पहाड़ी इलाकों में हुई बर्फबारी के चलते राजस्थान में दीपावली के मौके पर सर्दी ने दस्तक दे दी है। ठंडी हवाओं ने अभी से असर दिखाना शुरू कर दिया है। राजस्थान के 16 शहरों का न्यूनतम तापमान 12 से 17 डिग्री सेल्सियस के बीच आ गया है। सबसे ठंडी रात सीकर, जालोर-संगरिया, चित्तौड़गढ़ और चूरू में रही है।
शनिवार रात का न्यूनतम तापमान सीकर में 12 डिग्री, जालोर में 12.7 डिग्री, चित्तौड़गढ़ में 12.9 डिग्री, फतेहपुर में 13.1 और चूरू में 13.6 डिग्री सेल्सियस तापमान रिकॉर्ड किया गया है। अलवर में 14, उदयपुर के डबोक में 14.2, बारां में 15, सिरोही में 15.5, करौली में 15.7, नागौर में 15.6, झुंझुनूं के पिलानी में 15.8, कोटा में 16.6, टोंक-वनस्थली में 16.7, श्रीगंगानगर में 16.7, अजमेर में 17.8 डिग्री और जयपुर में न्यूनतम तापमान 18.8 डिग्री सेल्यियस रिकॉर्ड किया गया है।
दीवाली पर साफ रहेगा मौसम
दीपावली के मौके पर रविवार से लेकर 27 अक्टूबर तक मौसम पूरी तरह साफ रहेगा। मौसम विभाग ने अगले 10 दिन तक मौसम ड्राई रहने की संभावना जताई है। इस दौरान बारिश नहीं होगी। दिवाली बाद धीरे-धीरे ठंड बढ़ेगी।
शीतलहर का असर नवंबर के आखिरी सप्ताह से
मौसम विभाग के अनुसार, दिसंबर में पड़ने वाली शीतलहर का असर नवंबर के आखिरी सप्ताह में ही देखने को मिल सकता है। करीब 20-25 दिन पहले शीतलहर पड़नी शुरू हो जाएगी। 15 दिसंबर से 7 जनवरी तक सामान्य तौर पर राजस्थान में कई जगह पारा जमाव बिन्दु पर चला जाता है। गलन वाली कड़ाके की ठंड पड़ती है। माना जा रहा है इस बार प्रदेश में शीतलहर लंबे वक्त तक रहेगी।
रबी की फसलों की बुवाई के लिए मौसम अनुकूल
मौसम विभाग ने पूर्वी और पश्चिमी राजस्थान में मौसम ड्राई (शुष्क) रहने का पूर्वानुमान जारी किया है। प्रदेश के किसी भी जिले में 23 से 27 अक्टूबर तक बारिश की चेतावनी नहीं है। इसलिए रबी की फसलों की बुवाई (बिजाई) के लिए आगामी 10 दिनों के दौरान मौसम अनुकूल रहेगा।
ठंड भी दिखाएगी तेवर
मौसम विभाग के एक्सपर्ट की मानें तो ठंड का असर अब दिखने लगा है। इस साल गर्मी के बाद बारिश का सीजन भी अच्छा रहा है। रिकॉर्डतोड़ बारिश हुई है। अब सर्दी भी कड़ाके की पड़ने की सम्भावना है। दिसंबर तक प्रदेश के शेखावाटी में चूरू, झुंझुनूं के पिलानी, सीकर-फतेहपुर, सिरोही-पाली, जैसलमेर-बाड़मेर जिलों में तापमान माइनस में जा सकता है। कोहरे की वजह से भी ठंड का असर बढ़ेगा। पिछले कुछ दिनों से बीकानेर, शेखावाटी एरिया, डूंगरपुर-बांसवाड़ा और जयपुर-अलवर-भरतपुर क्षेत्र में सुबह-सुबह हल्की धुंध छा रही है। ओस गिर रही है।
समुंदर में ला-नीना को भी असर
राजस्थान समेत उत्तर भारत के कई हिस्सों में इस साल सर्दी के समय से पहले दस्तक देने का कारण समुंदर में ला-नीना को माना जा रहा है। मानसून की देरी से हुई विदाई, उत्तरी भारत में समय से पहले बर्फबारी से इसके पक्के संकेत भी मिलने लगे हैं। कश्मीर, हिमाचल प्रदेश के कई हिस्सों में बारिश के साथ अच्छी बर्फबारी हुई है। नवंबर में ही ये बर्फबारी देखने को मिलती है।
हिमाचल प्रदेश के टॉप हाइट वाले एरिया लाहौल-स्पीति, किन्नौर में पिछले दिनों काफी बर्फबारी हुई है, जिससे वहां का तापमान सामान्य से 6 से 8 डिग्री सेल्सियस तक नीचे चला गया है। मौसम विशेषज्ञों की मानें तो इस बर्फबारी का असर राजस्थान में भी दिखेगा। इससे न केवल सर्दी जल्दी आ रही है। बल्कि रिकॉर्ड भी तोड़ सकती है। इस बार सर्दी 120 दिनों से भी ज्यादा दिन तक रहने की संभावना है। मिड अक्टूबर से ही ठंडी रातें शुरू हो गई हैं। रात का न्यूनतम तापमान अब लगातार गिरेगा। साथ ही, दिन के तापमान में भी गिरावट दर्ज की जाएगी।
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