धर्म परिर्वतन की सूचना पर विरोध प्रदर्शन:आदिवासी परिवारों को लालच देकर धर्म बदलवाने का आरोप, पुलिस ने 7 लोगों को हिरासत में लिया

माउंट आबूएक वर्ष पहले
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पुलिस ने 7 लोगों को हिरासत में लिया। - Dainik Bhaskar
पुलिस ने 7 लोगों को हिरासत में लिया।

आबूरोड में रीको थाना क्षेत्र के आदिवासी बहुल डेरी के निचलामाला क्षेत्र में कुछ लोगों द्वारा आदिवासियों का धर्म परिवर्तन करवाने का मामला सामने आया है। मंगलवार देर शाम रीको पुलिस ने 2 युवकों और 5 महिलाओं को हिरासत में लिया है। उधर धर्म परिवर्तन कराने की सूचना पर हिंदूवादी संगठन मौके पर पहुंचे। हिंदू संगठनों ने आदिवासी बहुल क्षेत्र में गुजरात की कुछ मिशनरी संस्थाओं के द्वारा लोगों को भ्रमित कर धर्म परिवर्तन करने का आरोप लगाते हुए आरोपियों के खिलाफ कार्रवाई की मांग की। पुलिस की पूछताछ में युवकों ने बताया कि उनकी धर्म बहन यहां रहती है और उनको यहां कपड़े देने की रस्म करवा रहे थे।

हिंदू जागरण मंच के जिलाध्यक्ष सचिदानंद झा ने थाने में रिपोर्ट दी कि डेरी गांव में अंबाजी से आए विनोद परमार, जान किशकु और इनके साथ आए 10 से 12 लोग स्थानीय आदिवासी लोगों को प्रलोभन देकर और अंधविश्वास जगाकर धर्म परिवर्तन का प्रयास कर रहे हैं। इन लोगों को उनके स्थानीय कार्यकर्ताओं ने रोकने का प्रयास किया तो उन सभी लोगों ने गाली-गलौज कर झगड़ा शुरू कर दिया। यह सभी लोग गुजरात से यहां आते हैं और आमजन को गुमराह कर धर्म परिवर्तन करवाने का प्रयास करते हैं।

परिवारों ने प्रलोभन देने की किया इनकार
रीको थाना प्रभारी देवीदान चारण ने बताया कि धर्म परिवर्तन करवाने का प्रयास करने की सूचना मिलने पर हमारी टीम ने संदिग्ध व्यक्तियों को थाने लाकर पूछताछ शुरू की है। इसके अलावा मौके पर निवासरत परिवारों से पूछताछ की, लेकिन उनके परिवारों ने प्रलोभन देने से साफ इनकार कर दिया है। फिलहाल मामले की जांच की जा रही है। रिपोर्ट के आधार पर अग्रिम नियम के अनुसार कार्रवाई की जाएगी।

2 साल पहले भी धर्म परिवर्तन का मामला आया था
हिंदू संगठनों के पदाधिकारियों ने बताया कि आबू रोड तहसील आदिवासी बहुल इलाका है। यहां पहले भी धर्म परिवर्तन करवाने के मामले सामने आए हैं। करीब 2 साल पहले पूर्व रेडवाकला के दूनाकाकर में गुजरात के एक परिवार को धर्म परिवर्तन गतिविधि संचालित करते पकड़ा गया था। इसके बाद डेरी में यह मामला सामने आया है। अन्य आदिवासी बहुल गांवों में गुजरात से आने वाले कुछ लोगों की ओर से ऐसी गतिविधियां कर जनजाति के लोगों को भ्रमित किया जा रहा है।