आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं को 6 महीने से नहीं मिला मानदेय:कार्यालयों के लगा रहे चक्कर, बाल विकास परियोजना अधिकारी को सौंपा ज्ञापन

गंगापुर सिटी6 महीने पहले
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गंगापुर सिटी में आंगनबाड़ी कार्यकर्ता-सहायिकाओं को पिछले 6 महीने से मानदेय नहीं मिलने से आर्थिक तंगी का सामना करना पड़ रहा है। - Dainik Bhaskar
गंगापुर सिटी में आंगनबाड़ी कार्यकर्ता-सहायिकाओं को पिछले 6 महीने से मानदेय नहीं मिलने से आर्थिक तंगी का सामना करना पड़ रहा है।

गंगापुर सिटी में आंगनबाड़ी कार्यकर्ता-सहायिकाओं को पिछले 6 महीने से मानदेय नहीं मिलने से आर्थिक तंगी का सामना करना पड़ रहा है। मानदेय के लिए उन्हें अधिकारी और विभाग के चक्कर काटने पड़ रहे है। इस मामले में आंगनबाड़ी कार्यकर्ता-सहायिकाओं ने सोमवार को समाजसेवी आरसी गुर्जर के नेतृत्व में महिला एवं बाल विकास परियोजना अधिकारी संजीव को ज्ञापन देकर उनका बकाया मानदेय दिलाने की मांग की है।

समाजसेवी आरसी गुर्जर और आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं ने बताया कि गंगापुर विधानसभा में गंगापुर ग्रामीण, तलावड़ा, बिनेगा, पीलौदा, वजीरपुर और बाढ़कला सेक्टर की आगनबाड़ी कार्यकर्ताओं और सहायिकाओं को पिछले 6 महीने से मानदेय नहीं मिला है। जब इस बारे में अधिकारियों से पूछते है तो अधिकारी हर बार 4-5 दिनों में मानदेय आने की बात करते हैं, लेकिन पिछले 6 महीने से मानदेय नहीं आ रहा है, जिसके कारण उन्हें आर्थिक संकट झेलना पड़ रहा है।

नेहरू पार्क में सफाई के लिए नहीं मिला मानदेय
गंगापुर सिटी में नेहरू पार्क में साफ-सफाई के लिए नगर परिषद के द्वारा पिछले 21 महीने से भाविप विवेकानंद शाखा को भुगतान नहीं किया है। इस मामले में सोमवार को भाविप विवेकानंद शाखा के पदाधिकारियों ने एसडीएम को ज्ञापन देकर नेहरू पार्क में साफ-सफाई के लिए नगर परिषद को भुगतान करने के निर्देश देने की मांग की है। भारत विकास परिषद शाखा विवेकानंद के पदाधिकारियों ने बताया कि शाखा के स्थाई प्रकल्प नेहरू पार्क का सौंदर्यीकरण और रखरखाव की जिम्मेदारी नगर परिषद द्वारा करीब 5 साल पहले दी गई थी। इस पर भाविप के द्वारा परिषद सदस्यों और शहर के भामाशाह द्वारा चंदा एकत्रित कर करीब 14 लाख रुपए की धनराशि इकट्‌ठा कर नेहरू पार्क का पूरा सौंदर्यकरण किया था। साथ ही नगर परिषद द्वारा लिखित रूप से पार्क में साफ सफाई के लिए मानदेय का भुगतान नियमित रूप से करने के लिए लिखित अनुबंध किया गया, लेकिन 21 महीने से नगर परिषद द्वारा भारत विकास परिषद की शाखा विवेकानंद को किसी भी प्रकार का भुगतान नहीं किया गया।