राहुल गांधी की यात्रा रोकने की धमकी देने के बाद गुर्जर नेताओं के साथ सरकार ने बातचीत शुरू कर दी है। गुर्जर नेताओं और सरकार के बीच सहमति बनाने के प्रयास शुरू हो गया है। सोमवार को गुर्जर नेताओं के प्रतिनिधिमंडल के साथ सचिवालय में मंत्रियों और अफसरों ने करीब दो घंटे तक बातचीत की। मंगलवार दोपहर एक बजे फिर वार्ता होगी। गुर्जर नेताओं के रुख में नरमी दिख रही है। कुछ मांगों पर सहमति बन चुकी है।
2020 के बाद पहली बार बातचीत
शिक्षा मंत्री बीडी कल्ला की अध्यक्षता में सोमवार दोपहर बैठक हुई। सरकार की ओर से सामाजिक न्याय व अधिकारिता मंत्री टीकाराम जूली, युवा व खेल मंत्री अशोक चांदना, देव नारायण बोर्ड के अध्यक्ष जोगेंद्र सिंह अवाना के साथ संबंधित अधिकारी मौजूद थे।
मंत्रियों के साथ बातचीत में गुर्जर आरक्षण संघर्ष समिति से जुड़े नेताओं ने भर्तियों में एमबीसी आरक्षण के लंबित केस, गुर्जर आंदोलन से जुड़े मुकदमे वापस लेने, एमबीबीएस में फीस कम और 2020 में हुए समझौते की पालना करने की मांग की। साल 2020 के बाद पहली बार गुर्जर नेताओं के साथ सरकार की वार्ता हुई है।
विजय बैंसला का रुख नरम
मीटिंग के बाद गुर्जर नेता विजय बैंसला के रुख में नरमी दिखाई दी। बैंसला ने कहा- आज वार्ता सकारात्मक हुई है। सरकार ने सभी मांगों को सुना है। कल दोपहर 1 बजे बैठक में सरकार की ओर से जवाब दिया जाएगा। अगर हमारी मांगे मानी गई तो भारत जोड़ो यात्रा का स्वागत करेंगे। अन्यथा यात्रा का विरोध किया जाएगा। उम्मीद है वार्ता के सकारात्मक परिणाम सामने आएंगे। कल का इंतजार कीजिए, जो है सामने आ जाएगा। हमें पॉजिटिव रहना चाहिए, हम यह क्यों सोचें कि नहीं होगा।
बैठक के बाद शिक्षा मंत्री बीडी कल्ला ने कहा कि संघर्ष समिति से सभी मुद्दों पर चर्चा हुई है। कल फिर से बैठक होगी। जो भी जायज मांगे हैं, उन्हें माना जाएगा। पांच मांगों पर कल चर्चा होगी। इनमें रीट भर्ती, फीस, देवनारायण योजना से जुड़े मुद्दे शामिल हैं।
बैंसला बोले- पायलट ने ऐसा कोई काम नहीं किया, जिससे उनकी छवि धूमिल हो सके
गुर्जर नेता विजय बैंसला ने भास्कर से बातचीत में सरकार से वार्ता के बाद समझौते के संकेत दिए। पायलट की छवि खराब करने के लिए यात्रा का विरोध करने के सवाल पर विजय बैंसला ने कहा- इतने बड़े व्यक्ति की छवि इतनी आसानी से धूमिल हो सकती है क्या?
ऐसा तो हो नहीं सकता, उनकी छवि बहुत बड़ी है। वे प्रखर नेता हैं। छोटी-छोटी चीजों से किसी की छवि धूमिल नहीं होती। किसी की छवि खुद के कार्यों से धूमिल होती है। मुझे नहीं लगता कि सचिन ने ऐसा कोई काम किया है, जिससे उनकी छवि धूमिल हो। किसी को लगता है तो यह उनका व्यक्तिगत विचार है।
समाज की जाजम पर न्योते नहीं दिए जाते
पायलट समर्थक गुर्जर विधायकों के विजय बैंसला पर बंद कमरों में अकेले आरक्षण से जुड़ी वार्ता करने के सवाल पर कहा- समाज की जाजम पर न्योते नहीं दिए जाते। जो समाज का होता है, बिन बुलाए आता है। पीले चावल देकर न्योता देकर नहीं बुलाया जाता। समाज में वीर योद्धा वह होता है। जो कहता है कि यह मेरा सिर है, इसे कलम कर लो, मैं आ गया। उनका क्या जो चूड़ी पहने हुए हैं?
पुष्कर की घटना का 2023 में समाज जवाब देगा
पुष्कर की घटना के पीछे पायलट की छवि खराब करने के षड्यंत्र के आरोपों पर बैंसला ने कहा कि इन आरोपों का जवाब समाज के लोग 2023 के विधानसभा चुनावों में देंगे। समाज की जाजम पर बुलाया नहीं जाता, समाज के जाजम पर तो बिन बुलाए ही जाते हैं।
ये है मामला
कर्नल किरोड़ी सिंह बैंसला के बेटे और गुर्जर आरक्षण संघर्ष समिति के अध्यक्ष विजय बैंसला ने कांग्रेस की यात्रा का विरोध करने की चेतावनी दी थी। उनका कहना था कि सरकार ने 2019 में गुर्जर समाज के साथ जो समझौता किया था, उसको अगले 20 दिन में पूरी तरह से लागू नहीं किया तो वे राहुल गांधी की यात्रा को राजस्थान में घुसने नहीं देंगे। उनकी धमकी के बाद कांग्रेस की राजनीति में बवाल मचा हुआ है।
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