ब्यूरोक्रेसी में क्राइसिस:कई विभागों का एक साथ काम संभालना अधिकारियों के लिए मुश्किल, रुटीन काम भी प्रभावित

जयपुर7 महीने पहलेलेखक: आलोक खण्डेलवाल
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दो या उससे अधिक विभागों का कामकाज एक ही आईएएस को दे रखा है।  - Dainik Bhaskar
दो या उससे अधिक विभागों का कामकाज एक ही आईएएस को दे रखा है। 

अतिरिक्त प्रभार वाले 30 आईएएस, 10 के पास दो से ज्यादा चार्ज
राज्य सरकार ने प्रदेश में तैनात 31 आईएएस अफसरों के पास पहले से ही अन्य विभागों की अतिरिक्त जिम्मेदारी थी, अब सरकार ने 6 और अफसरों को अन्य विभागों के भार सौंप दिए हैं। इनमें कई विभाग ऐसे हैं, जो काम की दृष्टि से अत्यंत महत्वपूर्ण हैं। लेकिन ऐसे दो या उससे अधिक विभागों का कामकाज एक ही आईएएस को दे रखा है।

हालांकि 30 आईएएस के तबादलों के साथ कई अफसरों से अतिरिक्त जिम्मेदारी हट भी गई है, इसके बावजूद 30 अफसरों के पास अन्य विभागों का काम भी है। ईआरसीपी पर बार-बार केंद्र पर निशाना साधने वाली सरकार ने उससे जुड़े जल संसाधन विभाग का काम भी अतिरिक्त प्रभार वाली सूची में रखा है। कई विभाग एक साथ संभालान सामान्य स्थिति वाला नहीं बन पा रहा। इससे सरकार के रुटीन काम भी प्रभावित हो रहे हैं। वन, पर्यावरण एवं जलवायु परिवर्तन विभाग के प्रमुख सचिव की जिम्मेदारी शिखर अग्रवाल के पास है।

इसके साथ उन्हें जल संसाधन का संपूर्ण काम सौंप दिया गया है। शुक्रवार के आदेश से पहले भी रेवेन्यू के प्रमुख सचिव आनंद कुमार के पास भी जल संसाधन की अतिरिक्त जिम्मेदारी ही थी। अब वे गृह के साथ परिवहन भी संभालेंगे। कृष्ण कुणाल को निर्वाचन विभाग के साथ पशुपालन एवं मत्स्य, गोपालन तथा अल्पसंख्यक मामलात व वक्फ विभाग की अतिरिक्त जिम्मेदारी दी है। इससे पहले ये विभाग एक-एक अफसर के पास थे।

एक से अधिक विभागों की अतिरिक्त जिम्मेदारी वाले अफसर
प्रमुख वित्त सचिव अखिल अरोड़ा के पास इन्फॉर्मेशन टैक्नोलॉजी एंड कम्यूनिकेशन और इन्फॉर्मेशन एंड पब्लिक रिलेशन डिपार्टमेंट का कामकाज है। जबकि टूरिज्म, आर्ट एंड कल्चर, लिटरेचर, आर्कियोलॉजी की प्रमुख सचिव व जवाहर कला केंद्र की डायरेक्टर जनरल गायत्री राठौड़ को नए विभाग शांति एवं अहिंसा विभाग के प्रमुख सचिव तथा एडीएमए के सीईओ की जिम्मेदारी भी दे रखी है। साथ ही सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता के सचिव डॉ. समित शर्मा के पास न केवल विशेष योग्यजन के स्टेट कमिश्नर की अतिरिक्त जिम्मेदारी है, बल्कि वे बाल अधिकारिता विभाग के सचिव भी हैं।

इनके अलावा राजस्थान हैंडलूम की सीएमडी डॉ. मनीषा अरोड़ा को न केवल राजसिको एमडी की जिम्मेदारी दे रखी है, बल्कि वे बीआईपी की एडीशनल कमिश्नर का काम भी देख रही हैं। आईएएस रेणू जयपाल, डॉ. मनीषा अरोड़ा, ओमप्रकाश बैरवा, भंवरलाल मेहरा के पास भी दो या उससे अधिक विभागों की जिम्मेदारी है।

अफसर...जिनके पास और काम भी
सरकार में ऐसे कई अफसर हैं, जिनके पास एक विभाग के साथ अन्य विभाग का काम भी है। कई अफसरों को दो या तीन विभागों की मुख्य जिम्मेदारी दी हुई है तो 20 अफसर अपने विभाग के साथ-साथ एक-एक अन्य विभाग का काम देख रहे हैं।

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