पुलिस ने दावा किया कि रावण ने कार्यकर्ताओं को आश्वस्त किया कि वो जहां भी हैं, ठीक हैं। वह गांव जरूर आएंगे। इसमें प्रशासन उनका सहयोग करेगा। इसके बाद कार्यकताओं ने भीनमाल बाईपास से गुरुवार रात करीब साढ़े आठ बजे धरना खत्म कर दिया।
भीम आर्मी के राष्ट्रीय कोर कमेटी सदस्य अनिल कुमार ने बाकायदा ट्वीट कर इसकी जानकारी दी। उन्होंने लिखा- राजस्थान पुलिस प्रशासन से भीम आर्मी चीफ की बात होने के बाद इंद्र मेघवाल प्रकरण को लेकर चल रहे आंदोलन को फिलहाल स्थगित किया जा रहा है। आंदोलन की अगली रणनीति का सभी साथी इंतजार करें। न्याय नहीं मिलने तक संघर्ष जारी रहेगा।
इससे पूर्व भीम आर्मी के कार्यकर्ता गुरुवार दोपहर करीब 12 बजे कलेक्टर ऑफिस पहुंचे। संगठन प्रमुख चंद्रशेखर आजाद उर्फ रावण को सुराणा गांव में एंट्री नहीं देने से कार्यकर्ता नाराज थे। यहां करीब 3 घंटे प्रदर्शन किया था। यहां से कार्यकर्ता दोपहर करीब साढ़े तीन बजे मुख्य हॉस्पिटल चौराहे पर पहुंचे। यहां रास्ता जाम कर दिया। धरने पर बैठ गए। कुछ ही देर में पुलिस ने इन्हें वहां से हटा दिया। यहां से आंदोलनकारी भीनमाल बाईपास तिराहे पर पहुंचे। यहां धरने पर बैठ गया। इस दौरान पूरी सड़क जाम हो गई। जोधपुर, पाली, जयपुर, अजमेर, रानीवाड़ा, सांचौर, भीनमाल आदि स्थानों को जाने वाला ट्रैफिक पूरी तरह रुक गया। रात करीब साढ़े आठ बजे तक बाईपास पूरी तरह जाम रहा। वाहनों की लंबी कतारें लग गईं।
शहर में से लेकर सुराणा गांव तक 6 जिलों के पुलिसकर्मियों को तैनात किया गया है। जालोर शहर में ही आज 36 कौम की ओर से प्रदर्शन कर कलेक्टर को ज्ञापन सौंपा गया।
दिल्ली में भी प्रदर्शन
टीचर की कथित पिटाई से दलित स्टूडेंट की मौत के बाद उपजा विवाद अब दिल्ली पहुंच गया है। गुरुवार को आम आदमी पार्टी (AAP) ने जोरदार प्रदर्शन करते हुए कांग्रेस मुख्यालय का घेराव किया। कार्यकर्ताओं ने नारेबाजी करते हुए मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के इस्तीफे की मांग की।
गांव में भारी पुलिस फोर्स तैनात है। गुरुवार सुबह करीब 10 बजे लोक जनशक्ति पार्टी (रामविलास) के राष्ट्रीय अध्यक्ष चिराग पासवान सुराणा पहुंचे। पीड़ित परिवार से मुलाकात कर सांत्वना दी। इसके बाद वे उस स्कूल में भी गए, जहां इंद्र मेघवाल पढ़ता था।
चिराग ने इंद्र के भाई से घटना के बारे में जानकारी ली। उन्होंने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर राजस्थान सरकार से पीड़ित परिवार को न्याय दिलाने की मांग की। इससे पहले सुबह करीब 9.45 बजे एडीजी क्राइम रवि प्रकाश मेहरड़ा सुराणा पहुंचे। उन्होंने सरस्वती विद्या मंदिर जाकर मुआयना किया और परिजनों से भी घटना की जानकारी ली।
भीम आर्मी और भीम सेना ने किया प्रदर्शन
भीम आर्मी और भीम सेना ने गुरुवार को जालोर कलेक्ट्रेट पर प्रदर्शन किया। उन्होंने भीम आर्मी प्रमुख चंद्रशेखर आजाद को सुराणा आने की परमिशन देने की मांग की।
भीम आर्मी कार्यकर्ताओं की बढ़ती संख्या व किसी भी घटना को रोकने के लिए शहर वा आसपास के एरिया में 400 से ज्यादा पुलिस वाले तैनात हैं। जिला प्रशासन की ओर से लगातार समझाइश के प्रयास किए जा रहे हैं।
आर्थिक मदद दी जा रही है
मामले के तूल पकड़ने के बाद सीएम अशोक गहलोत ने ट्वीट किया कि SC-ST एक्ट की मुआवजा राशि व मुख्यमंत्री सहायता कोष से सहायता राशि दी गई। इसके अतिरिक्त AICC के निर्देश पर पीड़ित परिवार को 20 लाख रुपये की आर्थिक मदद प्रदेश कांग्रेस कमेटी द्वारा दी जा रही है। परिवार के एक सदस्य को नौकरी देने के संबंध में पूर्व के मामलों का परीक्षण करवाया जा रहा है।
सुराणा गांव के रास्ते में पुलिस फोर्स तैनात
इससे पहले मंगलवार-बुधवार को भी दिनभर सुराणा गांव में नेताओं-जनप्रतिनिधियों के दौरे होते रहे। बुधवार को तनावपूर्ण स्थिति के बीच 4 बड़े नेता और आयोग के सदस्य पहुंचे।
सबसे पहले बिलाड़ा विधायक हीरालाल मेघवाल, उसके बाद भीम सेना के राष्ट्रीय अध्यक्ष सतपाल तंवर और देर शाम को कांग्रेस के राष्ट्रीय सचिव प्रदीप नारवाल सुराणा गांव पहुंचे और सभी ने पीड़ित परिवार से बातचीत कर सांत्वना दी। राजस्थान राज्य बाल अधिकार संरक्षण आयोग के सदस्य शिव भगवान नागा ने भी पीड़ित परिवार से मुलाकात की।
सतपाल तंवर के दौरे को लेकर 15 किमी पहले पोषाणा गांव में मैदान तैयार किया गया। यहां पर पुलिस ने 2 जेसीबी, फायर ब्रिगेड, एंबुलेंस और पुलिस टीम तैनात की गई। कलेक्टर निशांत जैन, एसपी हर्षवर्धन अग्रवाला मॉनिटरिंग करते रहे।
परिवार से मुलाकात के बाद भीम सेना के चीफ सतपाल तंवर ने कहा कि दलितों के साथ लगातार अत्याचार हो रहा है। इंद्र को राजस्थान की सरकार न्याय नहीं देगी तब तक जालोर में रहूंगा।
भीम आर्मी प्रमुख चंद्रशेखर को वापस भेजा
जोधपुर एयरपोर्ट के बाहर बुधवार को चंद्रशेखर ने कहा था कि उन्हें रोके जाने का सही कारण पुलिस नहीं बता पाई। इसका सही जवाब तो गहलोत ही बता सकते हैं। जब सत्ता व विपक्ष के नेता वहां जा सकते है तो उस परिवार के भाई के रूप में मैं क्यों नहीं। उन्होंने कहा कि मैं एक बार पीड़ित परिवार से मिलने अवश्य जाऊंगा।
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