पाली में लोडिया तालाब के बाद अब लाखोटिया तालाब के दूसरे हिस्से में बड़ी-बड़ी मछलियों के मरने का मामला सामने आया हैं। मरी मछलियों के कारण बदबू से लोग परेशान है। नगर परिषद ने तालाब में मरी मछलियों को हटाने का काम शुरू किया जो मंगलवार सुबह भी जारी रहा।
अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस को लेकर मंगलवार सुबह आयोजित कार्यक्रम में भाग लेने कलेक्टर नमित मेहता लाखोटिया आए हुए थे। इस दौरान बाबूभाई बोराणा सहित अन्य कई लोगों ने कलेक्टर को तालाब में मछलियों के मरने की बात बताई। कलेक्टर ने मौके पर जाकर कहा कि पानी पुराना होने और ऑक्सीजन की मात्रा पानी में कम होने से संभवत मछलियों की मौत हुई हैं। मछलियां न मरे, इसे लेकर तालाब में पानी डलवाने की व्यवस्था करने सहित ऑक्सीजन लेवल को बढ़ाने का उपाय करने का आश्वासन दिया गया। नगर परिषद सभापति से भी इसको लेकर चर्चा की।
मरी मछलियों को हटाने का काम
लाखोटिया तालाब के दूसरे हिस्से में मरी मछलियों को हटाने का काम नगर परिषद की टीम पिछले दो दिनों से कर रही हैं। अभी तक यहां से सैकड़ों मरी मछलियों को हटाने की कार्रवाई की जा चुकी हैं। मंगलवार सुबह भी नगर परिषद की टीम मरी हुई मछलियों को एकत्रित करने का काम करती नजर आई।
लोडिया तालाब में भी मर चुकी हैं मछलियां
इससे पहले शहर के लोडिया तालाब में भी मछलियों के मरने का मामला सामने आया था। इसको लेकर कई लोगों ने रोष भी जताया था। अब लाखोटिया तालाब में मछलियां मरने से उसकी बदबू के कारण लाखोटिया उद्यान में आने वाले लोगों को परेशानी का सामना करना पड़ रहा हैं।
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