वन विभाग की ओर से वनपाल नाका टटवाड़ा की पौधशाला में वर्ष 2022-23 में करीब 15 हजार पौधे वितरण के लिए तैयार किए गए हैं। नर्सरी स्थापित होने से पेड़ लगाने के इच्छुक लोगों को इधर-उधर नही भटकना पड़ेगा। लोगों की मांग के अनुसार फल, फूल व छायादार पौधे तैयार किए गए हैं।
वन विभाग के अनुसार नर्सरी में फार्म वन विधा योजनांतर्गत जामुन, शीशम, बरगद, पीपल, गुलाब आदि के करीब 10 हजार व आरएफबीपी योजना के 5 हजार पौधे तैयार किए गए हैं।यह पौधे लोगों को निर्धारित दर पर वितरित किए जाएंगे।
पौधों की यह दर निर्धारित
इनमें कांटेदार प्रजाति के पौधों की दर 4 रुपए, दो फिट की ऊंचाई तक के पौधे 5 रुपए, दो से तीन फीट तक की ऊंचाई तक के पौधे 8 रुपए, तीन से पांच फिट तक की ऊंचाई 15 रुपए, 5 से 8 फिट तक की ऊंचाई तक के पौधे 40 रुपए, 8 से 10 फिट तक की ऊंचाई तक के पौधे 55 रुपए, दस फिट से ऊपर ऊंचाई तक के बड़े पौधों की दर 70 रुपए प्रति पौधा दर निर्धारित है।
संभाल करना मुश्किल
इन दिनों तेज गर्मी के बीच पौधे तैयार करना और उसकी संभाल कर पाना मुश्किल भरा काम है। समय-समय पर खाद व पानी देकर उनको न केवल जिंदा रखते है, बल्कि उनको विकसित करने का वातावरण बनाते है।
वन विभाग की ओर वितरण के लिए तैयार किए गए पौधे सरकारी विभाग, सार्वजनिक स्थान, संस्थाओं में पौध वितरित किए जाएंगें। वहीं आम लोगों को भी विभिन्न किस्मों के पौधे निर्धारित दर पर उपलब्ध कराए जाएंगे।
भूपेन्द्र सिंह जादौन, प्रदेशाध्यक्ष राजस्थान अधीनस्थ वन कर्मचारी संघ का कहना है कि वन विभाग की ओर से पौधशालाओं में विभिन्न योजनाओं के तहत फल, फूल व छायादार पौधे तैयार किए गए है। पर्यावरण संरक्षण काे ध्यान मे रखते हुए आमजन अधिक से अधिक पौधरोपण करे।
मांग के अनुसार विभिन्न किस्मों के पौधे तैयार किए गए है
^ विभाग के निर्देशानुसार 2022-23 में करीब 15 हजार पौधे वितरण के लिए तैयार किए गए है। जिनका निर्धारित दर पर वितरण किया जाएगा। नर्सरी में मांग के अनुसार विभिन्न किस्मों के पौधे तैयार किए गए है।
-जलसिंह गुर्जर, प्रभारी वनपाल नाका टटवाड़ा
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