कोरोना की तीसरी लहर सिर पर है और वैक्सीन को लेकर अभी भी कुछ लोगों का डर खत्म नहीं हो पा रहा है। ग्रामीण इलाकों में वैक्सीनेशन टीम को देखते ही घर छोड़कर भाग जाते हैं या फिर उनसे बहस-मारपीट पर उतर आते हैं। ऐसा ही मामला सांचौर के माखुपुरा में देखने को मिला, जहां मेडिकल टीम को देखकर महिलाएं घर छोड़कर भाग गईं। कुछ महिलाएं मेडिकल टीम को धमकाने लगी। करीब 1 घंटे तक महिलाओं को समझाया, लेकिन महिलाएं टीका लगवाने के लिए तैयार नहीं हुई। आखिरकार टीम को बैरंग लौटना पड़ा।
वैक्सीनेशन टीम से की बहस
दरअसल, मेडिकल टीम जहां वैक्सीन लगाने गई थी, वहां 10 घुमंतू परिवार के लोग रहते हैं। यहां डॉ. मनोज कुमार विश्नोई के नेतृत्व में टीम वैक्सीनेशन के लिए पहुंची। मेडिकल टीम को देखकर कुछ महिलाएं घर छोड़कर भाग गई, तो कुछ महिलाएं टीम से बहस करने लगी। एक महिला तो रोने तक लग गई।
नर्सिंगकर्मी हाथ जोड़ता रहा
मेडिकल टीम के सदस्य एक घर में पहुंचे, जहां एक महिला काम कर रही थी। टीम ने महिला से वैक्सीन लगवाने के लिए कहा तो उसने मना कर दिया और उठकर घर के अंदर चली गई। इसी तरह एक दूसरी महिला भी घर से बाहर निकल गई। एक नर्सिंगकर्मी ने हाथ जोड़ते हुए कहा कि कोरोना का खतरा फिर से बढ़ रहा है, आप वैक्सीन लगवाओ। इस पर महिला ने नर्सिंगकर्मी को धमकी देते हुए कहा कि अगर मेरे हाथ लगाया तो मैं छोड़ूंगी नहीं। मेडिकल टीम ने उसे काफी देर तक समझाया, लेकिन उसने टीका नहीं लगवाया।
जिले में 3 लाख लोग ऐसे जिन्हें नहीं लगी एक भी डोज
जालोर जिले में 18 साल से ज्यादा उम्र के 13.75 लाख लोगों को वैक्सीनेशन करने का लक्ष्य रखा गया है। इसमें से 10 लाख 77 हजार 736 लोगों को पहली डोज लगाई जा चुकी है। 3 लाख लोगों ने अभी भी पहली डोज नहीं लगवाई है। जिले में 7 लाख 53 हजार 744 लोगों को दूसरी डोज लगी है। वैक्सीनेशन का लक्ष्य पूरा करने के लिए मेडिकल टीमें अब घर-घर जाकर लोगों को वैक्सीन लगा रही है।
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