भारत जोड़ो यात्रा 12 दिसंबर को पहुंचेगी सवाई माधोपुर:3 दिन 71 किलोमीटर की दूरी तय करेगी, खंडार ​​​​​​​ में करेंगे आराम

सवाई माधोपुर6 महीने पहले
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फसल को नष्ट करता ट्रैक्टर। - Dainik Bhaskar
फसल को नष्ट करता ट्रैक्टर।

राहुल गांधी की भारत जोड़ो यात्रा राजस्थान में प्रवेश कर चुकी है। यात्रा 12 दिसंबर को बूंदी जिले की सीमा से सवाई माधोपुर प्रवेश करेगी। 12 से 14 दिसंबर के बीच करीब 71 किलोमीटर का सफर तय करेगी। इसके बाद दौसा जिले की सीमा में पहुंचेगी। राहुल गांधी का सवाई माधोपुर में पहला रात्रि विश्राम खंडार विधानसभा के बोरिफ में होगा। दूसरा रात्रि विश्राम दहलोद व देवली गांव के पास होगा।

यह रहेगा राहुल गांधी का रोड मैप
यात्रा 12 दिसंबर को बूंदी जिले के बाबई से चलकर सुबह 10 बजे खंडार विधानसभा के पीपलवाड़ा पहुंचेंगी। करीब साढे 5 घंटे विश्राम व लंच करने के बाद दोपहर 3:30 बजे रवाना होकर शाम 6:30 बजे कुस्तला पहुंचेंगी। यहां कॉर्नर मीटिंग का आयोजन होगा। इसके बाद खंडार विधानसभा की बोरिफ में राहुल गांधी का रात्रि विश्राम होगा।

13 दिसंबर को खंडार के जीनापुर से शुरू करेंगे यात्रा
13 दिसंबर को सुबह 6 बजे खंडार विधानसभा के जीनापुर से राहुल गांधी की शुरु करेंगे। इसके बाद यात्रा सवाई माधोपुर विधानसभा में प्रवेश करेगी। यात्रा सुबह 10 बजे सवाई माधोपुर विधानसभा के सूरवाल बाईपास पहुंचेगी। यहां लंच का कार्यक्रम होगा। लंच के बाद दोपहर 3:30 बजे यात्रा फिर से शुरू होगी। इसके बाद शाम 6:30 बजे दुब्बी बनास पहुंचेगी। दहलोद मोड़ राहुल गांधी के काफिले का रात्रि विश्राम होगा।

किसानों को मुआवजा देते मलारना डूंगर प्रधान।
किसानों को मुआवजा देते मलारना डूंगर प्रधान।

14 दिसंबर को पहुंचेंगे बामनवास
14 दिसंबर को राहुल गांधी की यात्रा दहलोद से चलकर सुबह 10 बजे बामनवास विधानसभा के टोण्ड पहुंचेगी। यह यात्रा का लंच का कार्यक्रम होगा। उसके बाद 3:30 बजे यहां से यात्रा रवाना होकर दौसा जिले की सीमा में प्रवेश करेगी। इसी तरह सवाई माधोपुर जिले में भारत जोड़ो यात्रा खंडार सवाई माधोपुर और बामनवास विधानसभा क्षेत्रों से गुजरेगी।

15 बीघा भूमि में लगेगा टेंट
यात्रा के दौरान राहुल गांधी और उनके काफिले के लिए रहने व खाने-पीने के साथ पार्किंग आदि व्यवस्थाओं के लिए 15 बीघा भूमि को चिन्हित किया गया है। दहलोद व देवली गांव के पास राहुल गांधी के रात्रि विश्राम के लिए 15 बीघा भूमि को कांग्रेस आलाकमान वे प्रशासन के द्वारा चिन्हित किया गया है। यहां राहुल गांधी और उनके काफिले के साथ प्रदेश स्तरीय मंत्रियों के रात्रि विश्राम के लिए अलग-अलग तीन ब्लॉक बनाए जाएंगे।

विश्राम स्थल पर खाने-पीने की व्यवस्था
मलारना डूंगर एसडीएम किशन मुरारी मीणा ने बताया कि राहुल गांधी के काफिले में रात्रि विश्राम के लिए एक ब्लॉक राहुल गांधी के लिए बनाया जाएगा। वहीं दूसरा ब्लॉक प्रदेश स्तरीय मंत्री व विधायकों के लिए होगा। तीसरा ब्लॉक राहुल गांधी की यात्रा में शामिल नेता व कार्यकर्ताओं के लिए बनाया जाएगा। विश्राम स्थल के पास पार्किंग खाने-पीने आदि की माकूल व्यवस्थाएं रहेगी। एसडीएम ने बताया कि रिजर्व भूमि के रूप में गंभीरा स्कूल परिसर को चिन्हित किया गया है।

यात्रा के लिए बिजली के तारों को ऊंचा करती जेसीबी।
यात्रा के लिए बिजली के तारों को ऊंचा करती जेसीबी।

किसानों को मिला पौने सात लाख रुपए मुआवजा
रात्रि विश्राम स्थल के लिए करीब 15 बीघा जमीन पर टेंट लगाया जाना प्रस्तावित है। इसके लिए प्रशासन ने 15 बीघा जमीन चिन्हित की थी। यह जमीन भाडौती ग्राम पंचायत के दहलोद व देवली गांव के किसान हरिराम मीना, हरपाल गुर्जर व रासबिहारी गुप्ता की खातेदारी की जमीन है। इसमें राहुल गांधी का आशियाना बनेगा। मलारना डूंगर पंचायत समिति प्रधान देवपाल मीणा ने बताया कि कांग्रेस पार्टी व किसानों के बीच 45 हजार रुपए बीघा में आपसी सहमति बनी है। जिसमें तीनों खातेदारों को कांग्रेस पार्टी ने 6 लाख 75 हजार रुपए का मुआवजा दिया है। जिसमें किसान हरिराम मीना को 3 बीघा भूमि का एक लाख 35 हजार रुपए मुआवजा दिया गया। वहीं रासबिहारी गुप्ता को 4 बीघा जमीन का एक लाख 80 हजार रुपए मुआवजा दिया गयाहै। इसी तरह किसान हरपाल गुर्जर को 8 बीघा भूमि का 3 लाख 60 हजार रुपए मुआवजा दिया है।

तीनों किसानों को मुआवजा देने के बाद अब प्रशासन ने राहुल गांधी की रात्रि विश्राम स्थल की तैयारियों को युद्ध स्तर पर शुरू कर दिया है। 15 बीघा भूमि में किसानों की गेहूं व सरसों की फसल खड़ी हुई है। जिसे नष्ट कर जमीन को समतल किया जाएगा। फुर यहां राहुल गांधी का रात्रि विश्राम के लिए आशियाना बनेगा।

साढे 11 घंटे का रात्रि विश्राम व साढे 5 घंटे का होगा लंच
सवाई माधोपुर राहुल गांधी की भारत जोड़ो यात्रा रूट चार्ट किया गया है। रूट चार्ट के अनुसार राहुल गांधी का रात्रि विश्राम साढे 11 घंटे का होगा। जबकि दोपहर का लंच साढे 5 घंटे का होगा। यात्रा सुबह 6 बजे शुरू होगी मगर उससे पहले सुबह साढ़े चार बजे यात्रा में शामिल सभी लोगों को तैयार होकर ध्वज वंदन के ग्राउंड में पहुंचना होगा। सुबह 5:30 बजे ध्वज वंदन होगा। जिसके बाद सुबह 6 बजे अगले पड़ाव के लिए यात्रा शुरू होगी।