पाली शहर के आदर्श नगर स्थित रत्नेश्वर महादेव मन्दिर परिसर में शनिवार को जिला वरिष्ठ कांग्रेस- परिवार महासमिति के बैनर तले स्नेह मिलन आयोजित हुआ। पीसीसी में 12 सदस्यों के मनोनयन में ब्लॉक के बाहर को तवज्जो देने को लेकर वरिष्ठ कांग्रेसियों के निशाने पर पूर्व सांसद बद्रीराम जाखड़ रहे। अधिकतर वक्ताओं ने अपने सम्बोधन में यहां तक कह दिया कि जोधपुर के व्यक्ति पाली में आकर पंचायती कर कांग्रेस को कमजोर करने के काम कर रहे हैं। इसके साथ ही जवाई बांध के पानी के बंटवारे का मुद्दा भी छाया रहा। जिसमें वक्ताओं ने जवाई बांध में पीने के लिए पानी रिजर्व रखने की बात कही और 19 सितम्बर को बड़ी संख्या में कलेक्ट्रेट पर आयोजित होने वाले धरना प्रदर्शन में ज्यादा से ज्यादा संख्या में आने और लोगों को लाने पर भी चर्चा हुई।
स्नेह मिलने में कांग्रेस के वरिष्ठ नेता जबर सिंह राजपुरोहित के निशाने पर पूर्व सांसद बद्रीराम जाखड़ रहे। उन्होंने बाहरी नेताओं को भगाओ-कांग्रेस को बचाओ का नारा दोहराया। इसके साथ ही पूर्व सांसद के साथ उनके समर्थकों पर भी भड़ास निकाली और इनका बहिष्कार करने की बात तक कह दी। इसके साथ ही जिले में मृत प्रायः हुई पार्टी को पुनः खड़ा करने का संकल्प लिया और कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी व मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के नेतृत्व को सशक्त बनाने व भाजपा को जिले में करारी शिकस्त देने का भी संकल्प दोहराया।
यहां कांग्रेस नेता मोहन छापोला व डॉ. पोपट पटेल ने कहा कि जाखड़ का घर, परिवार व मूल निवास मसूरिया जोधपुर में है तो उनको जोधपुर तक सीमित रहना था। पाली की जन समस्याओं व जनसेवा से उनका कोई सरोकार नहीं है और बाली से 2023 के विधानसभा चुनाव लड़ने की तैयारी में जुटे हुए हैं। जब 14 सालों में जाखड़ से पाली जिले में कांग्रेस कार्यकर्ताओं को लाभ नहीं मिला है तो अब स्थानीय लीडरशीप डवलप करने का समय आ गया है।
कांग्रेस के वरिष्ठ नेता सतीश पालीवाल सेन्दड़ा, गजेन्द्रसिंह सेदरिया, सीताराम टांक, मेवाराम ओड ने कहा कि 2009 में सीएम अशोक गहलोत के आह्वान पर जिले के संगठित कांग्रेस कार्यकर्ताओं एवं नेताओं ने बद्रीराम जाखड़ को भारी मतों से विजय बनाकर सांसद बनाया था। लेकिन जाखड़ ने 14 सालों में योजनाबद्ध तरीके से कांग्रेस के समर्पित नेता-कार्यकर्ताओं को किनारे कर अवसरवादी लोगों को कांग्रेस में फ्रंट पर खड़ा करने का काम किया। जिससे कांग्रेस का जिले भर में सफाया हो गया। लोकसभा चुनाव 2014 में इनकी बेटी मुन्नी गोदारा चार लाख से तथा 2019 में स्वयं जाखड़ साढे पांच लाख वोटों से हारे फिर भी पाली की पंचायती से दूर होने का नाम नहीं ले रहे।
वरिष्ठ नेता मंजू जलवानिया ने कहा कि जाखड़ के कारण 14 सालों के लिए हमें वनवास मिला है। अब इस वनवास से मुक्त होने का समय आ गया है। इसी क्रम में माधोसिंह राठौड़, रतनप्रकाश ईचरसा ने कहा कि पाली जिले में पार्टी की पंचायती जोधपुर से आए लोग करते हैं जो पार्टी के लिए अच्छा नहीं है। युवक कांग्रेस के पूर्व जिलाध्यक्ष गजेन्द्र सिंह राठौड़ ने कहा कि 14 सालों में जाखड़ 14 कार्यकर्ताओं को नाम से भी नहीं जानते हैं।
इसी क्रम में कांग्रेस के वरिष्ठ नेता मदन सिंह जागरवाल, दिनेश आदिवाल, गोपालदास सन्त, बंशीलाल जांगीड़ ने पूर्व सांसद पर आरोप लगाया कि उन्होंने कांग्रेस की सरकार बनने से अब तक जिले में ऊपर से नीचे तक हर सरकारी विभाग में भ्रष्ट अधिकारियों-कर्मचारियों को पोस्टेड करवाने क काम किया। सेवादल के पूर्व ब्लॉक अध्यक्ष धनराज सोलंकी, इकबाल भाई काठात, हीरा भाई काठात, बाबूलाल दैय्या, वरिष्ठ नेता अरूण दायमा ने भी 14 साल से जाखड़ व इनके मुठ्ठी भर अवसरवादी लोगों द्वारा जिले के हर ब्लॉक स्तर तक गुटबाजी, जातिवाद, भाई-भतीजावाद, राजनैतिक एवं प्रशासनिक दुरूपयोग किया।
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