नकली नोटों काे असली बताकर ठगी करने के कई मामले आपने पढ़े होंगे, लेकिन क्या असली नोटों को नकली बताकर ठगी के बारे में सुना है? राजस्थान का 10वीं फेल एक शख्स इस अनोखी ठगी का अंजाम दे रहा था। सबसे पहले वो मैसेज पढ़िए, जिससे इस पूरे खेल का खुलासा हुआ…
'हूबहू ओरिजिनल जैसे हाई क्वालिटी के नकली इंडियन नोट चाहिए तो 9834460759 नंबर पर कॉल या वॉट्सऐप करें। 3 लाख रुपए तक की डील तुरंत पूरी की जाएगी। डील कन्फर्म होने के बाद नकली नोट की होम डिलीवरी कर दी जाएगी'
@fake__currency_indian नाम के इंस्टाग्राम अकाउंट से किए गए इस पोस्ट ने पुलिस से लेकर फाइनेंस मिनिस्ट्री में बैठे अफसरों को हैरान कर दिया। पोस्ट के साथ कुछ वीडियो भी अपलोड किए, जिनमें हाई क्वालिटी के नकली नोट दिल्ली, गुजरात, महाराष्ट्र और तेलंगाना तक भेजने का दावा किया जा रहा था।
ये पोस्ट और वीडियो देखने के बाद 11 फरवरी 2023 को इंडियन कॉइन एंड करेंसी डिवीजन के डिप्टी सेक्रेटरी ने दिल्ली पुलिस को कार्रवाई के लिए शिकायत भेज दी। फाइनेंस मिनिस्ट्री की शिकायत पर दिल्ली पुलिस ने स्पेशल सेल पुलिस स्टेशन में FIR दर्ज कर मामले में इन्वेस्टिगेशन शुरू की। दिल्ली पुलिस के स्पेशल सेल ने डिकोय ऑपरेशन चलाया। एक महीने की कोशिशों के बाद नकली नोटों के मास्टर माइंड जालोर निवासी 22 साल का मूलाराम पुत्र गोवर्धन राम को गिरफ्तार कर लिया गया।
पुलिस की जांच में नकली नोटों के कारोबार से जुड़े कई खुलासे हुए।
पढ़िए पूरी रिपोर्ट…
इंस्टाग्राम पर अपलोड कर रखे थे कई वीडियो
वीडियो 1 : लोगों को बताया-पूरे देश से मिल रहे ऑर्डर
एक शख्स बता रहा था कि आज ही उसे नकली नोटों की डिलीवरी के तीन ऑर्डर मिले हैं। सभी के पार्सल तैयार कर दिए हैं। सूरत के लिए 100 रुपए के नोटों का 45 हजार का ऑर्डर है। दिल्ली के लिए 30 हजार रुपए का ऑर्डर है और 50 हजार रुपए का ऑर्डर हिसार का है। सभी को अलग-अलग 100, 200 और 500 रुपए के नोटों की डिलीवरी कल रात तक कुरियर से मिल जाएगी। वीडियो में दिख रहा शख्स लोगों से अपील भी कर रहा था- सारा काम आपके सामने लाइव है और फेयर है। मिल के करेंगे तो बढ़िया करेंगे। हालांकि इन वीडियो में बड़ी चालाकी से आरोपी ने अपना चेहरा छिपा रखा था।
वीडियो 2 : आज दूंगा 5 लाख की डिलीवरी
दूसरे वीडियो में भी ये शख्स अपने चेहरे को छिपाते हुए बता रहा था कि आज भोपाल से अमित आने वाला है। उसे 5 लाख रुपए के नकली नोटों की खेप देनी है। इसके लिए अमित ने हमें हाफ अमाउंट एडवांस में पहले ही भेज दिया था। अब उसे डिलीवरी देनी है। उसका डील का अमाउंट आप देख लीजिए 500 के नोटों में तैयार है। अब आज जोधपुर में उसे ये डिलीवरी दूंगा। किसी भी भाई को नकली नोट चाहिए या मुझसे मिलना हो तो कॉल कर ले। आज जोधपुर में ही रहूंगा।
बाकी वीडियो में भी हाई क्वालिटी फेक करेंसी बेचने का दावा
इन दो वीडियो के अलावा भी @fake__currency_indian नाम के इंस्टाग्राम अकाउंट से 4 वीडियो और अपलोड किए गए थे। इनमें भी यहीं दावा किया जा रहा था कि वो ऑनलाइन नकली नोट बेचता है। इन वीडियो में जो नोट दिखाए जा रहे थे, वो बिल्कुल असली जैसे लग रहे थे, जिस देखकर पुलिस भी चौंक गई। इन सभी वीडियो में वो शख्स नकली नोटों की डिलीवरी के लिए तैयार पार्सल भी दिखा रहा था। इन सभी पार्सल पर नकली नोटों की डिलीवरी लेने वाले दिल्ली, सूरत, हैदराबाद, हरियाणा और रांची के लोगों के नाम और एड्रेस भी लिखे थे। सब कुछ इतना खुलेआम होना पुलिस को भी हैरान कर रहा था।
इन्वेस्टिगेशन ऑफिसर ने ग्राहक बन खरीदे 6 हजार के नकली नोट
दिल्ली पुलिस स्पेशल सेल टीम के इन्वेस्टिगेशन ऑफिसर SI शुभम सिंह ने इंस्टाग्राम पोस्ट में बताए गए नंबर पर वॉट्सऐप मैसेज भेजा और नकली नोट खरीदने की इच्छा जाहिर की। रिप्लाई आया- कितने रुपए के नोट चाहिए ? उन्होंने बताया कि एक बार 6 हजार रुपए के चाहिए, पसंद आया तो वो बड़ी डील करेंगे। आरोपी ने उन्हें बताया कि 6 हजार रुपए के नकली नोटों की डिलीवरी के लिए उन्हें पहले उसके UPI अकाउंट पर 3 हजार रुपए ऑनलाइन ट्रांसफर करने होंगे। जैसे ही पेमेंट कन्फर्म होगा, डिलीवरी का पार्सल भेज दिया जाएगा। ऐसे में SI शुभम सिंह ने आरोपी के कहे अनुसार उसके UPI अकाउंट पर 3 हजार रुपए ऑनलाइन ट्रांसफर कर दिए। इसके बाद आरोपी ने अगले एक दो दिन में डिलीवरी पहुंचाने का भरोसा दिया।
पुलिस को पता नहीं चला- कहां ट्रांसफर हुए रुपए
आरोपी ने SI शुभम सिंह से गूगल पे एप पर अपने बनाए गए अपने UPI अकाउंट में 3 हजार रुपए ट्रांसफर करवाए थे। उसने सबसे पहले SI शुभम सिंह को अपने मोबाइल नंबर से गूगल पे पर हाय का मेसेज भेजा और बाद में उसी पर पेमेंट ट्रांसफर करवाया। इस प्रोसेस में अगले शख्स को मोबाइल नंबर के सभी 10 डिजिट शो होने के बजाय लास्ट के 4 डिजिट ही शो होते है। ऐसे में पुलिस टीम के लिए ये पता लगाना कठिन हो गया कि उन्होंने किस नंबर में अमाउंट ट्रांसफर किया था।
पुलिस को नहीं दी नकली नोटों की डिलीवरी
आरोपी को नकली नोटों की डिलीवरी के लिए 3 हजार रुपए का अमाउंट ऑनलाइन ट्रांसफर करने के बावजूद दो-चार दिन बाद भी डिलीवरी नहीं मिली। SI शुभम ने आरोपी से वॉट्सऐप के जरिए दोबारा कॉन्टेक्ट किया तो पहले तो उसने बहाने बनाए और इसके बाद वो उनके कॉल्स और मेसेजेस अवॉयड करने लग गया। इसके बाद आरोपी की लोकेशन का पता लगाने का प्रयास किया गया। इंस्टाग्राम पोस्ट में दिए गए नंबर को ट्रेस किया गया। पड़ताल में सामने आया कि वो शख्स देश भर में मूवमेंट कर रहा था। राजस्थान के अलावा उसकी मूवमेंट तेलंगाना, दिल्ली और हरियाणा में आ रही थी।
जोधपुर की कई होटल्स और गेस्ट हाउस में ढूंढा, आखिर में जालोर से पकड़ा गया
दिल्ली पुलिस के स्पेशल सेल एसीपी संजीव कुमार की देखरेख में SI मनीष, SI शुभम व HC जगजीत को शामिल करते हुए एक टीम को आरोपी को पकड़ने के लिए रवाना किया गया। इस दौरान आरोपी की लोकेशन जोधपुर के कई होटल्स और गेस्ट हाउस की मिली। पुलिस टीम ने कुछ दिनों तक जोधपुर के अलग-अलग होटल्स और गेस्ट हाउसों में उसे ढूंढा, लेकिन हर बार वो पुलिस टीम के पहुंचने से पहले ही लोकेशन बदल लेता। आखिर में जालोर के रानीवाड़ा इलाके में मैत्रीवाड़ा गांव में उसकी लोकेशन मिली। इस पर पुलिस टीम ने 9 मार्च को वहां पहुंचकर उसे गिरफ्तार कर लिया। उसके पास से पुलिस टीम ने कई नकली नोट, दो मोबाइल फोन और वीडियो बनाने के काम में आने वाला प्रोफेशनल माइक भी मिला।
10वीं फेल आरोपी पहले जिगोलो के नाम पर करता था ठगी
दिल्ली स्पेशल सेल पुलिस के डीसीपी IPS प्रशांत गौतम ने बताया कि गिरफ्तार आरोपी 22 साल का मूलाराम पुत्र गोवर्धन राम बाड़मेर के गिड़ा गांव का रहने वाला है। वो दसवीं क्लास से ड्रॉपआउट था। स्कूल छोड़ने के बाद उसकी शादी हो गई। उसने पैसे कमाने के लिए कई धंधे किए, लेकिन फेल हो गए। इसके बाद जल्दी अमीर बनने के लिए उसने ठगी का रास्ता अपनाया। मूलाराम पहले ऑनलाइन जिगोलो बनने का ऑफर देकर कई लोगों से ठगी कर चुका है।
हर बार वो अपने मोबाइल नंबर बदल लेता था। धीरे-धीरे ठगी का ये काम कमजोर पड़ने लग गया तो उसने साल 2021 में रुपए कमाने का नया तरीका सोचा। इस बार उसने ऑनलाइन नकली नोट बेचने के नाम पर ठगी करना शुरू कर दिया।
वीडियो में असली नोट दिखाकर देता था धोखा
वीडियो देखकर लोगों को हैरानी होती थी कि नोट बिल्कुल असली जैसे दिख रहे हैं, क्योंकि वो नोट होते ही असली थे। मूलाराम असली और चिल्ड्रन बैंक करेंसी के नोट को मिक्स करते वीडियो बनाता। वीडियो में वो नकली के नाम पर असली नोट ही दिखाता, ताकि लोग नोट की क्वालिटी से प्रभावित हो जाएं। नकली नोट वो गड्डी में छिपाकर रखता था।
एक भी जगह नहीं भेजे नकली नोट
इसके बाद वो ऑनलाइन डिलीवरी के लिए लोगों से अपने गूगल पे के UPI अकाउंट पर पेमेंट ट्रांसफर करवाता था। उसका UPI अकाउंट 4 अलग-अलग बैंक से लिंक्ड था। कई लोगों ने नकली नोट खरीदने के लिए उसके अकाउंट में पेमेंट भी ट्रांसफर कर दिए थे। पेमेंट कन्फर्म होने के बाद वो नकली नोटों के कुरियर पार्सल का वीडियो बनाकर उन्हें भेजता कि आपकी डिलीवरी रवाना कर दी गई है, जल्दी ही मिल जाएगी। हालांकि उसने एक भी बंदे को डिलीवरी नहीं भेजी और बाद में उनके मैसेज अवॉयड करने लगता था।
पड़ताल में आया कि मूलाराम अधिकतर तो किसी से बात ही नहीं करता था और व्हाट्सअप मेसेजेस के जरिये ही लोगों से कॉन्टेक्स्ट करता था, लेकिन कभी कभार बात भी करनी पड़ती तो इंटरनेट कॉलिंग करता।
मूलाराम के कब्जे से ये सामान किया जब्त
1.सैमसंग गैलेक्सी A03S मॉडल का मोबाइल फोन, जिसमें 9834460759 नंबर की सिम थी, इस नंबर को मूलाराम VOIP और वॉट्सऐप कॉल में काम लेता था।
2. एक एप्पल का आईफोन 11 प्रो मैक्स, जिसमें 8151033932 नंबर की सिम थी। इस नंबर के जरिए मूलाराम इंस्टाग्राम पर वीडियो बनाता और UPI लिंक कर लोगों से ऑनलाइन पेमेंट मंगवाता।
3. एक प्रोफेशनल माइक जिसे वो वीडियो बनाने में काम लेता।
4. 500 रुपए के 4 और 100 रुपए के 731 नकली नोट।
5. 500 रुपए के 2, 200 रुपए के 17 और 100 रुपए के 19 असली नोट।
खुलासे के बाद दिल्ली पुलिस ने जारी की एडवाइजरी
इस पूरे मामले के खुलासे के बाद दिल्ली पुलिस ने एडवाइजरी जारी कर आम लोगों को चेताया कि ये मामला आम लोगों के लिए एक सबक है। सोशल मीडिया व अन्य ऑनलाइन प्लेटफॉर्म पर जालसाजों और धोखेबाजों से बचने के लिए नकली और फर्जी की पहचान बेहद जरूरी है। एजेंसियां ऐसे जालसाजों के खिलाफ लगातार कार्रवाई कर रही है। आम लोगों को सलाह दी जाती है कि ऑनलाइन प्लेटफॉर्म पर किसी ऐसे व्यक्ति के साथ बातचीत करते समय सावधानी बरतें।
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