पेरिस का लग्जरी होटल। एक-एक कर सीढ़ियों से उतरकर आते राजकुमार, राजकुमारी और दुनियाभर के नामचीन हस्तियों के बेटे-बेटियां। फिर रॉयल कपल डांस।
सिटी ऑफ लव पेरिस में हुए ले बॉल इवेंट में दुनियाभर की 20 रॉयल फैमिली, बिजनेस फैमिली और स्टार्स की नई पीढ़ी को इंट्रोड्यूस किया गया।
इवेंट में जयपुर पूर्व राजपरिवार के सबसे छोटे बेटे और सिरमौर राजघराने (हिमाचल) के युवराज लक्ष्यराज प्रकाश ने भी हिस्सा लिया। पहली बार लक्ष्यराज प्रकाश किसी पब्लिक इवेंट में सामने आए। उन्होंने नॉर्वे की राजकुमारी मर्था लुईस की दूसरी बेटी राजकुमारी लिआ इसाडोरा बेहन के साथ वॉक की और डांस परफॉर्मेंस दी।
ले बॉल पेरिस के चर्चित होटल शांगरी ला में शनिवार को हुआ। इस इवेंट में लक्ष्यराज प्रकाश के साथ उनके पिता नरेन्द्र सिंह, बहन गौरवी कुमारी भी पहुंचे। लक्ष्यराज जयपुर के पूर्व राजघराने में दीया कुमारी के सबसे छोटे बेटे हैं। इससे कुछ साल पहले ले बॉल में लक्ष्यराज के बड़े भाई पद्मनाभ सिंह और गौरवी कुमारी भी नजर आए थे।
पेरिस में नवंबर में हर साल आयोजित होने वाले ले बॉल को वर्ल्ड फेमस फैशन इवेंट में गिना जाता है। इसमें कई देशों से 16 से 22 साल की उम्र के रॉयल फैमिली मेंबर्स ने डांस परफॉर्म किया।
क्रिकेट पर फोकस, नेशनल लेवल पर खेलना चाहता हूं
एक फ्रेंच मैगजीन को दिए इंटरव्यू में लक्ष्यराज ने बताया- मैं स्पोर्ट्स में सबसे ज्यादा क्रिकेट में रुचि रखता हूं। यह गेम टीम यूनिटी को दर्शाता है। एक लक्ष्य की तरफ जाने का इशारा करता है। इसमें मुझे नेशनल लेवल पर खेलने की उम्मीद है। मैं इसके लिए पूरे जोश के साथ ट्रेनिंग ले रहा हूं।
हिमाचल में ग्रामीणों के जीवन सुधारने के लिए कर रहे काम
लक्ष्य ने बताया- मुझे नहीं लगता कि कोई यह जानता है कि वह क्या कर रहे है, लेकिन मैं हिमाचल प्रदेश में ग्रामीण लोगों के जीवन में बदलाव और उनकी स्थितियों में सुधार के लिए काम कर रहा हूं। मैं वो काम करना चाहता हूं, जो मेरे परिवार को मुझ पर प्राउड फील कराए। मेरे देश को मुझ पर गर्व हो, यही मेरी कामना है।
मैंने अपनी मां दीया कुमारी और बहन गौरवी कुमारी के साथ उनके फाउंडेशन के लिए काम किया है। इसमें मैंने ट्रेनिंग भी ली थी, जिसमें स्टोर, प्रिंटिंग और सिलाई का काम भी शामिल था।
दुनियाभर में घूमकर कल्चर को जानना चाहता हूं
लक्ष्य ने कहा- दुनियाभर में अलग-अलग कल्चर हैं, जो अपनी खूबसूरती से अट्रैक्ट करते हैं। इन्हें जानने के लिए मैं दुनियाभर की यात्रा करना चाहता हूं। हो सकता है यह ट्रैवल क्रिकेट के जरिए हो। उन्होंने बताया कि मैं मेरे आस-पास के लोगों को समझने के साथ उनकी मदद करने में विश्वास रखता हूं। मैं सिरमौर के कल्चर, हिस्ट्री और वहां के लोगों की कोशिश को देश-दुनिया तक पहुंचाना चाहता हूं। फिलहाल इंग्लैंड के मिथाईड स्कूल पढ़ रहा हूं।
इंग्लैंड में मिथाईड स्कूल में पढ़ाई के दौरान मुझे पूरी दुनिया से रूबरू होने का मौका मिला। यहां मेरे दोस्त अलग-अलग देशों के कल्चर को रिप्रजेंट करते हैं। उनसे मुझे बहुत कुछ जानने को मिला। नई तरह से दुनिया को समझने का अवसर मिला। एक इंडिपेंडेंट यंगस्टर्स के रूप मैंने कॉलेज लाइफ देखी है।
मां से हुआ प्रेरित
राजस्थान के ग्रामीण इलाकों में मां जिस तरह से काम कर रही हैं, उनकी लोगों के प्रति लगन मुझे सबसे ज्यादा प्रभावित करती है। वे जिस जुनून से काम करती हैं, उससे हम तीनों भाई-बहन बहुत कुछ सीखते हैं। मां एक ईमानदार पॉलिटिशियन और सच्ची बिजनेसवुमन हैं। मेरे भाई पद्मनाभ काे पोलो का जुनून है। वह मुझे स्पोर्ट्स से जुड़ने के लिए प्रेरित करता है। बहन की सिम्प्लीसिटी हमेशा मोटिवेट करती है। मैं पेरिस में फ्रांस के फूड्स को लेकर एक्साइटेड हूं। हर तरह की डिसेज का स्वाद चख रहा हूं।
भाई से सुना था ले बॉल के बारे में
लक्ष्यराज ने कहा- ले बॉल में हिस्सा लेकर बहुत खुश हूं, मुझे सबसे पहले मेरे बड़े भाई ने इसके बारे में बताया था। वे और बहन गौरवी इसका हिस्सा बन चुके हैं, ऐसे में उनकी एडवाइज मेरे लिए खास रही। मुझे इस चीज में छोटा होने का फायदा मिला।
मेरे परिवार के सदस्य ले बॉल की परम्परा से जुड़े हुए हैं। इस मशहूर इवेंट से डेब्यू करना अपने आप में गर्व का पल है। इसमें दुनियाभर के यंगस्टर्स आए हुए हैं। उनके साथ इंटरेक्शन और बदलते समय में उनकी सोच से रूबरू होने का मौका मिला है। मैं भाग्यशाली रहा कि भाई की सलाह हमेशा मिलती रही।
उन्होंने कहा कि यह सही बात है कि हम राज परिवारों से आते हैं, लेकिन इससे हमारी जिम्मेदारी ही बढ़ती है। लोगों की अपेक्षा हमसे ज्यादा हो जाती है। मैंने अपने दादा-दादी, माता-पिता, भाई और बहन को आम लोगों के जीवन को सुधारने के साथ अपने कर्तव्यों को पूरा करते हुए देखा है।
कला, वास्तुकला, विशेषज्ञ, राजनीति, शिक्षा की दुनिया में उनके योगदान पर रिसर्च करें तो मुझे उन पर गर्व होता है। मेरा परिवार देश की विरासत को संरक्षित रखने का कार्य कर रहा है। मैं भी इस दिशा में काम करना चाहता हूं।
गौरवी कुमारी और अनन्या पांडे भी आ चुकी नजर
2017 में जयपुर पूर्व राजपरिवार की राजकुमारी गौरवी कुमारी और पद्मनाभ सिंह भी ले बॉल में नजर आए थे। इसमें बॉलीवुड एक्ट्रेस अनन्या पांडे भी हिस्सा बनी थीं। गौरवी कुमारी इस इवेंट में हिस्सा लेने के बाद से ही जयपुर में सामाजिक कार्यों में जुट गईं। इसके बाद वे अपनी मां दीया कुमारी के साथ भी इवेंट में शिरकत करने लगीं।
आम लोगों के बीच भी कार्य करने लगीं। अभी वे दीया कुमारी फाउंडेशन के साथ जुड़कर महिलाओं के उत्थान और उन्हें कार्यों को प्रोत्साहित करने में जुटी हुई हैं। गौरवी ने एक इंटरव्यू में कहा था- यह इंग्लैंड के 'डेब्यूटेंटस् बॉल' और अन्य यूरोपीय देशों के सोशल सेशन की शुरुआत पर होने वाले बॉल से भी ज्यादा मॉडर्न वर्जन है।
इंडिया से भी पहले पहुंचे दमदार नाम
ऐतिहासिक स्मारक के रूप में होटल की पहचान
शांगरी-ला पेरिस फ्रांस के प्रसिद्ध होटल्स में गिना जाता है। वहां की सरकार इसे अपने गौरव की तरह मानती है। सरकार ने इस ऐतिहासिक स्मारक के रूप में शामिल किया है। यहां पिछले कई साल से ले बॉल इवेंट की परम्परा को निभाया जा रहा है। यहां ले बॉल आखिर में 2019 में आयोजित हुआ था। कोविड के बाद इस साल यह इवेंट का मेजबान बनकर फिर से सुर्खियों में आ गया। इसमें 100 रूम्स और सुइट मौजूद हैं। यह एफिल टॉवर और प्लेस डू ट्रोकाडेरो जैसी साइटों के साथ-साथ कई अन्य जगहों से कुछ कदमों की दूरी पर ही बना हुआ है।
भगवान राम का वंशज है जयपुर राजघराना
जयपुर राजघराना खुद को भगवान राम का वंशज बताता है। पूर्व राजकुमारी दीयाकुमारी ने इसके कई सबूत भी दिए थे। उन्होंने एक पत्रावली दिखाई थी, जिसमें भगवान श्रीराम के वंश के सभी पूर्वजों का नाम दर्ज हैं। इसी में 289वें वंशज के रूप में सवाई जयसिंह और 307वें वंशज के रूप में महाराजा भवानी सिंह का नाम लिखा है। इसके अलावा पोथीखाने के नक्शे भी हैं।
दीयाकुमारी ने दिए थे 3 सबूत
कच्छवाहा वंश को भगवान राम के बड़े बेटे कुश के नाम पर कुशवाहा वंश भी कहा जाता है। इसकी वंशावली के मुताबिक 62वें वंशज राजा दशरथ, 63वें वंशज श्री राम, 64वें वंशज कुश थे। 289वें वंशज आमेर-जयपुर के सवाई जयसिंह, ईश्वरी सिंह और सवाई माधो सिंह और पृथ्वी सिंह रहे। भवानी सिंह 307वें वंशज थे।
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