मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने बुधवार को पिंडवाड़ा समेत प्रदेश के 2 कॉलेजों का शिलान्यास और 11 कॉलेजों का लोकार्पण सीएम हाउस से वीसी के जरिए किया। आदिवासी बाहुल्य पिंडवाड़ा उपखंड में सरकारी कॉलेज खुलने से क्षेत्रवासियों में खुशी है लेकिन, कॉलेज कहां बनाना है ये स्थानीय प्रशासन अभी तक तय नहीं कर पाया है। पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे ने अपने अंतिम बजट मार्च 2018 में यहां कॉलेज खोलने की घोषणा की थी।
शुरूआत का एक साल जगह ढूंढने में बीत गया। दो साल पहले जो जगह तय उसको शिलान्यास कार्यक्रम से पहले ही अपर्याप्त बताते हुए रद्द कर दिया। मुख्यमंत्री ने चार दिन पहले 10 जुलाई को पिंडवाड़ा कॉलेज का वर्चुअल शिलान्यास कार्यक्रम तय किया था और उसी दिन निर्धारित जगह का निरीक्षण करने पहुंचे प्रशासनिक अधिकारियों ने आवंटित भूमि को कम बताते हुए दूसरी जगह देखने का निर्णय लेकर नगरपालिका को पत्र लिखा। इस बीच बुधवार को शिलान्यास हो गया।
बजट घोषणा के बाद एक साल तक झाडोली, वरली और जनापुर में कॉलेज के लिए जमीन आवंटन का मामला चला। इसके बाद जनापुर सर्किल पर जमीन फाइनल हुई। नगरपालिका ने 24 जून 2019 को 5 एकड भूमि कॉलेज के लिए निशुल्क आवंटित भी कर दी। डीएमएफटी ने 8 मार्च 2021 को निर्माण कार्य के लिए 6 करोड़ 67 लाख रुपए की प्रशासनिक स्वीकृति जारी की।
गत 10 जुलाई को जब मुख्यमंत्री की ओर से कॉलेज शिलान्यास कार्यक्रम फाइनल हुआ उसी दिन कलेक्टर भगवती प्रसाद व एसडीएम हरि सिंह देवल अन्य अधिकारियों ने भूमि का मौका निरीक्षण किया। मौके पर 5.08 बीघा भूमि सुरक्षित और बाकी अन्य भूमि नदी के बहाव से कटी मिली। इस पर कलेक्टर ने एसडीएम को नगरपालिका से अन्य भूमि चिन्हित करने के निर्देश दिए।
जनापुर सर्कल के लिए 37 सरपंचों और पूर्व नपाध्यक्ष की सहमति थी
क्षेत्रवासियों ने झाडोली, वरली और जनापुर में कॉलेज बनाने के अपने-अपने तर्क दिए। आखिर में जनापुर सर्किल के पास जगह फाइनल हुई। इस जगह कॉलेज बनाने के लिए उपखंड के सभी 37 सरपंचों, पिंडवाड़ा की पूर्व पालिकाध्यक्ष सीमा भाटिया समेत भाजपा व कांग्रेस कार्यकर्ताओं सहमति दी थी।
अब एनवक्त पर कॉलेज के लिए दूसरी जगह तलाशने पर क्षेत्रवासियों में विरोध की सुगबुगाहट शुरू हो गई है। क्षेत्रवासियों ने रेल व बस से आने जाने वाले विद्यार्थियों के लिए कॉलेज इसी जगह बनाने की पैरवी की है। नदी कटाव में गई भूमि की पूर्ति मिट्टी डाल व सुरक्षा दीवार बनाकर करने का तर्क भी दिया है।
प्रशासन ने नगरपालिका से मांगा दूसरी जगह का प्रस्ताव
जनापुर सर्कल की जगह को निरस्त कर अब एसडीएम हरिसिंह देवल ने नगरपालिका से आमली रोड गोचर भूमि व राजकीय सीनियर सेकंडरी स्कूल के पीछे वाली भूमि के प्रस्ताव मांगे हैं, जिसको लेकर क्षेत्रवासियों में रोष है।
लोगों का कहना है कि जब नगरपालिका ने कॉलेज के लिए भूमि आवंटित की, तब प्रशासनिक अधिकारियों ने उसका सीमाज्ञान क्यों नहीं किया। दो साल बाद शिलान्यास होने से पहले आखिर भूमि आवंटन निरस्त क्यों किया जा रहा है। यह मुद्दा सोशल मीडिया पर छाया हुआ है।
भूमि कम होने से किया निरस्त
मौके पर भूमि कम पाए जाने के लिए कारण चिन्हित भूमि को निरस्त किया। नगरपालिका से आमली रोड स्थित गोचर भूमि आवंटन के लिए अनापत्ति प्रमाण पत्र व प्रस्ताव मांगा है। सीएम के शिलान्यास की पटि्टका जहां कॉलेज बनेगी वहां लगाएंगे।
-हरी सिंह देवल, एसडीएम, पिंडवाड़ा
दूसरी जगह का प्रस्ताव भेजेंगे
10 जुलाई को कॉलेज के शिलान्यास कार्यक्रम के अंतिम समय में टाल दिया गया। प्रशासन ने पाया कि मौके पर भूमि कम है, इसलिए अब दूसरी जगह का प्रस्ताव तैयार करवाएंगे।
-समाराम गरासिया, विधायक, आबू-पिंडवाडा
आमली रोड पर भूमि आवंटन का प्रस्ताव मांगा
एसडीएम ने नगरपालिका से आमली रोड मामाजी के थान व सीनियर सेकंडरी स्कूल के पीछे भूमि के प्रस्ताव मांगे हैं।
-जितेंद्र प्रजापत, पालिकाध्यक्ष, पिंडवाड़ा
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