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बालराई के समीप कंटेनर के नीचे कार सहित चार लोगों के पिचक जाने के मामले की जांच में कई लापरवाहियां सामने आने लगी हैं। बाट-माप विभाग की प्रारंभिक जांच में पता चला है कि कंटेनर ले जा रहा ट्रेलर ओवरलाेड था। बिल्टी के अनुसार इसका वजन 43 टन बताया गया है। ओवरलाेड काे लेकर उठ रहे संशय के बाद अब पुलिस रायपुर तथा जाडन टाेल बूथ पर जाकर इस वाहन की टाेल रिकाॅर्ड काे खंगालेगी। इधर, घटना के बाद से फरार आराेपी चालक मंगलवार शाम तक पकड़ में नहीं आया है।
पता चला है कि किशनगढ़ से रवाना हाेकर गुजरात की तरफ जाने वाला मार्बल से भरा इस कंटेनर में हूक ढीले हाेने के साथ ही मार्बल काे बांधने वाला सेफ्टी बेल्ट भी नहीं लगा था। इससे ही ओवरटेक के चक्कर में मार्बल की पेटियां सिखसकर एकतरफ आ गईं। बाद में हूक ढीले हाेने से बगल में चल रही कार पर कंटेनर पलट गया था। कंटेनर गुजरात की बड़ी कंपनी का है।
विधिक माप विभाग के अफसर जांच में जुटे, रिकाॅर्ड मांगा : बाट-माप विभाग की कार्रवाई में सामने आया कि टाेल बूथाें के समीप लगे हुए धर्मकांटाें में मशीनें नाॅन अप्रूव्ड हैं। साथ ही टाेल बूथाें पर भी डी-फ्रीज में छेड़छाड़ कर इस मार्ग से गुजर रहे वाहनाें के वजन में एक्सट्रा गणना कर उनसे ओवरलाेड का चार्ज वसूला जा रहा था। अधिकारियाें की प्रारंभिक जांच में ही कई जानकारी मिली है। ऐसे में अधिकारी पूरे मामले में गहनता से पड़ताल में जुटे हुए हैं।
इसकाे लेकर टाेल कंपनियाें से आवश्यक रिकाॅर्ड भी मांगा गया है। अधिकारियाें का कहना है कि वाहन चालकों के साथ और लोडेड के नाम पर अतिरिक्त राशि वसूलने की आशंका से इनकार नहीं किया जा सकता। वजन करने वाली मशीन का डी-फ्रिज खुला होने एवं नॉन अप्रूव्ड कंपनियों के कांटों का प्रयोग से यह साफ स्पष्ट होता है कि लोड शुल्क वसूली में बड़ा गड़बड़झाला है।
यूं होती है अतिरिक्त टोल वसूली: विभाग द्वारा भारी वाहनों के 22 टायरों का ट्रेलर का 55 टन का पास होता है उसमें दो पर्सेंट छूट मिलती है जो 57. 775 टन से 67.775 टन ओवरलोड तक 435 रुपए वसूला जाता है 67 टन से 68 टन ओवरलोड होने के बाद 435×3 = 1305 रुपए वसूला जाता है।
तौल की 24 लाइनों में मिली थी गड़बड़ : कंटेनर-कार में सड़क हादसे के बाद कंटेनर के ओवरलाेड हाेने का सवाल उठने पर राज्य सरकार के आदेश पर अजमेर समेत अन्य जिलाें के बाट-माप विभाग के अधिकारियाें की टीम ने पिपलाद तथा रायपुर टाेल नाकाें पर जांच की थी। इसमें वजन करने वाली पिपलाद में 16 में से 14 तथा रायपुर में 10 लाइनाें में भारी गड़बड़ी मिलने पर उनकाे सीज कर दिया था। इसके अलावा टाेल बूथाें के दाेनाें तरफ लगे धर्म कांटाें में भी अनियमितताएं सामने आने पर उनकाे भी अगले आदेश तक बंद करवा दिया था।
वाहन चालकों पर दोहरी मार : सड़क के रखरखाव के नाम पर टोल कंपनी द्वारा क्षमता से अधिक वजन ले जाने वाले वाहनों से अतिरिक्त टोल वसूल रही है। वाहन चालक परिवहन विभाग को भी ओवरलोड की राशि का भुगतान कर रहे हैं। ऐसे में सवाल यह उठता है कि एक गलती के लिए वाहन चालक दो अलग-अलग व्यवस्थाओं द्वारा किस आधार पर अतिरिक्त शुल्क वसूला जा रहा है।
डीप स्विच में एक्स्ट्रा कैलकुलेशन हो रहा था, उसे बंद नहीं किया गया व टोल पर लगे धर्म कांटा के मॉडल स्कूल की कॉपी भी विभाग के पास जांच के दौरान नहीं मिली है। अब आगे से मंगवा कर भिजवाने की बात कह रहे हैं। धर्म कांटे का टॉपर पिछले 2 से 3 साल से यह डीप स्विच खुला था। इसकी जांच जारी है। यह छोटा मामला नहीं है बड़े स्तर का मामला है।- सत्येंद्र मीणा, सहायक सतर्कता विधिक माप विभाग, अजमेर
इस पूरे मामले की गहनता से पड़ताल के लिए ग्रामीण डीएसपी श्रवणदास संत काे लगाया गया है। प्रथम दृष्टया में सामने आया है कि कंटेनर संभवत: ओवरलाेड था। टाेल बूथ पर इसकाे लेकर पता किया जाएगा। चालक की तलाश की जा रही है। इसके साथ ही हाईवे निर्माण कंपनी द्वारा गलत तरीके से बनाए गए कट की जांच की जा रही है। दाेषी मिलने पर उनके खिलाफ भी कार्रवाई हाेगी। - कालूराम रावत, एसपी
पॉजिटिव- कुछ रचनात्मक तथा सामाजिक कार्यों में आपका अधिकतर समय व्यतीत होगा। मीडिया तथा संपर्क सूत्रों संबंधी गतिविधियों में अपना विशेष ध्यान केंद्रित रखें, आपको कोई महत्वपूर्ण सूचना मिल सकती हैं। अनुभव...
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