राजस्थान राज्य प्रदूषण नियंत्रण मण्डल अब घर-प्रतिष्ठानों एवं कारखानों से निकलने वाला ई-वेस्ट खरीदेगा। अधिकृत डिस्मेन्टलर, रिसाईक्लर या कलेक्शन सेंटर पर अनुपयोगी इलेक्ट्रीकल आइटम देकर शहरवासी उसके बदले में अच्छी कीमत ले सकेंगे।
राज्य प्रदूषण नियंत्रण मण्डल के क्षेत्रीय अधिकारी राहुल शर्मा ने बताया कि आम तौर पर घर-प्रतिष्ठनों एवं कारखानों से निकलने वाले अनुपयोगी व खराब इलेक्ट्रोनिक एवं इलेक्ट्रीकल उपकरणों को कबाड़ी खरीदते है। इसके बाद इस वेस्ट को सामान्यतः गैर वैज्ञानिक तरीके से प्रोसेस किया जाता है। इस दौरान इससे निकलने वाले हानिकारक हैवी मेटल्स, प्रदूषक तत्व एवं अन्य रसायन मिट्टी, जल एवं वायु को प्रदूषित करते है।
जो मानव शरीर में पहुंचकर गंभीर रोग उत्पन्न कर सकते है। आमजन को इस खतरे से बचाने के लिए राज्य प्रदूषण नियंत्रण मण्डल ने अप्रचलित, टूटे एवं अधिशेष इलेक्ट्रोनिक उपकरण खरीदने की योजना बनाई है। उन्होंने बताया कि इसके तहत अप्रचलित कम्प्यूटर पेरीफेरल्स, पर्सनल इलेक्ट्रॉनिक डिवाइस, सेल फोन्स, ऑडियो विजुअल इक्विपमेंट, चिकित्सा उपकरण तथा घरेलू उपकरण की अच्छी रेट पा सकेंगे।
वेसाइट पर मिलेंगी जानकारी
अपने जिले के अधिकृत रिसाईक्लर, डिस्मेंटलर एवं कलेक्शन सेंटर की जानकारी के लिए राज्य मण्डल की वेबसाईटwww.environment.rajasthan.gov.in/rpcb पर लाग इन किया जा सकता है। आमजन टोल फ्री नम्बर 18002121434 या 18001031460 पर सोमवार से शुक्रवार के बीच सुबह 10 से शाम 6 बजे तक अधिक जानकारी प्राप्त कर सकते है। योजना से जुड़े पत्रक के विमोचन के अवसर पर जिला कलक्टर अंश दीप ने सभी नागरिकों से अपील की कि अपने खराब व अनुपयोगी इलेक्ट्रोनिक एवं इलेक्ट्रिकल उपकरणों को अधिकृत डिस्मेन्टलर, रिसाईक्लर, कलेक्शन सेंटर पर देकर उचित मूल्य प्राप्त करें एवं पर्यावरण को स्व्च्छ रखने में अपनी भागीदारी निभायें। पत्रक के विमोचन के अवसर पर सीईटीपी अध्यक्ष अनिल गुलेच्छा, समाजसेवी महावीरसिंह सुकरलाई समेत कई लोग मौजूद रहे।
जिला कलेक्टर ने किया विमोचन
प्रदूषण नियंत्रण मण्डल की इस योजना से जुड़े पत्रक का कलेक्ट्रेट में सोमवार सुबह जिला कलेक्टर अंश दीप ने विमोचन किया। पत्रक में आमजन से अपना ई-वेस्ट प्रदूषण नियंत्रण मण्डल के अधिकृत डिस्मेन्टलर, रिसाईक्लर या कलेक्शन सेंटर को सौंपने की अपील की गई है।
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