राज्यसभा चुनावों की बाड़ेबंदी में विधायकों की संख्या दोनों पार्टियों के लिए सबसे कीमती चीज थी। सत्ताधारी पार्टी के विधायकों को लग्जरी बसों से उदयपुर पहुंचाया गया। रास्ते भर खातिरदारी करवाते विधायक रात के तीसरे पहर होटल में पहुंचे। होटल पहुंचते ही विधायकों की गिनती शुरू हुई, बाकी सब थे, लेकिन एक विधायक अपने कमरे से गायब थे। यह देख मैनेजमेंट संभाल रहे नेताओं के हाथ पांव फूल गए। होटल का एक एक कमरा चैक किया। आखिर में जाकर तलाश पूरी हुई। दरअसल विधायक अपना कमरा छोड़ गफलत में किसी दूसरे नेता को अलॉट कमरे में जाकर सो गए थे। नाम की स्पेलिंग के चक्कर में यह सब हुआ लेकिन, नेताओं की सांसें फूल गई थीं। विधायक प्रदेश के मुखिया के होम डिस्ट्रिक्ट के थे।
सीबीआई-ईडी के जवाब में एसीबी को उतारने की तैयारी
हाल की कुछ घटनाओं से केंद्र -राज्य के बीच टकराव की नींव पड़ चुकी है। केंद्रीय एजेंसियों ने राजस्थान में काम शुरू कर दिया है। शुरुआत प्रदेश के मुखिया के भाई के यहां से हो चुकी है। अब केंद्र की एजेंसियों के जवाब में राज्य की एजेंसियां भी मैदान में उतरने वाली हैं। ग्रीन सिग्नल मिलने की सूचना है। सियासी संकट के वक्त से केंद्रीय मंत्री के मुकदमे को फिर से एक्टिव किया जा रहा है। पेंडिंग जांच फिर से आगे बढ़ाने कर तैयारी है, जल्द इस पर अमल दिखना तय माना जा रहा है। इस खींचतान में एजेंसियों पर खूब आरोप प्रत्यारोप लग रहे हैं। कुछ गलतियां भी जल्दबाजी में होना सामने आया है।
कोरोना पीड़ित नेताजी को मंच पर देख मचा हड़कंप
सत्ताधारी पार्टी में धरने प्रदर्शनों का क्रम लगातार जारी है। इस बार मामला हाईकमान के नेताओं से जुड़ा था तो बड़े नेता भी धरने में शामिल हुए। खूब भाषणबाजी का दौर चला। इसी बीच एक वरिष्ठ नेताजी को मंच पर देखकर कइयों में हड़कंप मच गया। दरअसल नेताजी कुछ दिनों पहले ही कोरोना पॉजिटिव होने के बाद अस्पताल में भर्ती हुए थे। अब नेताओं के सामने दिक्कत थी कि मंच से जा भी नहीं सकते थे। नेताजी ने लंबा भाषण भी दिया, सबकी सांसें अटकी हुई थीं। कार्यक्रम में मंच पर मौजूद रहे मंत्री-विधायक अब भी यह पता लगाने में जुटे हैं कि नेताजी की कोरोना रिपोर्ट निगेटिव आई कि नहीं।
वोट खारिज होने पर दिल्ली रिपोर्ट तलब, विपक्षी पार्टी के नेता से नजदीकी पर शक
राज्यसभा चुनावों में क्रॉस वोटिंग और वोट खारिज होने में कई बार समानताएं हो जाती हैं। विपक्षी बीजेपी ने क्रॉस वोटिंग वाली विधायक को पार्टी से निकाल दिया है। सत्ताधारी पार्टी के एक विधायक का वोट खारिज होने पर पार्टी के भीतर पड़ताल चल रही है। क्रॉस वोटिंग और वोट खारिज होने के भुगतभोगी रहे प्रदेश प्रभारी ने रिपोर्ट तलब की है। शेखावाटी के जिस विधायक का वोट खारिज हुआ, वे अनुभवी विधायक हैं। पार्टी के जानकारों का मानना है कि टिक लगाने और नंबर लिखने के अंतर को विधायक अच्छी तरह समझते हैं, फिर भी वे ऐसी गलती कैसे कर सकते हैं। अब विधायक की बीजेपी नेताओं से दोस्ती के एंगल निकाले जा रहे हैं। बीजेपी नेताओं से हाल की मुलाकातों के किस्से भी छन-छन कर आ रहे हैं। विधायक के विरोधियों को भी मौका मिल गया है। अब रिपोर्ट और एक्शन का इंतजार है।
रेल मंत्री के क्लासमेट रहे बड़े अफसर सेंटर में अच्छी पोस्टिंग की तलाश में
प्रदेश के कई बड़े अफसर सेंट्रल डेपुटेशन के लिए कतार में हैं। एक बड़े अफसर लंबे समय से सेंटर में अच्छी पोस्टिंग के लिए अपने हर तरह के संपर्कों का इस्तेमाल कर रहे हैं। अब बड़े अफसर के केंद्र में डेपुटेशन के लिए नए संपर्क का इस्तेमाल करने की सूचना है। रेल मंत्री बड़े अफसर के क्लासमेट रहे हैं, उम्मीद है अपने क्लासमेट के लिए वे कुछ कर दें। हालांकि मौजूदा राजनीतिक कॉम्बिनेशन सूटेबल नहीं है और बड़े अफसर के लिए यही रास्ते की बड़ी दिक्कत है। फिलहाल मामला वेट एंड वॉच है। रिजल्ट आने में कुछ दिन लगेंगे।
संघ बैकग्राउंड वाले नेता के प्रोग्राम को नेताजी के आशीर्वाद पर नाराजगी
मौजूदा दौर में कांग्रेस और बीजेपी-आरएसएस के बीच तल्खी किसी से छिपी नहीं है लेकिन मामला जब कामकाज से जुड़ा हो तो उदारता आ ही जाती है। सत्ताधारी पार्टी में इन दिनों ऐसी ही एक उदारता को लेकर नेताओं में नाराजगी के सुर देखने को मिल रहे हैं। युवाओं से जुड़ी एक संस्था झीलों वाले शहर में प्रोग्राम करवा रही थी। उस प्रोग्राम को सत्ताधारी पार्टी के मेवाड़ से जुड़े बड़े नेताजी ने भरपूर आशीर्वाद दिया। अब सत्ताधारी पार्टी के कई नेता इस उदारता पर जल भून रहे हैं। बड़े नेताओं तक शिकायत पहुंचाई है कि जिसे मदद की जा रही है वह संघ बैकग्राउंड से हैं, जबकि खुद की पार्टी वालों को पूछ ही ही नहीं रहे। यह सब नेताजी के सलाहकारों की सिफारिश का नतीजा बताया जा रहा है।
नेताजी महिला मित्र से हुए परेशान
एक नेताजी इन दिनों परेशान चल रहे हैं। एक तो सरकारी कोटे से मिला मकान छिन गया, उपर से सरकार और पार्टी दोनों में सिक्का नहीं चल रहा। नेताजी के सामने नई परेशानी और खड़ी हो गई है। पिछले दिनों नेताजी का एक पुराना राज भी उजागर हो गया। नेताजी को कोई महिला डांट डपट कर रही थी, नेताजी कुछ ज्यादा ही विनीत भाव दिखा रहे थे। कुछ कार्यकर्तानुमा नेता इस घटना के प्रतयक्षदर्शी बन गए। बात लीक हो गई। पड़ताल में पता लगा कि नेताजी महिला मित्र की डांट सुन रहे थे, डांटने की वजह सरकार से जुड़ा कोई बड़ा काम था जो नहीं करवा पाए। जब परेशानी आती है तो चारों तरफ से ही आती है, एक तो महिला मित्र नाराज, दूसरे उपर से भेद खुल गया सो अलग।
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