राजसमंद के आमेट थाना इलाके में रेत माफिया ने एक युवक को ट्रैक्टर से रौंद दिया। युवक ने अपने खेत के पास अवैध खनन को लेकर रेत माफियाओं को टोका था। इसके बाद रेत माफियाओं ने पहले युवक की बेरहमी से पिटाई की और बाद में उसे ट्रैक्टर से कुचल दिया।
जानकारी के अनुसार आमेट निवासी युवक मनीष पालीवाल (32) वर्ष पुत्र नंदलाल पालीवाल सोमवार रात 10 बजे चंद्रभागा नदी पर पर स्थित अपने खेत को संभालने और भैंसों को पानी पिलाने के लिए गया था। वहां पर कुछ युवक रेत खनन का कार्य कर रहे थे।
आमेट कस्बे से महज 2 किलोमीटर दूर गोशाला के पास है गांगा गुडा गांव है। जहां रेत माफिया मनीष के खेत पर अवैध रेत खनन कर रहे थे। विरोध करने पर घटना को अंजाम दिया।
मनीष पालीवाल ने उनका विरोध करते हुए अवैध रेत खनन से रोका। बहस हुई तो रेत माफियाओं ने मनीष की पिटाई कर दी। बाद में रेत से भरा ट्रेक्टर मनीष पर चढा दिया जिससे वो बुरी तरह से घायल हो गया। घटना की जानकारी के बाद आसपास के लोगों ने मिलकर मनीष को आमेट के हॉस्पिटल पहुंचाया। जहां से उसे जिला हॉस्पिटल रेफर कर दिया गया।
हॉसिपटल पहुंचने से पहले ही मनीष ने रास्ते में दम तोड़ दिया।
घटना की जानकारी पूरे कस्बे में आग की तरह फैल गई। रात को आमेट के हॉस्पिटल में भारी तादाद में भीड़ जमा हो गई। लोगों ने कड़ा आक्रोष जताया और आरोपियों की गिरफ्तारी की मांग की। सुबह होने तक आस-पास के गांवा से भी लोग हॉस्पिटल के बाहर जमा हो गए। बाद में घटना के विरोध में आज कई कस्बों के चौराहों पर टायर फूंक कर रास्ता जाम कर दिया गया।
वहीं किसी भी प्रकार की अप्रिय वारदात की आंशका को लेकर मौके पर भारी पुलिस बल तैनात कर दिया। सुबह तक एडीएम राम चरण शर्मा, एएसपी शिव लाल बैरवा, कुंभलगढ डिप्टी नरेश शर्मा, राजनगर थानाधिकारी डॉ हनुवंत सिंह राज पुरोहित सहित पुलिस बल मौजूद हैं। मृतक के परिजनों के साथ समझाइश के प्रयास किए जा रहे हैं।
मामला अवैध खनन का होने से मौके पर माइनिंग के अधिकारी भी पहुंचे हैं।
मृतक के परिजनों सहित स्थानीय लोगो ने तीन प्रमुख मांगें रखी हैं। जिसमें इस घटना के सभी आरोपियों को जल्द से जल्द पकड़ा जाए, मृतक के परिजनों को उचित मुआवजा मिले व भविष्य में ऐसी घटना दुबारा न हो इसके लिए पुलिस ठोस कदम उठाए।
किराणा दुकान चलाता था मनीष
मृतक मनीष आमेट में किराणा की दुकान चलाता था जिसकी 3 साल पूर्व शादी हुई थी। एक 3 साल का बेटा है। जबकि उनकी पत्नी अभी गर्भवती है। मनीष के पिता नन्दलाल पालीवाल खाना बनाने का काम करते थे। मनीष के दो भाई और हैं।
घटना के विरोध में आमेट बाजार बंद
इस घटना को लेकर पूरे आमेट कस्बे मे आक्रोश है। आज सुबह कस्बे में एक भी दुकान नहीं खुली। वहीं आक्रोशित लोगों ने कई स्थानों पर टायर जला कर रास्ता जाम किया। हत्यारों को पकड़ने की मांग की।
मॉर्च्युरी के बाहर भारी भीड़
आमेट हॉस्पिटल की मॉर्च्युरी के बाहर करीब 2 हजार लोग जुट गए। जिन्होंने प्रशासन से आरोपियों की गिरफ्तारी का मांग की।
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