जयपुर के सीतापुरा में आरआर कॉलेज ऑफ नर्सिंग की ओर से निष्कासित किए गए 14 स्टूडेंट्स को राहत मिल गई है। उनका निष्कासन कॉलेज ने ही अब रद्द कर दिया है। साथ ही होस्टल की फीस भी माफ कर दी है। जयपुर के सीतापुरा में आरआर नर्सिंग कॉलेज ने लॉक डाउन पीरियड के दौरान की फीस वसूली के आदेश भी वापस ले लिए हैं। नर्सिंग कॉलेज के निष्कासन के फरमान से पीड़ित छात्रों के समर्थन में राज्यसभा सांसद डॉ किरोड़ीलाल मीणा उतर आए थे। उनकी शिकायत का पत्र लेकर डॉ. किरोड़ीलाल मीणा सांगानेर सदर पुलिस थाने भी पहुंचे। डॉ. किरोड़ीलाल मीणा ने पुलिस के मामले में कार्रवाई करने की मांग रखी । साथ ही चेतावनी दी थी, कि एक्शन नहीं हुआ तो वे सरकार से कॉलेज के खिलाफ कार्यवाही के लिए बात करेंगे।
स्टूडेंट्स का आरोप था कि उन्हें क्लास में नहीं बैठने देने का नोटिस भी चस्पा कर दिया था। पीड़ित स्टूडेंट्स की यह पीड़ा थी कि मार्च 2020 से लेकर 2021 में जब तक लॉक डाउन लगा रहा, वे कॉलेज नहीं गए। लेकिन पूरी फीस जमा करवाई। इसके बावजूद होस्टल की एक्स्ट्रा फीस भी कॉलेज मांग रहा था। जिसे जमा नहीं करवाने पर अनुशासनहीनता बताते हुए उन्हें निष्कासित कर दिया गया। बीएससी नर्सिंग के इन स्टूडेंट्स को कॉलेज कैम्पस से 500 मीटर के दायरे में देखे जाने पर मेन एक्ज़ाम में भी नहीं बैठाने के ऑर्डर भी कॉलेज प्रिंसिपल ने निकाल दिए।
इसी मामले को लेकर राज्यसभा सांसद डॉ किरोड़ीलाल मीणा इन स्टूडेंट्स के समर्थन में उतर आए । जब सांगानेर इलाके के बीएससी नर्सिंग कॅालेज के इन स्टूडेंटस ने छुट्टियों की हॅास्टल फीस नहीं देने पर उन्हें कॉलेज से बाहर निकाल देन की बात राज्ससभा सांसद डॅा. किरोड़ी लाल मीणा को बताकर न्याय दिलवाने की गुहार लगाई, तो वे सीधे सांगानेर सदर थाने पहुंचे। वहां सांसद ने पुलिस से कॉलेज संचालक के खिलाफ कार्रवाई की मांग की। सभी निष्काषित स्टूडेंट्स की परेशानी को देखते हुए सांसद मीणा ने एसएचओ से आरोपी कॉलेज संचालक के खिलाफ कार्रवाई की मांग की। उऩ्होंने कहा कि कॉलेज संचालक को पाबंद किया जाए कि वह होस्टल की एक्सट्रा फीस नहीं वसूलेगा। साथ ही निष्कासित स्टूडेंट्स को फिर से कॉलेज में प्रवेश देने की भी मांग रखी।
थाने पहुंचे कॉलेज संचालक और हाथों हाथ लिया एक्शन
सांसद डॉ किरोड़ीलाल मीणा ने कहा कि अगर कॉलेज संचालक नहीं माना, तो वे सरकार से कॉलेज के खिलाफ कार्रवाई की मांग करेंगे। इस पर थानाधिकारी ने भी कोरोना काल की जबरन हॉस्टल की फीस वसूली को गैर कानूनी बताते हुए कानूनी कार्यवाही करने की बात कही। इस दौरान कॉलेज संचालक भी मौक़े पर पहुंचे और डॉ किरोड़ीलाल मीणा से बातचीत कर स्टूडेंट्स को फिर से बहाल कर दिया। उनसे होस्टल की फीस भी नहीं लेने पर सहमति जता दी।
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