सादडी थाना इलाके के मुंडारा में चारभुजा मंदिर के पीछे झाड़ियों में पत्थरों के बीच एक नवजात शिशु के मिलने से सनसनी फैल गई। बच्चे के रोने पर ग्रामीणों को इसके बारे में पता चला। जिसके बाद मौके पर पहुंची पुलिस बच्चे को सादड़ी चिकित्सालय लेकर आई। जहां डॉक्टरों ने उसका उपचार शुरू किया।
हेड कांस्टेबल खेताराम मीणा ने बताया कि थाना इलाके के मुंडारा में चारभुजा मंदिर के पास गुरुवार शाम को एक नवजात शिशु के रोने की आवाज आ रही थी। जिसके बाद आसपास के ग्रामीणों ने लाइट के सहारे जाकर तलाशी ली, तो पत्थरों के बीच नवजात शिशु पड़ा हुआ था।
ग्रामीणों ने इसकी सूचना लाटाडा चौकी में तैनात कॉस्टेबल प्रदीप गोदारा को दी, कांस्टेबल मात्र 10 मिनट में मौके पर पहुंचे। इसके बाद शिशु को जीवित देखकर पुलिस जवान प्रदीप गोदारा उसे मोटरसाइकिल से ही उसे लेकर सादडी सीएचसी अस्पताल भर्ती कराने निकला। इस दौरान पुलिस हेड कांस्टेबल खेताराम मीणा भी डण्डेश्वर महादेव के पास पहुंच गए। जहां दोनों ने उसे पुलिस जीप से सादडी सीएचसी अस्पताल भर्ती कराया।
फेंकते समय पत्थर में लगा मासूम का सिर
हेड कांस्टेबल खेताराम मीणा ने बताया कि अज्ञात लोगों द्वारा नवजात को फेंकते समय सर पत्थर से टकराने से खून निकलने लगा। अस्पताल लाने पर के बाद नवजात शिशु के सिर में टांका भी लगाना पड़ा। फिलाहल पुलिस आसपास के अस्पतालों में प्रसूताओं के बारे में जानकारी ले रही है।
सादडी शिशु रोग विशेषज्ञ राजेन्द्र राठौड़ ने बताया कि गुरुवार शाम को पुलिस एक नवजात शिशु को लेकर आई थी। जिसके सर में चोट लगने से खून निकल रहा था। साथ में शरीर में कांटे भी लगे हुए थे। शिशु का स्वास्थ्य जांच कर एक टांका लगाया। वह अभी खतरे से बाहर है।
Copyright © 2022-23 DB Corp ltd., All Rights Reserved
This website follows the DNPA Code of Ethics.