पुलवामा शहीदों की वीरांगनाओं को धरने से जबरन उठाने और उनकी मांगों को लेकर उठा विवाद अब सियासी रूप ले चुका है। पुलवामा शहीद रोहिताश लांबा की वीरांगना मंजू को देवर के नाते जाने के बयान से संसदीय कार्य मंत्री शांति धारीवाल मुकर गए हैं। धारीवाल बोले- मैंने कभी नहीं कहा कि मंजू जाट देवर के नाते गई, वीरांगना सुंदरी देवी नाते गई।
गुरुवार को विधानसभा में अनुदान मांगों पर बहस होनी थी। बहस शुरू होने से पहले जिस अंदाज में उन्होंने सफाई दी तो सदन में हंगामा हुआ। नाराज बीजेपी विधायकों ने वॉकआउट किया। वहीं धारीवाल जोर-जोर से कहने लगे- सुंदरी देवी नाते गई है, सुंदरी नाते गई कि नहीं? इस पर विपक्ष ने कड़ी आपत्ति की।
नाते के बयान पर धारीवाल ने तीन दिन बाद दी सफाई
संसदीय कार्य मंत्री ने वीरांगनाओं पर सफाई देने के लिए समय मांगा। धारीवाल ने कहा कि मैं अपना स्पष्टीकरण देना चाहता हूं। आप विधानसभा की वीडियो रिकॉर्डिंग देख लीजिए। मैंने मंजू जाट के बारे में एक शब्द नहीं बोला कि वह नाते गई है, सिवाय इसके कि उसका देवर पहले से शादीशुदा है। यह तो सच है।
मैंने कभी नहीं कहा कि वीरांगना मंजू जाट अपने देवर के नाते चली गई। मैंने यह कहा था कि मंजू जाट का देवर पहले से शादीशुदा है, जिसके लिए वह नौकरी मांग रही है, जबकि मंजू के बच्चों को नौकरी मिलनी चाहिए, मैंने यह कहा था।
भ्रम फैलाया जा रहा
धारीवाल ने कहा कि मैंने सुंदरी देवी के लिए कहा कि वह नाते चले गई। सुंदरी देवी ने खुद भास्कर समाचार पत्र को इंटरव्यू दिया है, जिसमें कहा है कि उसे देवर विक्रम सिंह के नाते गए हुए 3 साल हो गए। दो बच्चियां पहले से है और देवर विक्रम से भी एक लड़का और एक लड़की हो चुके हैं।
मंजू जाट के बारे में कभी कोई बात नहीं कही। मेरे बयान के बारे में जो भ्रम फैलाया जा रहा है, वह सरासर गलत है। राजनीतिक लाभ के लिए जानबूझकर अफवाह फैलाई जा रही है। राजनीतिक लाभ उठाने के लिए यह उड़ाया जा रहा है या कोई मुझसे कुंठा है, उसकी वजह से भ्रम फैलाया जा रहा है। मेरा स्पष्टीकरण रिकॉर्ड में आ जाए।
तीन दिन पहले ये बोले थे धारीवाल
संसदीय कार्य मंत्री ने सोमवार को सदन में कहा था कि रोहिताश लांबा की पत्नी का देवर तो पहले से शादीशुदा था। उसके दो बच्चे हैं। फिर वो उसके नाते चली गई। अब नाते जाकर कहती है कि मेरे देवर को नौकरी दो। भाई वाह, अजीब तमाशा है। देवर को नौकरी दो। कहीं ऐसा हुआ है। नियमों के खिलाफ किसी को नौकरी मिल गई हो। (यहां पढ़ें पूरी खबर)
राठौड़ बोले- मंत्री ने वीरांगनाओं का अपमान किया
उपनेता प्रतिपक्ष राजेंद्र राठौड़ ने कहा कि हमने मंत्री की सफाई को सुना है, अब ये वीरांगना सुंदरी देवी की बात लेकर आए हैं। हम इस सदन में व्यक्तिगत जीवन पर चर्चा करने के लिए नहीं बैठे हैं। राजस्थान में रेप सबसे ज्यादा हो रहे थे, प्रदेश कलंकित हो रहा था और आपने मर्दों का प्रदेश बताया। आप यहां कितनी सफाई दे दीजिए राजस्थान की वीरांगनाओं का मंत्री ने अपमान किया है। अब सफाई देने से कुछ नहीं होगा।
बीजेपी ने हंगामा किया तो धारीवाल ने कई बार दोहराते हुए कहा- सुंदरी नाते गई कि नहीं ?
बीजेपी ने मंत्री धारीवाल के वीरांगना सुंदरी देवी के नाते जाने का उल्लेख करने और मंजू जाट पर सफाई देने पर सवाल उठाते हुए हंगामा शुरू कर दिया। बीजेपी विधायकों के हंगामे के बीच धारीवाल ने फिर दोहराया कि आप यह बता दो सुंदरी देवी नाते गई कि नहीं गई। जिसके लिए आप हंगामा कर रहे हो,आप प्रोसिडिंग देख लो मैंने मंजू जाट का नाम ही नहीं लिया। सुंदरी नाते गई और उसके देवर से दो बच्चे हैं।
धारीवाल ने जब बार-बार यह दोहराया तो उपनेता प्रतिपक्ष राठौड़ और बीजेपी नेताओं ने कड़ी आपत्ति जताई। राठौड़ ने कहा कि यह छोटी बात नहीं है।
संसदीय कार्य मंत्री ने फिर तेज आवाज में विपक्ष से पूछा- आप तो यह बता दीजिए सुंदरी देवी नाते गई कि नहीं गई। राठौड़ ने कहा कि यह साधारण बात नहीं है। मंत्री ने वीरांगनाओं का अपमान किया। पूरा राजस्थान इसको लाइव देख रहा है। मंत्री किस तरह की भाषा का इस्तेमाल कर रहे हैं।
दिव्या मदेरणा का फिर धारीवाल पर पलटवार
कांग्रेस विधायक दिव्या मदेरणा ने कहा- धारीवाल आज भले सफाई दें, लेकिन उस दिन वीरांगना मंजू जाट का चरित्र हनन कर रहे थे। आज उन्होंने सफाई के नाम पर वीरांगना सुंदरी देवी के साथ भी वही किया। मैंने वीडियो सुना है, मंत्री गलत थे। बैकफुट पर आए, इसलिए आज उन्होंने वापस बयान दिया है। सुंदरी देवी देवी के बारे में आज कहा गया कि वह नाते गई कि नहीं गई, इसका क्या तुक है? जिस तरह वीरांगना मंजू जाट हमारा गौरव है, उसी तरह वीरांगना सुंदरी देवी भी राजस्थान का गौरव है। आज क्या स्पष्टीकरण देने की जरूरत पड़ गई?
दिव्या ने कहा- बोलकर पलट जाना धारीवाल की आदत है। पहले रेप को लेकर मर्दों के प्रदेश का बयान दिया और अगले दिन कहा कि स्लिप ऑफ टंग हो गया, मैं तो मर्ज कह रहा था। राजस्थान में हाईकमान को चुनौती दी। पैरेलल सीएलपी की मीटिंग की, विधायकों से इस्तीफे दिलवाए। बाद में उन इस्तीफों को वापस लेना पड़ा। मैं आज भी वीरांगनाओं पर उनके बयान की निंदा करती हूं।
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दिव्या ने विधानसभा में धारीवाल को घेरा:कहा- मीणा समाज के नेता को आतंकी कहा, जाट की बेटी का चरित्र हनन किया
कांग्रेस विधायक दिव्या मदेरणा ने बुधवार को विधानसभा में स्वायत्त शासन विभाग की अनुदान मांगों पर बहस के दौरान यूडीएच मंत्री शांति धारीवाल को जमकर घेरा। वीरांगना मंजू के नाते जाने के बयान और किरोड़ी को आतंकी कहने के बयान को लेकर धारीवाल पर मदेरणा ने निशाना साधा।
दिव्या ने कहा- मैंने जब मंत्री के आतंकी कहने वाले बयान का विरोध किया तो मेरे इलाके की 44 सड़कों को रातों-रात रद्द कर दिया। मुख्यमंत्री इसमें गंभीरता से हस्तक्षेप करें। मंत्रीजी आजकल जिद पर आ जाते हैं और उनकी जिद सबसे बड़ी होती है। अगर मेरी रद्द सड़कें मंजूर नहीं हुई तो मैं वीरांगनाओं की तरह मुंह में घास लेकर ओसियां की जनता के साथ धरने पर बैठ जाउंगी, आप में हिम्मत है तो रात को 3 बजे उठा देना। (यहां पढ़ें पूरी खबर)
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