रेस्क्यू की टीम के स्वागत में बिछाए पलक पावड़े:मेजर मनीष ने ग्रामीणों को संबोधित करते हुए कहां आप लोग साथ नहीं देते तो रेस्क्यू पूरा होने में लगता और समय

पाली।2 वर्ष पहले
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सम्मान समारोह के दौरान मौजूद सेना के जवान व अन्य। - Dainik Bhaskar
सम्मान समारोह के दौरान मौजूद सेना के जवान व अन्य।

बोरनडी में 180 फीट गहरे कुएं में गिरे 16 वर्षीय नरेन्द्र नायक का शव निकालने के रेस्क्यू में जुटे सेना के जवानों व सहयोगी टीम का बुधवार को बोरनड़ी व सवराड़ में स्वागत समारोह आयोजित किया। जिसमें ग्रामीणों ने पूरी रेस्क्यू टीम का सवराड़ के पूर्व सरपंच कैलाश मालवीय, नारायणलाल भाटी के नेतृत्व में ढोल नगाडों के साथ स्वागत किया।

सम्मान समारोह के दौरान मौजूद सेना के जवान व अन्य।
सम्मान समारोह के दौरान मौजूद सेना के जवान व अन्य।

इनका किया बहुमान

सेना के मेजर मनीष, सुबेदार विजेन्द्रसिंह, नायब सुबेदार नवलकिशोर शुक्ला, तहसीलदार रामलाल मीणा, विकास अधिकारी महावीरसिंह राठौड़, आरआई माधुराम, बोरनड़ी सरपंच धनसिंह, सहायक विकास अधिकारी भरतसिंह सोढ़ा, ग्राम विकास अधिकारी सुमेरसिंह कुम्पावत, स्वरूपसिंह मेलावास, नगेन्द्र गुर्जर व सेना के जवानों, मजदूरों आदि का साफा व माला पहना बहुमान किया गया।

मेजर मनीष ने ग्रामीणों के सहयोग को सराहा
स्वागत समारोह में मेजर मनीष ने कहा कि ग्रामीणों के सहयोग के बिना रेस्क्यू पूरा करने में परेशानी होती था और भी कई दिन लग जाते। उन्होंने रेस्क्यू में स्थानीय ग्रामीणों व मजूदरों के सहयोग की सराहना की।

इधर पोस्टमार्टम के बाद शव सौंपा परिजनों को
इधर मुआवजे का मामला ग्रामीणों की समझाइश पर सुलझ गया। जोजावर अस्पताल से पोस्टमार्टम के बाद मृतक नरेन्द्र का शव परिजनों को सौंपा गया। जिसका शाम को परिजनों ने अंतिम संस्कार किया। ज्ञात रहे कि बोरनड़ी में कुएं में मरम्मत कार्य करते समय 16 साल का नरेन्द्र नायक कुएं में गिर गया था। जिसका शव 13 जुलाई को निकाला जा सका था।