राजसमंद के भीम कस्बे में रविवार को व्यापारियों व पुलिस प्रशासन के बीच सहमति बन गई। यहां उदयपुर हत्याकांड के बाद से ही बाजार पूरी तरह बंद था। हत्याकांड के विरोध में बुधवार को प्रदर्शनकारियों में से कुछ अराजक तत्वों ने पुलिस पर हमला कर दिया था। इसमें कॉन्स्टेबल संदीप बुरी तरह घायल हो गया था। इसके बाद पुलिस ने दो दर्जन लोगों को गिरफ्तार किया था। व्यापारियों का कहना था कि पुलिस ने निर्दोष लोगों को भी गिरफ्तार कर लिया। इसी को लेकर स्थानीय व्यापारी बुधवार से ही मार्केट बंद किए हुए थे।
सोमवार से भीम कस्बे का बाजार पूरी तरह खुल जाएगा। रविवार दोपहर तक भी दुकानदारों ने बाजार में दुकानें नहीं खोली थी। बिना किसी आह्वान के मार्केट में दुकानें 5 दिन बंद रहीं। ऐसे में पुलिस व प्रशासन के अधिकारियों ने रविवार को लाउड स्पीकर पर व्यापारियों से अपील की, कि वे अपनी दुकानें खोलें और माहौल को पटरी पर लाने में सहयोग करें। प्रशासन के अधिकारियों ने मार्केट में पैदल घूमकर लोगों से दुकानें खोलने की अपील की।
रविवार दोपहर बाद उपखण्ड अधिकारी उम्मेद सिंह राजावत व भीम डिप्टी राजेन्द्र सिंह राठौड़ व व्यापारियों के बीच बाजार खुलने को लेकर वार्ता हुई। वार्ता आज सफल रही। बाजार खोलने पर व्यापारियों ने सहमति दे दी। सोमवार से बाजार पूरी तरह खुलेंगे।
पुलिस, प्रशासन व व्यापारियों की मीटिंग हनुमान मंदिर के पास हुई। पहले हनुमान चालीसा का पाठ किया गया। वार्ता के दौरान व्यपारियों ने निर्दोष लोगों को गिरफ्तार न करने व निष्पक्ष जांच करने की मांग की। पांच दिन भीम कस्बे का बाजार बंद रहने से न केवल व्यापारियों को नुकसान हो रहा था बल्कि क्षेत्र के आसपास के करीब 200 से अधिक राजस्व गांवों के ग्रामीणों को भी जरूरी सामान खरीदने से वंचित रहना पड़ रहा था।
भीम कस्बे में रोजमर्रा की जरूरत के सामान की दुकानों के अलावा ज्वेलर्स, कपड़ा व किराणा की दुकानें हैं। आसपास के ग्रामीण इलाकों से यहां लोग खरीदारी करने आते हैं। मगरांचल पहाड़ी क्षेत्र में आने वाला भीम कस्बा तीन जिलों की सीमाओं पर स्थित जिसमें अजमेर, भीलवाड़ा व पाली जिले की सीमाएं लगती हैं। यह क्षेत्र रावत बाहुल्य है। अधिकांश युवा भारतीय सेना में अपनी सेवाएं दे रहे हैं।
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